एक बुजुर्ग शोरूम मे फरचूनर खरीदने गया तो मनेजर ने गरीब समझकर धके मारकर निकाला फिर जो हुवा…
भगवत मेहता की कहानी – पहचान कपड़ों से नहीं, दिल से होती है
सुबह के ठीक 10 बजे थे। शहर के सबसे बड़े कार शोरूम में चहल-पहल थी। चमचमाती गाड़ियों के बीच, साधारण कपड़ों में, घिसी हुई चप्पल और हाथ में एक छोटा सा बैग लिए, एक बुजुर्ग आदमी दाखिल हुआ। उनका नाम था भगवत मेहता। चेहरे पर सादगी, आंखों में ईमानदारी की चमक।
जैसे ही वे अंदर आए, शोरूम के कर्मचारी और ग्राहक उन्हें अजीब नजरों से देखने लगे। किसी की नजर में हंसी, किसी की नजर में तिरस्कार।
.
.
.

भगवत मेहता सीधे काउंटर पर पहुंचे, जहां ममता नाम की महिला बैठी थी।
विनम्रता से बोले, “बेटी, मैं फॉर्च्यूनर खरीदने आया हूं। थोड़ा कैश है, थोड़ा ऑनलाइन दे दूंगा।”
ममता ने उन्हें ऊपर-नीचे देखा और तिरस्कार से बोली, “दादा, आप गलत जगह आ गए हैं। इतनी महंगी गाड़ी हर कोई नहीं खरीद सकता।”
भगवत जी ने फिर भी मुस्कुराकर कहा, “बेटी, मैनेजर से मिलने दो।”
ममता ने फोन मिलाया, मैनेजर अश्विनी शुक्ला से बात की। अश्विनी ने भी भगवत जी को नजरअंदाज कर दिया और बोला, “कोने में बैठा दो, अपना टाइम वेस्ट मत करो।”
भगवत जी चुपचाप कोने में जाकर बैठ गए।
शोरूम के लोग उनका मजाक उड़ाते रहे, कोई भिखारी कहता तो कोई पागल।
लेकिन भगवत जी शांत रहे, इंतजार करते रहे।
शोरूम में सूरज नाम का एक लड़का काम करता था।
गांव से आया, साधारण परिवार, पढ़ाई अधूरी, लेकिन स्वभाव से बेहद विनम्र।
वह हर किसी से इज्जत से बात करता था, चाहे अमीर हो या गरीब।
सूरज ने देखा कि सब भगवत जी का मजाक उड़ा रहे हैं, तो वह उनके पास गया।
आदर से बोला, “बाबा, आपको क्या काम है?”
भगवत जी बोले, “बेटा, मैनेजर से मिलना है।”
सूरज ने तुरंत मैनेजर से बात की, लेकिन मैनेजर ने उसे भी टाल दिया।
तीन घंटे तक भगवत जी वहीं बैठे रहे।
आखिरकार, वे खुद मैनेजर के केबिन की तरफ बढ़े।
मैनेजर अश्विनी बाहर आया, तिरस्कार से बोला, “हां बाबा, क्या चाहिए?”
भगवत जी बोले, “मुझे फॉर्च्यूनर चाहिए। यह देखो, पैसे और डॉक्यूमेंट्स हैं।”
मैनेजर हंस पड़ा, “आप जैसे लोगों की शक्ल देखकर ही पता चल जाता है, कौन गाड़ी खरीद सकता है और कौन नहीं। आपके पास तो कुछ नहीं है, अब यहां से चले जाइए।”
भगवत जी ने शांति से कहा, “तूने मेरे साथ ठीक नहीं किया। इसका पछतावा तुझे जरूर होगा।”
वे शोरूम से बाहर चले गए।
अगले दिन – असली पहचान
सुबह 11 बजे, एक चमचमाती कार शोरूम के सामने रुकी।
दो सिक्योरिटी गार्ड निकले, पीछे का दरवाजा खोला।
सूट-बूट में, काले चश्मे और ब्रिफकेस के साथ वही बुजुर्ग आदमी—भगवत मेहता—अंदर आए।
सारा स्टाफ हैरान रह गया।
भगवत जी ने मैनेजर अश्विनी को बुलाया।
सामने आते ही बोले, “कल जो तुमने मेरे साथ किया, उसकी सजा आज मिलेगी। अब तुम मैनेजर नहीं, फील्ड का काम देखोगे। सूरज को शोरूम का मैनेजर बनाया जा रहा है।”
अश्विनी चौंक गया, “आप होते कौन हैं मुझे हटाने वाले?”
भगवत जी ने शोरूम के मालिकाना दस्तावेज दिखाए—वे इस शोरूम के असली मालिक थे!
देश-विदेश में उनके हजारों शोरूम थे। वे पहली बार देखने आए थे कि कर्मचारी कैसे व्यवहार करते हैं।
भगवत जी बोले, “यह शोरूम गरीब-अमीर में फर्क नहीं करता। सभी को बराबर सम्मान मिलेगा। जो कपड़ों से पहचानता है, वह यहां काम नहीं कर सकता।”
उन्होंने सूरज की पदोन्नति का लेटर दिया, ममता को भी चेतावनी दी—”कभी किसी को कपड़ों से मत आंकना।”
सीख और बदलाव
भगवत मेहता जी की बात पूरे शोरूम में फैल गई।
सूरज अब मैनेजर था।
सारा स्टाफ सुधर गया, सबने सीखा कि पहचान कपड़ों से नहीं, इंसानियत से होती है।
भगवत मेहता जी ने अपने मालिक होने का असली कर्तव्य निभाया और सबको एक बड़ा सबक दिया।
अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो लाइक करें, शेयर करें और कमेंट में बताएं—
भगवत मेहता और सूरज के बारे में आपकी क्या राय है?
मिलते हैं एक और प्रेरणादायक कहानी के साथ।
जय हिंद!
News
गरीब वेटर ने बिना पैसे के बुजुर्ग को खिलाया खाना, होटल से निकाला गया—but अगले दिन जो हुआ उसने सबको चौंका दिया
गरीब वेटर ने बिना पैसे के बुजुर्ग को खिलाया खाना, होटल से निकाला गया—but अगले दिन जो हुआ उसने सबको…
गरीब वेटर ने बिना पैसे के बुजुर्ग को खाना खिलायाहोटल से निकाला, लेकिन अगले दिन जो हुआ
गरीब वेटर ने बिना पैसे के बुजुर्ग को खाना खिलायाहोटल से निकाला, लेकिन अगले दिन जो हुआ रामू की मेहनत…
कैशियर लड़की ने बुजुर्ग की मदद की, नौकरी गईलेकिन अगले ही दिन जो हुआ उसने सबको
कैशियर लड़की ने बुजुर्ग की मदद की, नौकरी गईलेकिन अगले ही दिन जो हुआ उसने सबको अच्छाई का फल कभी-कभी…
कैशियर लड़की ने बुजुर्ग की मदद की, नौकरी गई—but अगले दिन जो हुआ उसने सबको चौंका दिया
कैशियर लड़की ने बुजुर्ग की मदद की, नौकरी गई—but अगले दिन जो हुआ उसने सबको चौंका दिया अच्छाई का फल…
मदद की आड़ में छुपा था बड़ा सच, अमीर और गरीब लड़की की कहानी ने सबको झकझोर दिया
मदद की आड़ में छुपा था बड़ा सच, अमीर और गरीब लड़की की कहानी ने सबको झकझोर दिया एक रात…
अमीर आदमी ने गरीब लड़की की मदद की लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो उसके सबको हिला दिया
अमीर आदमी ने गरीब लड़की की मदद की लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो उसके सबको हिला दिया एक रात…
End of content
No more pages to load






