दिवालिया बिजनेस मैन को गरीब लड़के ने दिया ऐसा सुझाव कि सब दंग रह गए फिर जो हुआ, उसने इतिहास रच दिया!

दिवालिया व्यवसायी की कहानी: एक अनजान लड़के ने बदल दी किस्मत!

आदित्य वर्मा की जिंदगी बिखर चुकी थी। अपनी ही कंपनी से विश्वासघात और निष्कासन के बाद वह सदमे में था, दिशाहीन सड़क पर भटक रहा था। तभी अचानक एक दुबला-पतला लड़का उससे टकरा गया। लड़के की आंखों में अजीब चमक थी और उसने कहा, “चाचा, मुझे पता है आपकी कंपनी को कैसे बचाया जा सकता है।”

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आदित्य हैरान रह गया। कैसे एक गली का लड़का उसकी डूबती कंपनी को बचा सकता है? लड़के ने एक ईमेल का प्रिंटआउट दिया, जिसमें निखिल राय – आदित्य का सबसे भरोसेमंद सहयोगी – के काले कारनामों का सबूत था। कबीर नाम का वह लड़का हर रात आदित्य के ऑफिस के बाहर सोता था और उसने सब कुछ देखा था: निखिल का एक अजनबी से मिलना, पैसों का लेन-देन, फर्जी दस्तावेज।

कबीर ने बताया कि इस खेल को समझने के लिए उन्हें अपर्णा शर्मा की मदद लेनी होगी – वही अपर्णा, जिसे आदित्य ने सालों पहले नौकरी से निकाल दिया था क्योंकि वह जरूरत से ज्यादा सवाल करती थी। अब अपर्णा ही उनकी आखिरी उम्मीद थी। आदित्य ने अपने घमंड को किनारे रखकर अपर्णा से मदद मांगी। अपर्णा ने पहले तो गुस्सा दिखाया, लेकिन फिर सच के लिए लड़ने का फैसला लिया।

तीनों ने मिलकर निखिल के खिलाफ सबूत जुटाने का प्लान बनाया। कबीर ने ऑफिस में घुसने का जिम्मा लिया। अंधेरी रात में, सिक्योरिटी सिस्टम को हैक करते हुए, कबीर ने कंपनी के फाइनेंशियल डेटा की पेन ड्राइव में कॉपी की। लेकिन तभी सिक्योरिटी गार्ड्स आ गए। कबीर ने फायर अलार्म बजा दिया, गार्ड्स दौड़ पड़े, और कबीर पिछले दरवाजे से भाग निकला।

बाहर बाइक पर बैठते ही कबीर ने आदित्य और अपर्णा को खबर दी – “चाचा, मेरे पास सब कुछ है!”
अब उनके पास वो सबूत थे, जिससे निखिल को बेनकाब किया जा सकता था।
आदित्य के चेहरे पर पहली बार मुस्कान आई।
अपर्णा बोली, “अब असली खेल शुरू होगा।”

क्या आदित्य, अपर्णा और कबीर मिलकर निखिल को सजा दिला पाएंगे?
क्या एक गलती से टूटा रिश्ता फिर से जुड़ सकता है?
जानने के लिए अगले वीडियो का इंतजार करें!
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