जब वह दो साल बाद विदेश से लौटा तो उसकी पत्नी ट्रेन में भीख मांग रही थी…
अजय एक साधारण युवक था, जिसने अपने परिवार के लिए बेहतर जीवन की तलाश में विदेश जाने का फैसला किया। वह अपनी पत्नी, ज्योति, और अपने वृद्ध माता-पिता को पीछे छोड़कर सऊदी अरब चला गया। दो साल बाद, जब वह आखिरकार भारत लौट रहा था, तो उसकी आँखों में उम्मीद और खुशी थी। लेकिन उसे नहीं पता था कि उसकी यात्रा उसके जीवन की सबसे कठिन परीक्षा बन जाएगी।
#### वापसी का सफर
दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर उतरने के बाद, अजय ने अपने गाँव की ओर जाने वाली ट्रेन में बैठने का निश्चय किया। ट्रेन का इंतजार करते हुए, उसने सोचा कि वह अपने परिवार से मिलकर उन्हें खुशियाँ देगा। लेकिन जैसे ही ट्रेन अपने गंतव्य की ओर बढ़ी, उसने स्टेशन पर कुछ ऐसा देखा जिसने उसके दिल को तोड़ दिया।
वहां उसके माता-पिता और पत्नी, सभी एक कोने में भीख मांग रहे थे। अजय को पहचानने में उन्हें समय लगा, लेकिन जब उनकी आँखें एक-दूसरे से मिलीं, तो भावनाओं का tsunami आ गया। उसकी पत्नी, ज्योति, ने उसे पहचान लिया और उनकी आँखों में आँसू आ गए।
अजय ने अपने माता-पिता से पूछा कि यह सब कैसे हुआ। उन्होंने बताया कि अजय की अनुपस्थिति में उसकी भाभी, जो कि उसके बड़े भाई की पत्नी थी, ने उन्हें धोखा दिया। अजय का भाई, योगेश, और उसकी भाभी ने मिलकर अजय के माता-पिता की संपत्ति और भूमि को अपने नाम लिखवा लिया।
वे उन्हें घर से बाहर निकालकर सड़क पर छोड़ने में कोई संकोच नहीं करते थे। अजय का दिल टूट गया जब उसने सुना कि उसके माता-पिता और पत्नी को इस तरह की दयनीय स्थिति में रहना पड़ा।
#### ज्योति का संघर्ष
ज्योति ने भी अपनी कहानी साझा की। अजय के जाने के बाद, उसे अपने ससुराल में बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ा। उसकी भाभी ने उसे भी तंग करना शुरू कर दिया। अंततः, उसने अपने माता-पिता के पास जाने का निर्णय लिया, लेकिन उसके माता-पिता पहले ही इस दुनिया को छोड़ चुके थे।
ज्योति ने अपने जीवन को फिर से संवारने का प्रयास किया, लेकिन उसे हमेशा अपमानित किया गया। वह कभी-कभी घरों में काम करके थोड़ी बहुत कमाई करती थी, लेकिन यह पर्याप्त नहीं था।
#### पुनर्मिलन
एक दिन, जब ज्योति रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने आई, तब उसने अपने सास-ससुर को देखा। वह दौड़कर उनके पास गई और उन्हें गले लगा लिया। उसकी आँखों में आँसू थे, और उसने उनसे पूछा कि ये सब कैसे हुआ। उसके माता-पिता ने उसे बताया कि योगेश और उसकी पत्नी ने उन्हें धोखा दिया और अब वे सड़क पर भीख मांगने को मजबूर हैं।
ज्योति ने अपने माता-पिता के साथ रहने का निर्णय लिया। वह भीख मांगने लगी, और धीरे-धीरे, उसने अपने पति की यादों को संजोया।
#### अजय की खोज
इस बीच, अजय ने अपने माता-पिता को खोजने का निर्णय लिया। उसने रेलवे स्टेशन पर जाकर अपने माता-पिता को खोजा और उन्हें वहां पाया। अजय ने अपनी पत्नी को भी खोजने का निश्चय किया।
जब वह रेलवे स्टेशन पर पहुँचा, तो उसने अपने माता-पिता को भीख मांगते देखा। वह दौड़कर उनके पास गया और उन्हें गले लगा लिया। उसने कहा, “माँ, पिता, मैं वापस आ गया हूँ। अब हम सब मिलकर एक नया जीवन शुरू करेंगे।”
#### परिवार का पुनर्मिलन
अजय ने अपने माता-पिता से कहा कि वह अब ज्योति को खोजने जा रहा है। उसने रेलवे स्टेशन पर जाकर ज्योति को देखा। वह भीख मांग रही थी। अजय ने उसे देखा और उसकी आँखों में आँसू थे। वह दौड़कर उसके पास गया और उसे गले लगाया।
ज्योति ने कहा, “तुमने मुझे छोड़ दिया था। मैंने तुम्हारे बिना बहुत संघर्ष किया।” अजय ने कहा, “मैंने तुम्हें कभी नहीं छोड़ा। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ और मैं तुम्हारे साथ हूँ।”
#### नया जीवन
अजय ने अपने माता-पिता और ज्योति के साथ मिलकर एक नया जीवन शुरू करने का निर्णय लिया। उन्होंने एक छोटे से घर में रहने का निश्चय किया और धीरे-धीरे अपने व्यवसाय को फिर से शुरू किया।
अजय ने ज्योति के लिए एक छोटी सी दुकान खोली, जहाँ वह सब्जियाँ बेचने लगी। अजय ने भी काम किया और धीरे-धीरे उनके जीवन में खुशियाँ लौटने लगीं।
#### परिवार का महत्व
इस कठिनाई के बाद, अजय ने सीखा कि परिवार का महत्व क्या होता है। उसने अपने माता-पिता और पत्नी के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझा और उन्हें कभी भी अकेला नहीं छोड़ने का वादा किया।
अजय ने अपने भाई, योगेश, को भी माफ किया, क्योंकि उसने समझा कि जीवन में प्यार और माफी सबसे महत्वपूर्ण हैं।
#### अंतिम संदेश
इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन प्यार और विश्वास के साथ हम हर परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। परिवार की अहमियत को समझना चाहिए और एक-दूसरे के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए।
अजय और ज्योति ने अपने जीवन में फिर से खुशियाँ पाई और अपने परिवार के साथ मिलकर एक नई शुरुआत की। उन्होंने अपने जीवन में जो कुछ भी खोया था, उसे फिर से पाने का प्रयास किया और एक-दूसरे का सहारा बने रहे।
**कहानी का सार**: कभी-कभी जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, लेकिन अगर हम एक-दूसरे का साथ दें और प्यार से आगे बढ़ें, तो हम किसी भी चुनौती का सामना कर सकते हैं।
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