एयरपोर्ट पर 5 साल से गायब पत्नी को देख पति सन्न! 😲 क्या था ये राज?

कहानी: आदित्य और काजल की अनकही दास्तान

क्या 5 साल पहले मर चुकी एक पत्नी अपने पति के सामने जिंदा खड़ी हो सकती है? क्या एक भला हुआ सच एक हंसते खेलते परिवार की नींव को हिला सकता है? यह कहानी है आदित्य की, जिसकी दुनिया एक दिन अचानक बदल गई।

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दिल्ली एयरपोर्ट का मंजर

दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा हमेशा की तरह भीड़ से भरा था। कुछ लोग अपने बिछड़े हुए से मिलने की खुशी में दौड़ रहे थे, तो कुछ भारी मन से विदा ले रहे थे। इसी भीड़ में आदित्य अपनी छोटी बहन मीरा को विदा करने आया था। पिछले 5 सालों में उसने अपनी जिंदगी को बहुत संवारा था। एक छोटी सी कंस्ट्रक्शन कंपनी से शुरुआत करके वह शहर के सबसे कामयाब युवा उद्यमियों में से एक बन गया था। लेकिन उसकी सफलता के पीछे एक गहरा जख्म था – उसकी पत्नी काजल का दुखद निधन।

काजल की यादें

काजल का नाम आदित्य के दिल में एक कांटे की तरह चुभता था। वह एक शाम घर से निकली और फिर कभी वापस नहीं लौटी। पुलिस की रिपोर्ट में उसे एक भयानक कार हादसे का शिकार बताया गया था। उस दिन के बाद आदित्य की दुनिया उजड़ गई थी। उसने खुद को काम में डुबो दिया ताकि काजल की यादें उसे तोड़ न सकें।

एक अजीब संयोग

आदित्य एयरपोर्ट के विशाल हॉल से गुजर रहा था, तभी उसकी नजर डिपार्चर गेट नंबर सात पर एक औरत पर पड़ी। वही चेहरा, वही काले घने बाल। उसका दिल जोर-जोर से धड़कने लगा। क्या यह संभव है? क्या काजल जिंदा है? जैसे ही वह उनके करीब पहुंचा, बच्चा उसके पैरों के पास अपनी खिलौना गाड़ी गिरा देता है। आदित्य ने गाड़ी उठाई और जब वह सीधा होता है, तो उसकी आंखें उस औरत की आंखों से मिलती हैं।

पहचान का डर

वह औरत काजल नहीं, बल्कि अंजलि है। काजल ने घबराते हुए कहा, “आप गलत समझ रहे हैं।” लेकिन आदित्य जानता था कि यह उसकी काजल है। काजल ने उसे छोड़ने का फैसला किया था, लेकिन क्यों?

सच्चाई का सामना

आदित्य ने काजल से मिलने का फैसला किया। काजल ने बताया कि युवराज सिंह ने उसे किडनैप किया था और उसे अपने पति से दूर रहने के लिए मजबूर किया। उसने एक झूठे एक्सीडेंट का नाटक रचा ताकि आदित्य को विश्वास दिला सके कि वह मर गई है।

प्यार की कुर्बानी

काजल ने कहा, “मैंने तुम्हारी जिंदगी को चुना। मैंने तुम्हारी जान बचाने के लिए यह सब किया।” आदित्य की आंखों में आंसू आ गए। उसने अपनी काजल पर शक किया था, लेकिन काजल ने अपनी जान की परवाह किए बिना उसे बचाने की कोशिश की थी।

खतरा और संघर्ष

लेकिन खतरा अभी टला नहीं था। युवराज के आदमी अभी भी उनके पीछे थे। आदित्य ने काजल और उनके बेटे आरव को बचाने का संकल्प लिया। पुलिस की मदद से युवराज सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया। काजल की गवाही ने युवराज के काले साम्राज्य को हिला दिया।

एक नई शुरुआत

आदित्य और काजल ने अपने बेटे आरव के साथ एक नया जीवन शुरू किया। धीरे-धीरे आरव ने आदित्य को अपना पिता मान लिया। एक दिन, जब आरव ने पहली बार आदित्य को “पापा” कहा, तो आदित्य की आंखों में खुशी के आंसू आ गए।

प्यार की जीत

आदित्य और काजल ने अपने रिश्ते को मजबूत किया। उन्होंने हर चुनौती का सामना किया और एक-दूसरे का हाथ थामकर आगे बढ़े। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि अगर रिश्ते की नींव सच्ची हो, तो बड़े से बड़ा तूफान भी उसे हिला नहीं सकता।

इस कहानी ने हमें यह समझाया कि प्यार और कुर्बानी की ताकत से कोई भी मुश्किल पार की जा सकती है।