निर्मल और शिखा की प्रेरणादायक कहानी

नमस्कार प्रिय दर्शकों! आज मैं आपके लिए एक बेहद भावुक और प्रेरणादायक कहानी लेकर आया हूँ, जिसे सुनकर शायद आपके दिल को भी छू जाए।

कहानी शुरू होती है बिहार के एक जिले से, जहाँ एक कॉलेज में निर्मल नाम का लड़का पढ़ता था। निर्मल के पिता करोड़पति थे, इसलिए उसे पैसों की कोई कमी नहीं थी। वह रोज़ अपनी गाड़ी में कॉलेज आता, मौज-मस्ती करता और अपनी जिंदगी का आनंद लेता।

इसी कॉलेज में शिखा नाम की एक लड़की भी पढ़ती थी। शिखा एक मध्यमवर्गीय परिवार से थी, उसके पिता एक सरकारी शिक्षक थे। शिखा पढ़ाई में बहुत तेज थी और देखने में भी सुंदर थी। एक दिन जब क्लास में टीचर सवाल पूछ रहे थे, शिखा जवाब देने के लिए खड़ी हुई, तभी निर्मल की नजर उस पर पड़ी। पहली ही नजर में निर्मल को शिखा से प्यार हो गया।

अब निर्मल हर रोज़ शिखा से बात करने का मौका ढूंढता। लेकिन शिखा जानती थी कि निर्मल अमीर है, इसलिए वह उससे दूर रहती थी। उसके मन में डर था कि कहीं निर्मल उसकी भावनाओं का गलत फायदा न उठा ले। लेकिन एक दिन निर्मल ने हिम्मत जुटाकर अपने दिल की बात शिखा से कह दी—”शिखा, जब से मैंने तुम्हें पहली बार देखा है, तुम बार-बार मेरे ख्यालों में आती हो। मुझे लगता है मैं तुमसे प्यार करने लगा हूँ।”

शिखा को उसकी बातों पर भरोसा नहीं हुआ और उसने निर्मल को मना कर दिया। उसने कहा, “मेरे पिताजी गरीब हैं, हम तुम्हारे बराबर नहीं हैं। हमारा रिश्ता ठीक नहीं है।” निर्मल दुखी हो गया, लेकिन उसने हार नहीं मानी। वह शिखा को अपने सच्चे प्यार का यकीन दिलाने के लिए कॉलेज में सभी की मदद करता, जूनियर्स की रक्षा करता, जिससे धीरे-धीरे शिखा भी उसके व्यवहार से प्रभावित होकर उससे बात करने लगी।

कुछ समय बाद, निर्मल ने दोबारा अपने प्यार का इजहार किया। इस बार शिखा ने उसका प्यार स्वीकार कर लिया और दोनों ने साथ रहने का वादा किया। कॉलेज में सबको उनके रिश्ते का पता चल गया। वक्त बीतता गया, उनकी ग्रेजुएशन पूरी हो गई।

अब निर्मल ने शिखा से शादी करने की बात की। शिखा ने कहा, “तुम्हारे घरवाले कभी नहीं मानेंगे। मेरे पिता एक मामूली शिक्षक हैं और तुम्हारे पिता करोड़पति।” निर्मल ने कहा, “मैं अपने घरवालों से बात करूंगा।” वह घर गया और पिता से शादी की बात की। पिता ने बाहर से तो हामी भर दी, लेकिन अंदर से अमीरी का घमंड उन्हें रोकता रहा।

कुछ दिन बाद निर्मल के पिता शिखा के घर गए। वहाँ उन्होंने अपनी अमीरी का रौब झाड़ा और शिखा के पिता से कहा कि वे पैसे ले लें, लेकिन अपनी बेटी को निर्मल से दूर रखें। शिखा के पिता ने साफ मना कर दिया। शिखा ने सारी बातें सुन ली और निर्मल को फोन कर दिया—”हमें भूल जाओ, हमारी शादी नहीं हो सकती।”

निर्मल टूट गया। उसने अपने पिता से पूछा, तो उन्होंने साफ कहा, “हमारे स्तर के लोग नहीं हैं। भूल जा उसे।” निर्मल ने कहा, “ठीक है, मैं किसी से शादी नहीं करूंगा, लेकिन उसके सिवा किसी और से शादी नहीं कर सकता।” उसके पिता ने भी जिद पकड़ ली।

तीन साल बीत गए। निर्मल अकेला, उदास, गुमसुम रहने लगा। उसके पिता बार-बार समझाते, लेकिन वह नहीं मानता। एक दिन परिवार के साथ फंक्शन से लौटते वक्त गाड़ी का एक्सीडेंट हो गया। निर्मल की मां की मौत हो गई, पिता गंभीर रूप से घायल हो गए, और निर्मल के पैर में गहरी चोट आ गई।

अस्पताल में पिता ने आखिरी सांसों में कहा, “बेटा, मैंने अपने घमंड में तुम्हें रोक दिया। मेरी आखिरी इच्छा है, तुम शिखा से शादी कर लो।” निर्मल के पिता की भी मौत हो गई। निर्मल का पैर भी हमेशा के लिए विकलांग हो गया।

अब निर्मल ने अपने व्यापार पर ध्यान देना छोड़ दिया, शराब पीने लगा, और अपना घर बेच दिया। उधर शिखा कलेक्टर बन गई थी। उसकी ट्रेनिंग पूरी हुई, पोस्टिंग मिली, लेकिन वह निर्मल को नहीं भूल पाई। एक दिन वह निर्मल के पुराने घर पहुंची, लेकिन पता चला वह घर बिक चुका है। काफी खोजबीन के बाद शिखा को पता चला कि निर्मल अब गरीब बस्ती में मजदूरी करता है।

शिखा वहाँ पहुँची। निर्मल ने पहचानने से इंकार कर दिया, लेकिन शिखा ने उसके सिर पर हाथ रखकर कसम खिलाई। निर्मल की आंखों से आंसू बह निकले। उसने अपनी सारी कहानी बता दी—”अब मैं तुम्हारे लायक नहीं रहा। विकलांग हूँ, मजदूरी करता हूँ।”

शिखा बोली, “आज जो मैं कलेक्टर बनी हूँ, वो तुम्हारी वजह से है। तुम्हारे पिता ने हमें गरीब होने का एहसास दिलाया, तभी मैंने ठान लिया कि बड़ा अधिकारी बनना है। अब मैं खुद तुम्हारे घर आई हूँ, और तुमसे ही शादी करूंगी।”

शिखा ने निर्मल को तैयार करवाया, अपने पिता से मिलवाया, और उनकी देखरेख में दोनों की शादी हो गई। शिखा ने निर्मल के लिए एक छोटा सा रोजगार खुलवा दिया, जिससे वह आत्मनिर्भर बन सके। निर्मल ने शराब छोड़ दी। दोनों खुशी-खुशी जीवन बिताने लगे।

दोस्तों, कभी-कभी हालात हमें तोड़ देते हैं, लेकिन सच्चा प्यार और आत्मविश्वास हर मुश्किल को पार कर सकता है। अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो तो लाइक, कमेंट और सब्सक्राइब जरूर करें।