Hema Malini ने धर्मेंद्र की करोड़ों की संपत्ति को क्यों ठुकराया? जानिए इस अनसुने प्यार की कहानी!

.

 

परिचय

हिंदी सिनेमा की दुनिया में एक अद्भुत जोड़ी, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र, हमेशा से अपने प्यार और व्यक्तिगत जीवन के कारण चर्चा का विषय रहे हैं। जहां धर्मेंद्र ने अपने करियर में “हीमैन” का खिताब हासिल किया, वहीं हेमा मालिनी को उनके अद्वितीय अभिनय और नृत्य के लिए “ड्रीम गर्ल” के रूप में जाना जाता है। 1980 में इन दोनों ने शादी की, हालांकि धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे और उनके चार बच्चे थे।

लेकिन अब जब धर्मेंद्र का निधन हो चुका है, उनकी संपत्ति को लेकर उठ रहे सवालों ने एक नई बहस छेड़ दी है। हेमा का यह बयान कि “मुझे उनकी प्रॉपर्टी या पैसा नहीं चाहिए,” लोगों के बीच कौतूहल का विषय बन गया है। क्या वाकई उन्होंने धर्मेंद्र की संपत्ति को ठुकरा दिया, या इसके पीछे कुछ और गहराई है?

Hema Malini का रुख और सिद्धांत

हेमा मालिनी ने हमेशा अपने रिश्तों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने धर्मेंद्र से शादी करते समय स्पष्ट किया था कि उन्हें उनकी संपत्ति या पैसों की कोई चाहत नहीं थी। उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण था धर्मेंद्र का प्यार और साथ। शादी के बाद, उन्होंने और धर्मेंद्र ने अलग-अलग घरों में रहने का निर्णय लिया ताकि किसी भी परिवार में तनाव न हो।

इस निर्णय के पीछे उनके सिद्धांत थे कि एक शांति और सामंजस्यपूर्ण रिश्ते के लिए यह आवश्यक था। हेमा ने कभी धर्मेंद्र की मदद लेने से इनकार नहीं किया, लेकिन उन्होंने अपने दम पर पहचान बनाने का प्रयास किया। जब उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, तब भी उन्होंने धर्मेंद्र से मदद नहीं मांगी, बल्कि बी-ग्रेड फिल्मों में काम करके खुद को संभाला।

धर्मेंद्र की संपत्ति और विवाद

धर्मेंद्र की संपत्ति का अनुमान ₹400–450 करोड़ के बीच है, जिसमें मुंबई का भव्य बंगला, लोनावला का फार्महाउस, फिल्म स्टूडियोज, प्रोडक्शन कंपनियां, और अन्य संपत्तियां शामिल हैं। धर्मेंद्र के पास दो परिवार थे: एक अपनी पहली पत्नी प्रकाश कौर से और दूसरा हेमा मालिनी से।

धर्मेंद्र के निधन के बाद, संपत्ति के बंटवारे का सवाल उठने लगा। कानूनी दृष्टिकोण से, उनकी संपत्ति का आधा हिस्सा पहले परिवार को मिल सकता है। इस बीच, हेमा का बयान उनके सिद्धांतों और रिश्तों की प्राथमिकता को साफ दर्शाता है।

कानूनी दृष्टिकोण: क्या हेमा को संपत्ति का हिस्सा मिलेगा?

कानूनी रूप से, धर्मेंद्र की संपत्ति उनके पहले परिवार और बच्चों के बीच बांटी जाएगी। चूंकि यह संपत्ति धर्मेंद्र की मेहनत से अर्जित की गई थी, इसलिए उनके जीवित बच्चों का हिस्सा मुख्य होगा। हालांकि, हेमा को संपत्ति में कानूनी हिस्सा नहीं मिलेगा, लेकिन यह कहना पूरी तरह से सही नहीं है कि उन्हें कुछ नहीं मिलेगा।

धर्मेंद्र और हेमा के बीच एक निजी समझौता हो सकता है, जो सार्वजनिक नहीं किया गया। उनकी जीवनशैली और रिश्ते के बारे में जो जानकारी सामने आई है, उससे यह स्पष्ट है कि उन्होंने कभी भी संपत्ति पर दावेदारी नहीं की, बल्कि उन्हें हमेशा धर्मेंद्र का प्यार और समर्थन चाहिए था।

सार्वजनिक बयान और आलोचना

धर्मेंद्र के निधन के बाद, हेमा का यह बयान फिर से चर्चा का विषय बन गया कि उन्हें उनकी संपत्ति में कोई रुचि नहीं है। यह बयान उनके सिद्धांतों को स्पष्ट करता है कि उन्होंने भौतिक चीजों की बजाय रिश्तों की सच्चाई और ईमानदारी को महत्व दिया। इस बयान को सोशल मीडिया पर कई लोगों ने सराहा, और उनकी निष्ठा को उच्च सम्मान दिया।

हालांकि, कुछ लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि यदि कोई और महिला होती, तो क्या वह भी ऐसा ही फैसला लेती? क्या कोई और औरत संपत्ति का हिस्सा छोड़ने के बाद यही निर्णय लेती? यह सवाल समाज में बहस का कारण बन गया है, खासकर जब कई महिलाएं पैसे और संपत्ति को प्राथमिकता देती हैं।

निष्कर्ष

हेमा मालिनी का जीवन इस बात का उदाहरण है कि रिश्ते और पैसा दो अलग चीजें हैं। उन्होंने अपने सिद्धांतों और सम्मान के लिए अपने परिवार की खुशहाली को प्राथमिकता दी, न कि भौतिक लाभों को। धर्मेंद्र के साथ उनका रिश्ता हमेशा गहरे प्यार और समझ का रहा। उन्होंने कभी भी धर्मेंद्र की संपत्ति पर दावेदारी नहीं की और न ही इसे अपना अधिकार समझा।\

इस सब के बीच, यह स्पष्ट हो गया है कि हेमा मालिनी ने कभी भी करोड़ों की दौलत के लिए रिश्ते से समझौता नहीं किया। उनका असली उद्देश्य एक मजबूत और ईमानदार रिश्ते की ओर था, जो आज भी लोगों के दिलों में एक मिसाल के तौर पर जीवित है।