Dharmendra Prayer Meet: Hema Malini, बेटियां Esha, Ahana नहीं हुई शामिल | Sunny Deol | Prakash Kaur

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धर्मेंद्र जी की प्रार्थना सभा: दो परिवार, दो सभाएं और एक अधूरी विदाई

भूमिका

24 नवंबर 2025 की सुबह जब यह खबर आई कि बॉलीवुड के ही-मैन, पंजाब के पुत्तर और करोड़ों दिलों के प्यारे धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं रहे, तो पूरा देश शोक में डूब गया। धर्मेंद्र ने न सिर्फ सिनेमा को बल्कि परिवार, रिश्तों और भावनाओं को भी जीया था। उनके जाने के बाद जो मंजर सामने आया, उसने कई सवालों को जन्म दिया और देओल परिवार की जटिलता को एक बार फिर सबके सामने रख दिया।

अंतिम संस्कार: जल्दीबाजी और निजी दर्द

धर्मेंद्र जी के निधन के बाद जिस तरह उनका अंतिम संस्कार हुआ, उसने फैंस को हैरान कर दिया। आमतौर पर जब कोई बड़ा सितारा दुनिया छोड़ता है, तो उसकी अंतिम यात्रा राजकीय सम्मान के साथ होती है। तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर, बॉलीवुड और जनता का हुजूम। लेकिन धर्मेंद्र जी का अंतिम संस्कार उसी दिन दोपहर में, बड़ी सादगी और जल्दीबाजी में विले पार्ले के श्मशान घाट पर कर दिया गया।

सोशल मीडिया पर सनी देओल और बॉबी देओल को ट्रोल किया जाने लगा। लोग कह रहे थे कि उन्होंने अपने पिता को ठीक से विदा नहीं लेने दिया। लेकिन इस सादगी और जल्दबाजी के पीछे एक गहरा पारिवारिक दर्द था। निधन से कुछ दिन पहले अस्पताल से धर्मेंद्र जी का एक वीडियो लीक हुआ था, जिसमें वह बेसुध थे और प्रकाश कौर उनके पास रो रही थीं। यह वीडियो परिवार के लिए बेहद दुखद था। शायद यही वजह थी कि सनी और बॉबी ने फैसला किया कि अब सब कुछ निजी रखा जाएगा।

क्या एक सुपरस्टार सिर्फ परिवार का होता है?

धर्मेंद्र जी जैसे कलाकार सिर्फ परिवार के नहीं होते, वह जनता के होते हैं। इसी बात को समझते हुए, मौत के तीन दिन बाद यानी 27 नवंबर को देओल परिवार ने ताज लैंड्स एंड होटल में एक भव्य प्रार्थना सभा का आयोजन किया। इसे शोक सभा नहीं बल्कि “सेलिब्रेशन ऑफ लाइफ” कहा गया। होटल के सीसाइड लॉन्च को सफेद फूलों से सजाया गया था। छह बड़ी-बड़ी एलईडी स्क्रीन पर धर्मेंद्र जी की फिल्मों के दृश्य चल रहे थे। लेकिन सबसे भावुक पल था जब सनी और बॉबी देओल स्टेज के सामने खड़े थे, आंखों में आंसू और चेहरे पर थकान।

सितारों का जमावड़ा, भावनाओं की बाढ़

इस सभा में बॉलीवुड के लगभग सभी बड़े सितारे मौजूद थे। सलमान खान, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, ऐश्वर्या राय, रेखा, आमिर खान, अक्षय कुमार, सुनील शेट्टी, जैकी श्रॉफ और अनगिनत नाम। सलमान खान जब पहुंचे तो सनी देओल को देखकर खुद को रोक नहीं पाए। उन्होंने सनी को गले लगाया, दोनों की आंखों में आंसू थे। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो गया। यह एक खालिस दर्द था, जिसमें स्टारडम कहीं पीछे छूट गया था।

शाहरुख खान अपने बेटे आर्यन के साथ पहुंचे। अमिताभ बच्चन और उनका परिवार भी वहां मौजूद था। रेखा जी भी भावुक नजर आईं। सोनू निगम ने धर्मेंद्र जी के गानों की संगीतमय श्रद्धांजलि दी। “पल-पल दिल के पास”, “अपने तो अपने होते हैं”, “कल हो ना हो” जैसे गीतों ने माहौल को और भावुक बना दिया।

अधूरी उपस्थिति: हेमा मालिनी और बेटियां क्यों नहीं आईं?

इस भव्य आयोजन में एक चेहरा जिसकी सबको तलाश थी, वो गायब था। वह चेहरा था हेमा मालिनी का। ना हेमा जी, ना ईशा देओल, ना अहाना देओल। गॉसिप के गलियारों में सवाल उठने लगे—क्या उन्हें बुलाया नहीं गया? क्या आज भी 45 साल बाद भी परिवारों के बीच की दीवारें इतनी ऊंची हैं कि दुख की घड़ी में भी नहीं गिरतीं?

दरअसल, यह कोई झगड़ा नहीं बल्कि एक अघोषित मर्यादा थी। देओल परिवार की परंपरा रही है कि दोनों परिवार एक-दूसरे के रास्ते में नहीं आते। ताज लैंड्स एंड का आयोजन प्रकाश कौर और उनके बेटों ने किया था। ऐसे में हेमा मालिनी ने वहां ना जाकर एक समझदारी और गरिमापूर्ण फैसला लिया। उन्होंने माहौल को असहज होने से बचा लिया। अगर हेमा जी वहां जातीं और प्रकाश कौर का सामना होता, तो मीडिया का सारा ध्यान धर्मेंद्र जी की यादों से हटकर गॉसिप पर टिक जाता। हेमा जी ने अपने पति की अंतिम विदाई को तमाशा नहीं बनने दिया।

हेमा मालिनी की निजी प्रार्थना सभा

लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र जी के लिए प्रार्थना नहीं की। उसी समय जब ताज लैंड्स एंड में सितारे जमा थे, हेमा मालिनी ने अपने जूहू स्थित बंगले पर एक निजी प्रार्थना सभा रखी थी। वहां भीड़ नहीं थी, कैमरा नहीं था। सिर्फ वे लोग थे जो हेमा जी और उनकी बेटियों के करीब थे। इस सभा में ईशा देओल के पूर्व पति भारत तख्तानी भी मौजूद थे, जो तलाक के बावजूद परिवार के साथ खड़े रहे। गोविंदा की पत्नी सुनीता आहूजा भी हेमा जी के घर पहुंचीं। यह साफ करता है कि इंडस्ट्री भी जानती है कि यह दो अलग दुनिया हैं और दोनों का सम्मान जरूरी है।

दो परिवार, दो सभाएं और एक ही इन्सान

यह ट्विस्ट बहुत कम लोग जानते हैं—धर्मेंद्र जी के लिए दो अलग-अलग प्रार्थना सभाएं हुईं। एक ताज लैंड्स एंड में, दूसरी हेमा मालिनी के घर पर। दोनों सभाओं का अपना-अपना महत्व था। एक सार्वजनिक, एक निजी। एक में बॉलीवुड की भीड़ थी, दूसरी में परिवार की नजदीकी। दोनों में दर्द था, दोनों में प्रेम था, दोनों में अधूरी सी तसल्ली थी।

सोशल मीडिया पर हेमा मालिनी का दर्द

हेमा मालिनी ने अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया पर साझा किया। उन्होंने लिखा, “धर्म जी मेरे लिए सब कुछ थे। मेरे दोस्त, मेरे गाइड, मेरे हमसफर और मेरी बेटियों के प्यारे पिता। मेरा व्यक्तिगत नुकसान अवर्णनीय है और जो शून्यता पैदा हुई है वह अब ताम्र रहेगी।” उन्होंने कई पुरानी तस्वीरें शेयर कीं, जवानी के दिनों की, बेटियों के बचपन की, वो पल जब दोनों एक-दूसरे की आंखों में खोए रहते थे। यह हेमा जी का तरीका था दुनिया को यह याद दिलाने का कि भले ही वह ताज लैंड्स एंड में मौजूद ना हों, लेकिन धर्मेंद्र जी के दिल में उनका भी उतना ही हिस्सा था।

45 साल पुरानी मर्यादा, आज भी कायम

अगर इस पूरे घटनाक्रम को समझें तो पता चलता है कि 1980 में जब धर्मेंद्र और हेमा की शादी हुई थी, वह पहले से शादीशुदा थे। प्रकाश कौर से उनके चार बच्चे थे। हिंदू मैरिज एक्ट के तहत वह दूसरी शादी नहीं कर सकते थे। गॉसिप में यह बात मशहूर है कि उन्होंने इस्लाम कबूल किया था ताकि हेमा से निकाह कर सकें। हालांकि धर्मेंद्र जी ने हमेशा इंकार किया। प्रकाश कौर ने कभी धर्मेंद्र को तलाक नहीं दिया और हेमा मालिनी ने कभी उनकी जगह लेने की कोशिश नहीं की। दोनों ने अपने-अपने हिस्से के ‘

Dharmendra Prayer Meet: Hema Malini, बेटियां Esha, Ahana नहीं हुई शामिल |  Sunny Deol | Prakash Kaurधर्मेंद्र को प्यार किया। आज जब वह चले गए, तो दोनों ने अपने-अपने तरीके से उन्हें विदा किया।

असली परिवार का मतलब

यह कहानी किसी गॉसिप को हवा देने के लिए नहीं बल्कि उस जटिल और खूबसूरत रिश्ते को समझने के लिए है, जो देओल परिवार ने दशकों से निभाया है। हेमा जी ने अपनी गरिमा रखी, प्रकाश जी ने अपनी परंपरा और बेटों ने अपना फर्ज। यही है असली परिवार का मतलब।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र सिर्फ एक अभिनेता नहीं थे, वह एक भावना थे और भावनाएं कभी मरती नहीं हैं। दो प्रार्थना सभाएं हुईं तो क्या हुआ? प्रार्थनाएं तो एक ही ईश्वर के पास जाती हैं और वह सारी प्रार्थनाएं आज धर्मेंद्र जी की आत्मा को शांति दे रही होंगी।