Legend Comedian And Villain Shakti Kapoor Passed Away | Shakti Kapoor Death News | Shakti Kapoor

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शक्ति कपूर के निधन की अफवाह: सच्चाई, संघर्ष और बॉलीवुड का हंसता चेहरा

भूमिका

बीते कुछ समय से हिंदी सिनेमा जगत में बुरी खबरों का सिलसिला चलता आ रहा है। सोशल मीडिया पर आए दिन किसी न किसी कलाकार के निधन की अफवाहें फैलती रहती हैं। हाल ही में एक ऐसी खबर ने सबको चौंका दिया जिसमें दावा किया गया कि बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शक्ति कपूर का निधन हो गया है। यह खबर तेजी से वायरल हुई, लेकिन जल्द ही सच्चाई सामने आ गई। दरअसल, शक्ति कपूर पूरी तरह स्वस्थ हैं और यह खबर एक अफवाह के अलावा कुछ नहीं थी। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि इंटरनेट पर फैली हर खबर को सच मानना खतरे से खाली नहीं है।

शक्ति कपूर: एक परिचय

शक्ति कपूर का असली नाम सुनील सिकंदर लाल कपूर है। उनका जन्म 3 सितंबर 1952 को दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था। उनके पिता एक दर्जी थे और परिवार की आर्थिक स्थिति साधारण थी। बचपन से ही शक्ति कपूर को अभिनय और लोगों की नकल करने का शौक था। स्कूल में वे अपने शिक्षकों और सहपाठियों की नकल कर सबको हंसा देते थे। यही शौक उन्हें आगे चलकर अभिनय की दुनिया में ले गया।

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शिक्षा और अभिनय की शुरुआत

शक्ति कपूर ने दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने अभिनय की बारीकियां सीखी। उनका संघर्ष यहीं से शुरू हुआ। शुरुआती दिनों में उन्हें छोटे-छोटे रोल मिले, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। 1970 के दशक के अंत में वे कुछ फिल्मों में नजर आने लगे, लेकिन पहचान मिली 1980 में आई फिल्म ‘कुर्बानी’ और ‘रॉकी’ से।

विलेन से कॉमेडी किंग बनने का सफर

शक्ति कपूर ने अपने करियर की शुरुआत विलेन के किरदारों से की। उनकी डायलॉग डिलीवरी और खलनायक वाला एक्सप्रेशन दर्शकों के दिलों में उतर गया। ‘कुर्बानी’, ‘सत्ते पे सत्ता’, ‘अंदाज अपना-अपना’, ‘राजा बाबू’, ‘तोहफा’, ‘हिम्मतवाला’, ‘चालबाज’, ‘बाप नंबर वन’, ‘हीरो’ जैसी फिल्मों में उन्होंने अपनी अमिट छाप छोड़ी। लेकिन शक्ति कपूर की असली पहचान बनी उनके कॉमिक रोल्स से। गोविंदा के साथ उनकी जोड़ी दर्शकों की पसंदीदा बन गई। ‘राजा बाबू’ में उनका किरदार नंदू सबका बंधु आज भी लोगों की जुबान पर है। यह किरदार दिखने में भले ही मूर्ख था, लेकिन दिल का सच्चा था। इसी किरदार ने शक्ति कपूर को कॉमेडी किंग बना दिया।

700 से अधिक फिल्मों का सफर

शक्ति कपूर ने अब तक 700 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। उनकी कुछ यादगार फिल्में हैं –

कुर्बानी (1980)
रॉकी (1981)
सत्यमेव जयते (1987)
चालबाज (1989)
तोहफा (1984)
राजा बाबू (1994)
अंदाज अपना-अपना (1994)
बाप नंबर वन (1999)
हम साथ-साथ हैं (1999)
हंगामा (2003)
मालामाल वीकली (2006)

हर दशक में उन्होंने अपनी जगह बनाए रखी। उनकी ऊर्जा और अभिनय की विविधता ने उन्हें बॉलीवुड का ऑलराउंडर अभिनेता बना दिया।

परिवार और निजी जीवन

शक्ति कपूर ने अभिनेत्री शिवांगी कोल्हापुरी से शादी की, जो मशहूर गायिका पूनम और पद्मिनी कोल्हापुरी की बहन हैं। उनके दो बच्चे हैं – श्रद्धा कपूर (मशहूर अभिनेत्री) और सिद्धार्थ कपूर (अभिनेता और डीजे)। शक्ति कपूर अपने परिवार को लेकर हमेशा गर्व महसूस करते हैं। वे कहते हैं कि उन्हें सबसे ज्यादा खुशी इस बात की है कि उनकी बेटी श्रद्धा ने मेहनत से अपनी पहचान बनाई है, न कि उनके नाम के सहारे। श्रद्धा कपूर के साथ उनका रिश्ता बेहद प्यारा और दोस्ताना है। दोनों अक्सर एक-दूसरे पर मजेदार वीडियो बनाते रहते हैं।

विवाद और मीडिया चर्चा

शक्ति कपूर का करियर विवादों से भी अछूता नहीं रहा। 2005 में एक टीवी स्टिंग ऑपरेशन में उनका नाम उछाला गया था। उस समय यह खबर बहुत चर्चाओं में रही। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि वह वीडियो एडिटेड था और गलत ढंग से पेश किया गया। शक्ति कपूर ने हमेशा कहा कि उन्होंने जो भी गलतियां की उनसे सीखा है। इंसान वही है जो अपनी गलतियों से सुधार करे। समय के साथ उन्होंने खुद को फिर से संभाला और फिल्मों में वापसी की। आज लोग उन्हें फिर से उनके अभिनय के लिए प्यार करते हैं।

टीवी और वेब की दुनिया

बॉलीवुड के साथ-साथ शक्ति कपूर ने टेलीविजन और वेब शो में भी काम किया। उन्होंने रियलिटी शो ‘बिग बॉस’ में हिस्सा लिया, जहाँ उनके हास्यप्रद और सच्ची छवि लोगों को खूब पसंद आई। बाद में उन्होंने कुछ वेब सीरीज और विज्ञापनों में भी काम किया। उन्होंने कहा था, “अब अभिनय का मंच सिर्फ पर्दा नहीं, हर स्क्रीन है। मैं जहाँ भी अभिनय कर सकता हूं, वहां रहूंगा।”

निधन की अफवाह और प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया के इस युग में कोई भी खबर कुछ ही मिनटों में वायरल हो जाती है। ऐसा ही हुआ जब कुछ यूट्यूब चैनलों और फेसबुक पोस्टों पर खबर चली कि शक्ति कपूर नहीं रहे। कुछ लोगों ने तो श्रद्धांजलि वाले वीडियो भी बना दिए, लेकिन कुछ घंटों के भीतर ही यह खबर झूठी साबित हुई। शक्ति कपूर ने खुद एक वीडियो जारी किया जिसमें उन्होंने कहा, “अरे भाई, मैं जिंदा हूं। जरा मुझे भी तो बता दो कि मैं कब गया था।” उनकी इस हास्य भरी प्रतिक्रिया ने फैंस के चेहरे पर मुस्कान ला दी। उनकी बेटी श्रद्धा कपूर ने भी पोस्ट किया, “पापा एकदम फिट हैं और पहले से ज्यादा एनर्जेटिक। झूठी खबरों पर ध्यान ना दें।”

सोच और जीवन दर्शन

शक्ति कपूर का जीवन दर्शन बहुत सीधा है – हंसते रहो, मुस्कुराते रहो। वे मानते हैं कि इंसान के अंदर का बच्चा कभी मरना नहीं चाहिए। उनकी यही सोच उन्हें आज भी युवा और जोशीला बनाए रखती है। वे समाज में युवाओं को हमेशा मेहनत और सच्चाई की राह पर चलने की सलाह देते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था, “फिल्म इंडस्ट्री में टिकना आसान नहीं है। लेकिन अगर तुम सच्चे हो, मेहनती हो और किसी का बुरा नहीं सोचते तो सफलता जरूर मिलेगी।”

पुरस्कार और सम्मान

अपने शानदार अभिनय के लिए शक्ति कपूर को कई पुरस्कार मिले। इनमें शामिल हैं –

फिल्मफेयर अवार्ड फॉर बेस्ट कॉमेडियन (राजा बाबू, 1995)
आईफा अवार्ड्स में विशेष सम्मान
जी सिने अवार्ड्स और अन्य टीवी अवार्ड्स
हालांकि शक्ति कपूर ने कभी अवार्ड्स को अपनी सफलता की पहचान नहीं माना। वे कहते हैं, “मेरा असली अवार्ड वो लोग हैं जो मुझे देखकर हंसते हैं और खुश होते हैं।”

निजी जीवन और दिनचर्या

शक्ति कपूर मुंबई में अपने परिवार के साथ रहते हैं। वह फिल्मों से थोड़ा दूर हैं, लेकिन अभी भी खास प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बनते हैं। उन्हें सुबह योग करना, पुरानी फिल्मों के गाने सुनना और अपने पालतू कुत्तों के साथ समय बिताना बहुत पसंद है। वे श्रद्धा के साथ समय बिताना और उसकी फिल्मों पर सलाह देना भी पसंद करते हैं।

अफवाहों का सच और इंटरनेट की जिम्मेदारी

जब सोशल मीडिया पर शक्ति कपूर के निधन की खबर फैली तो उनके फैंस सदमे में आ गए। लोगों ने श्रद्धांजलि वाले पोस्ट बनाने शुरू कर दिए। लेकिन जब शक्ति कपूर ने अपने इंस्टाग्राम पर वीडियो डाला तो सबने राहत की सांस ली। उनकी बेटी श्रद्धा कपूर ने भी लिखा, “पापा एकदम फिट हैं।” इस अफवाह ने एक बार फिर साबित किया कि इंटरनेट पर खबरों को परखना कितना जरूरी है।

निष्कर्ष

आज शक्ति कपूर उम्र के उस पड़ाव पर हैं जहाँ लोग रिटायरमेंट की सोचते हैं, लेकिन वह अब भी फिल्मों और स्टेज शो में सक्रिय हैं। वे अक्सर कहते हैं, “जब तक सांस है, अभिनय चलता रहेगा।” उनका नाम आज भी इंडस्ट्री के सबसे ऊर्जावान और बहुमुखी कलाकारों में लिया जाता है। वे ऐसे इंसान हैं जिन्होंने नकारात्मक किरदारों को भी यादगार बना दिया और कॉमेडी में नई जान डाल दी। शक्ति कपूर सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि संघर्ष की कहानी हैं। एक मध्यमवर्गीय परिवार से निकलकर उन्होंने बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाई, विवादों का सामना किया और फिर खुद को दोबारा स्थापित किया। उनकी जिंदगी सिखाती है कि अफवाहें अस्थायी होती हैं, लेकिन सच्ची मेहनत और व्यक्तित्व अमर रहते हैं।

तो जब भी कोई कहता है शक्ति कपूर नहीं रहे, उनके चाहने वाले मुस्कुरा कर कहते हैं – नंदू सबका बंधु जिंदा है और हमेशा रहेगा।