हेमा मालिनी ने तोड़ी चुप्पी, जल्दबाज़ी में किया अंतिम संस्कार? Hema Malini break silence on Dharmendra

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हेमा मालिनी ने तोड़ी चुप्पी: धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार की असली वजह

बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र का निधन पूरे देश के लिए एक गहरा सदमा था। उनकी मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार को लेकर कई सवाल उठे, जिनका जवाब अब हेमा मालिनी ने बेहद भावुक अंदाज में दिया है। आइए जानते हैं आखिर क्यों देओल परिवार ने धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार इतनी जल्दी और निजी तौर पर किया, और हेमा मालिनी ने इस पर क्या कहा।

धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार में क्यों दिखाई गई जल्दबाजी?

जब धर्मेंद्र जी के निधन की खबर आई, तो पूरा देश शोक में डूब गया। सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने श्रद्धांजलि दी, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा उनके अंतिम संस्कार को लेकर रही। देओल परिवार ने अंतिम संस्कार बेहद निजी तरीके से किया, जिसमें न तो फैंस को और न ही मीडिया को शामिल होने दिया गया। इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह के सवाल उठे कि आखिर इतनी जल्दबाजी क्यों की गई? क्या परिवार कुछ छुपा रहा था?

हेमा मालिनी ने खोला धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार का सच

एक हफ्ते बाद हेमा मालिनी ने यूएई के फिल्म डायरेक्टर हमद अल रयामी से मुलाकात में अपने दिल का दर्द साझा किया। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र जी जीवनभर नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें कमजोर या बीमार देखे। उन्होंने अपने दर्द और तकलीफ हमेशा अपने तक ही सीमित रखी। वह हमेशा लोगों के सामने मजबूत और खुश दिखना चाहते थे। इसी वजह से परिवार ने उनकी इच्छा का सम्मान करते हुए अंतिम संस्कार को निजी रखने का फैसला किया। हेमा मालिनी ने कहा, “किसी व्यक्ति के गुजर जाने के बाद फैसला परिवार का होता है और हमने वही किया जो धर्मेंद्र जी चाहते थे।”

हेमा मालिनी का दर्द: अंतिम पलों में पति के साथ न होना

हमद अल रयामी ने सोशल मीडिया पर हेमा मालिनी के साथ मुलाकात की झलकियां साझा कीं। उन्होंने लिखा कि हेमा जी गहरे दुख में डूबी हुई थीं और उनकी आवाज कांप रही थी। हेमा मालिनी ने बताया कि उन्हें इस बात का बेहद अफसोस है कि काश वह दो महीने पहले धर्मेंद्र जी के साथ होतीं, काश वह फार्महाउस पर होतीं और धर्मेंद्र जी को आखिरी बार देख पातीं। लेकिन किस्मत को कुछ और मंजूर था और अब यह अफसोस हमेशा उनके साथ रहेगा।

धर्मेंद्र की कविताएं: एक अनमोल धरोहर जो खो गई

इस मुलाकात में हेमा मालिनी ने यह भी बताया कि धर्मेंद्र जी कविताएं लिखा करते थे। वह चाहती थीं कि उनकी कविताएं दुनिया के सामने आएं, लेकिन धर्मेंद्र जी हमेशा इन्हें निजी रखना चाहते थे। अब जब वह इस दुनिया में नहीं रहे, उनकी कविताएं भी हमेशा के लिए अधूरी रह गई हैं। हेमा जी को इस बात का भी अफसोस है कि काश उन्होंने धर्मेंद्र जी को समझा लिया होता और ये कविताएं लोगों तक पहुंचा पातीं। एक कलाकार की कितनी सारी कलाएं उसके साथ ही चली जाती हैं और दुनिया उन्हें कभी नहीं देख पाती।

देओल परिवार का शोक

धर्मेंद्र जी के निधन से न सिर्फ हेमा मालिनी बल्कि उनका पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। सनी देओल और बॉबी देओल अपने पिता को खोकर बेहद टूटे हुए हैं। धर्मेंद्र जी सिर्फ एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक आदर्श पिता भी थे। उन्होंने अपने बच्चों को संस्कार दिए, जो आज भी उनके साथ हैं। बेटियां ईशा और आहना देओल भी अपने पिता की मौत से बेहद दुखी हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखकर अपने पिता के लिए प्यार और सम्मान जताया है।

फैंस का प्यार और श्रद्धांजलि

धर्मेंद्र जी के फैंस ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी है। लोग उनकी फिल्मों के क्लिप्स शेयर कर रहे हैं और बता रहे हैं कि धर्मेंद्र जी उनके लिए क्या मायने रखते थे। धर्मेंद्र जी ने अपने करियर में इतनी सारी यादगार फिल्में दी हैं कि उन्हें गिनना मुश्किल है। उनकी फिल्में आज भी उतनी ही पसंद की जाती हैं जितनी पहले की जाती थीं। उनकी सादगी और विनम्रता लोगों को बेहद पसंद थी।

हेमा मालिनी की मानसिक स्थिति

हेमा मालिनी इस वक्त बेहद कठिन दौर से गुजर रही हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन धर्मेंद्र जी के साथ बिताया और अब जब वह नहीं रहे, तो हर पल उनकी याद सता रही है। एक पत्नी के दिल में कैसा दर्द होगा जब उसे यह एहसास हो कि वह अपने पति के आखिरी पलों में उनके साथ नहीं थी। हेमा जी इसी पछतावे के साथ जी रही हैं।

धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की जोड़ी

धर्मेंद्र और हेमा मालिनी की जोड़ी बॉलीवुड की सबसे मशहूर जोड़ियों में से एक रही है। दोनों ने साथ में कई सुपरहिट फिल्में दी हैं और उनकी केमिस्ट्री हमेशा से लोगों को पसंद आई है। असल जिंदगी में भी उनका रिश्ता बेहद खूबसूरत था। धर्मेंद्र जी हेमा जी से बेहद प्यार करते थे और हेमा जी भी उनके बिना अपनी जिंदगी की कल्पना नहीं कर सकती थीं।

धर्मेंद्र जी की विरासत

धर्मेंद्र जी का जाना बॉलीवुड के लिए एक बहुत बड़ा नुकसान है। उन्होंने अपनी मेहनत और लगन से वह मुकाम हासिल किया जो हर कोई नहीं हासिल कर सकता। आज भी वह लाखों लोगों के लिए प्रेरणा हैं। उनकी फिल्मों और कविताओं की यादें हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी।

निष्कर्ष

हेमा मालिनी ने जिस इमोशनल अंदाज में धर्मेंद्र जी के अंतिम संस्कार की असली वजह बताई, वह दर्शाता है कि धर्मेंद्र जी कितने संवेदनशील और महान इंसान थे। उन्होंने अपने दर्द को हमेशा छुपाया ताकि दूसरों को तकलीफ न हो। उनकी कविताओं का खो जाना भी एक बड़ा नुकसान है। देओल परिवार को इस मुश्किल वक्त से उबरने की ताकत मिले, यही दुआ है। धर्मेंद्र जी हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेंगे और उनकी फिल्में हमें उनकी याद दिलाती रहेंगी। उनका योगदान बॉलीवुड के लिए अमर है।

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