खेत में महिला के साथ हुआ हादसा/खेत में चारा काटने गई थी/

लालच, धोखा और सांप का कहर – हरिनगर गांव की सच्ची घटना
आज मैं आपके सामने एक ऐसी सच्ची घटना लेकर आया हूँ, जिसने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के हरिनगर गांव को हिला दिया था। यह कहानी है संजय कुमार, उसकी पत्नी विद्या, और गांव के सबसे बड़े जमींदार कलीराम की। इसमें लालच, धोखा, रिश्तों की टूटन और प्रकृति का भयानक कहर है। यह कहानी आपको सोचने पर मजबूर कर देगी कि आखिर इंसानियत और रिश्तों की असली कीमत क्या है।
संजय कुमार का संघर्ष और सपने
हरिनगर गांव के संजय कुमार एक गरीब किसान-मजदूर था। वह रोज सुबह सूरज निकलने से पहले उठता, जमींदारों के खेत में काम करता, और शाम को थका-हारा घर लौटता। उसकी पत्नी विद्या देखने में बेहद सुंदर थी, लेकिन उसके मन में हमेशा पैसों की भूख रहती थी। वह छोटी-छोटी बातों पर लड़ती, संजय को ताने मारती और अपने सपनों के लिए हमेशा पैसा मांगती।
संजय ने सालों की मेहनत से कुछ पैसे जोड़ लिए थे। उसका सपना था कि वह भैंसें खरीदे, दूध बेचे और अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दिलाए। आखिरकार उसने तीन भैंसें खरीद लीं। लेकिन खुद का खेत न होने के कारण चारे की समस्या सामने आ गई। शुरू में वह इधर-उधर से चारा लाता, लेकिन जल्दी ही समझ गया कि यह ज्यादा दिन नहीं चलेगा।
जमींदार कलीराम के खेत में नौकरी
संजय ने फैसला किया कि अब वह गांव के सबसे बड़े जमींदार कलीराम के खेत में काम करेगा। कलीराम के पास 30-32 एकड़ जमीन थी। संजय उसके पास गया और काम मांगा। कलीराम ने खुशी-खुशी उसे रख लिया, क्योंकि उसका पुराना नौकर काम छोड़कर चला गया था।
अब संजय रोज कलीराम के खेत में काम करने लगा। उसकी मेहनत देखकर सभी लोग उसकी तारीफ करते थे। लेकिन उसकी पत्नी विद्या को अब भी संतोष नहीं था। वह चाहती थी कि संजय और ज्यादा पैसे कमाए।
मधु का आकर्षण और पहली गलती
कलीराम की पत्नी मधु भी बेहद खूबसूरत थी। जब उसने संजय को देखा, तो उसके मन में भी गलत विचार आने लगे। एक दिन, मधु ने संजय को 5000 रुपये दिए और रात को घर बुलाया। संजय पैसों के लालच में आ गया। मधु ने अपने पति और बेटे को नींद की गोली खिलाकर सुला दिया और संजय को अपने कमरे में बुला लिया। दोनों के बीच गलत संबंध बन गए।
अब मधु जब चाहती, संजय को बुला लेती। संजय भी पैसे के लिए सब कुछ करता रहा। धीरे-धीरे यह रिश्ता गांव में चर्चा का विषय बनने लगा। लेकिन संजय और मधु दोनों को पैसों की लालच ने अंधा कर दिया था।
पड़ोसन सुंदरी की नजर और साजिश
मधु की पड़ोसन सुंदरी को इन दोनों पर शक हो गया। उसने कई बार संजय को रात में मधु के घर जाते हुए देखा। आखिरकार उसने कलीराम को सब बता दिया कि उसका नौकर रात में उसकी पत्नी के पास आता है। कलीराम को गुस्सा आया और उसने संजय को नौकरी से निकाल दिया।
लेकिन अब उसकी नजर संजय की पत्नी विद्या पर थी, जो खुद भी लालची थी। कलीराम ने विद्या को अपने खेत में काम पर रख लिया। विद्या ने भी पैसों के लालच में कलीराम से संबंध बना लिए। अब जब भी कलीराम चाहता, विद्या को खेत में बुला लेता और उसे पैसे देता रहता।
विद्या का बदलता चरित्र और गांव में चर्चा
विद्या अब रोज कलीराम के खेत में जाने लगी। गांव की औरतें उसके चरित्र पर सवाल उठाने लगीं। लेकिन विद्या को पैसों की जरूरत थी, सो उसने सब अनसुना कर दिया। संजय को भी शक होने लगा, लेकिन वह अपनी पत्नी पर भरोसा करना चाहता था।
कई बार विद्या और कलीराम खेत में अकेले मिलते। कलीराम उसे पैसे देता, कपड़े और गहने भी लाकर देता। विद्या का लालच बढ़ता गया। अब वह कलीराम से और ज्यादा पैसे मांगने लगी। कलीराम भी विद्या के आगे झुकता गया।
सांप का कहर – प्रकृति का न्याय
एक दिन, कलीराम अपने दोस्त मनीराम के साथ खेत में शराब पी रहा था। उसने विद्या को भी बुलाया। दोनों ने खेत में संबंध बनाए। मनीराम भी वहां पहुंचा, लेकिन जब वह अंदर गया तो देखा कि दोनों के शरीर पर कई सांप रेंग रहे थे। दोनों की मौत हो चुकी थी – सांप ने काट लिया था।
मनीराम ने पुलिस को बुलाया। पोस्टमार्टम में पता चला कि सांप के काटने से दोनों की मौत हुई थी। गांव में यह खबर आग की तरह फैल गई। दोनों परिवार बर्बाद हो गए। विद्या और कलीराम की गलतियों की सजा उन्हें सांप ने दी।
गांव में मातम और सबक
इस घटना के बाद गांव में मातम छा गया। संजय कुमार पूरी तरह टूट गया। उसकी पत्नी की मौत ने उसके जीवन को बर्बाद कर दिया। कलीराम का परिवार भी बिखर गया। मधु ने खुद को कमरे में बंद कर लिया। गांव के लोग कहते हैं – “जो दूसरों का घर उजाड़ता है, उसका घर खुद उजड़ जाता है।”
गांव के बुजुर्गों ने बच्चों को समझाया कि लालच और गलत रास्ते हमेशा बर्बादी की ओर ले जाते हैं। रिश्तों में विश्वास और ईमानदारी सबसे जरूरी है। जो अपने परिवार के साथ धोखा करता है, उसे प्रकृति भी माफ नहीं करती।
कहानी का संदेश
दोस्तों,
इस कहानी का मकसद किसी का दिल दुखाना नहीं, बल्कि आपको जागरूक करना है। लालच और गलत रास्ते हमेशा बर्बादी की ओर ले जाते हैं। अपने परिवार और रिश्तों में ईमानदारी और भरोसा सबसे जरूरी है।
नेकी करें, सदाचार अपनाएं, और गलत रास्तों से हमेशा दूर रहें।
अगर आपको यह कहानी कुछ सिखा पाई हो, तो लाइक और शेयर जरूर करें। अपनी राय कमेंट में लिखें और ऐसी ही सच्ची एवं शिक्षाप्रद कहानियों के लिए पेज को फॉलो करें।
जय हिंद!
News
जैसे ही बुजुर्ग ने टोपी उतारी – IPS की आंखें फटी रह गईं.. अंदर छुपा था ऐसा राज!
जैसे ही बुजुर्ग ने टोपी उतारी – IPS की आंखें फटी रह गईं.. अंदर छुपा था ऐसा राज! खोई हुई…
पति रोज़ सुबह घर से निकलता था, पत्नी ने जब पीछा किया, जो देखा, पैरों तले ज़मीन खिसक गई!
पति रोज़ सुबह घर से निकलता था, पत्नी ने जब पीछा किया, जो देखा, पैरों तले ज़मीन खिसक गई! ठंडी…
दोस्त की शादी में मेहमान बनकर गया था लेकिन किस्मत ने उसी को दूल्हा बना दिया , फिर जो हुआ देख सब
दोस्त की शादी में मेहमान बनकर गया था लेकिन किस्मत ने उसी को दूल्हा बना दिया , फिर जो हुआ…
जब दरोगा ने बुजुर्ग को धक्का मार के गिराया…फिर जो हुआ, पूरा पुलिस डिपार्टमेंट हिल गया..
जब दरोगा ने बुजुर्ग को धक्का मार के गिराया…फिर जो हुआ, पूरा पुलिस डिपार्टमेंट हिल गया.. “इंसानियत की सीख –…
Jab Inspector Ne DM Madam Ko Aam Ladki Samajh Kar Thappad Mara Aur Phir Inspector Ko Kya Hua?
Jab Inspector Ne DM Madam Ko Aam Ladki Samajh Kar Thappad Mara Aur Phir Inspector Ko Kya Hua? “एक प्लेट…
गाइड ने अपनी सूझ बूझ से बचाई घायल विदेशी महिला पर्यटक की जान ,उसके बाद उसने जो किया वो आप सोच भी
गाइड ने अपनी सूझ बूझ से बचाई घायल विदेशी महिला पर्यटक की जान ,उसके बाद उसने जो किया वो आप…
End of content
No more pages to load





