रोहन और सैमुअल : इंसानियत, पूर्वाग्रह और सच्चाई की कहानी

शिकागो शहर की चमकती सड़कों पर एक भारतीय युवक रोहन अपने जीवन के सबसे कठिन और यादगार अनुभव से गुजर रहा था। जयपुर के एक मध्यमवर्गीय परिवार से आया रोहन कंप्यूटर साइंस में मास्टर्स करने के बाद एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करता था। उसके संस्कारों में भारत की मिट्टी की खुशबू थी और उसने हमेशा ईमानदारी, मदद और सच का साथ देने को प्राथमिकता दी।

एक शनिवार की दोपहर रोहन लिंकन स्क्वायर मार्केट घूमने निकला। बाजार में रंग-बिरंगी रौनक थी, कलाकार गिटार बजा रहे थे, ताजे फूलों की महक थी। घूमते-घूमते रोहन की नजर एक छोटी सी दुकान पर पड़ी, “सैमुअल्स क्राफ्ट कॉर्नर”। दुकान में हाथ से बने चमड़े के बैग और कलाकृतियां थीं। दुकान के पीछे बैठे बुजुर्ग ब्लैक अमेरिकी व्यक्ति सैमुअल जोन्स चुपचाप नक्काशी कर रहे थे। रोहन उनकी कला से प्रभावित होकर उनसे बातें करने लगा।

In America, the police arrested an Indian youth for helping a Black American, when the truth came... - YouTube

बातचीत के दौरान अचानक बाजार में हलचल हुई। एक गोरी अमेरिकी महिला कैरोलिन, फोन पर बात करती हुई जल्दी-जल्दी निकल रही थी। तभी एक नौजवान गोरा लड़का, जिसने नीली हुडी पहन रखी थी, तेज़ी से उसके पास आया, हल्के से टकराया और उसके कंधे पर टंगे पर्स का स्ट्रैप काटकर पर्स लेकर भीड़ में गायब हो गया। रोहन ने अपनी आंखों से यह सब देखा, लेकिन बाकी लोग कुछ समझ नहीं पाए।

कैरोलिन को कुछ मिनट बाद ही पता चला कि उसका पर्स चोरी हो गया है। वह घबराकर चिल्लाने लगी और सबसे पास बैठे सैमुअल पर इल्जाम लगा दिया, “तुमने मेरा पर्स चुराया है!” सैमुअल स्तब्ध रह गए, लेकिन उन्होंने विनम्रता से अपनी बेगुनाही साबित करने की कोशिश की। भीड़ में कुछ लोग सैमुअल को शक की निगाह से देखने लगे।

रोहन से यह अन्याय देखा नहीं गया। उसने आगे बढ़कर कहा, “मैम, आप गलती कर रही हैं। चोरी इन्होंने नहीं की है, वह एक गोरा लड़का था, जिसने हुडी पहन रखी थी।” लेकिन कैरोलिन ने रोहन पर भी आरोप लगा दिया कि वह सैमुअल का साथी है। उसने पुलिस को फोन कर दिया।

कुछ ही देर में पुलिस आ गई। ऑफिसर मिलर और ऑफिसर डेविस ने बिना किसी सबूत के, सिर्फ कैरोलिन के आरोप पर, सैमुअल और रोहन दोनों को गिरफ्तार कर लिया। दोनों को पूछताछ के लिए स्टेशन ले जाया गया। ऑफिसर मिलर ने बार-बार रोहन पर आरोप लगाए, लेकिन रोहन सच पर अडिग रहा।

ऑफिसर डेविस ने सुझाया कि बाजार के सीसीटीवी फुटेज देखी जाए। फुटेज में साफ-साफ दिख गया कि चोरी करने वाला वह गोरा लड़का था, सैमुअल और रोहन निर्दोष थे। मिलर शर्मिंदा हो गया, डेविस ने दोनों को माफी दी और उन्हें सम्मानपूर्वक विदा किया।

कैरोलिन को भी स्टेशन बुलाया गया और उसे अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने दोनों से माफी मांगी। सैमुअल ने उसे माफ कर दिया और कहा, “चोट पर्स के चोरी होने से ज्यादा आपके शब्दों ने पहुंचाई है। उम्मीद है कि आगे आप किसी को रंग से नहीं, बल्कि उसके किरदार से परखेंगी।” रोहन ने भी कहा, “आपकी एक गलती से हमें अपमान सहना पड़ा, आगे से सोच-समझकर इल्जाम लगाएं।”

उस दिन के बाद रोहन और सैमुअल अच्छे दोस्त बन गए। रोहन अक्सर वीकेंड पर उनकी दुकान जाता और उनसे जीवन के अनुभव सीखता। यह घटना उनके लिए एक बुरा सपना थी, लेकिन उसी ने उन्हें एक खास रिश्ता दिया।