दुबई में कंपनी ने जॉब से निकाला था उसी लड़के ने कुछ साल बाद अपनी कंपनी शुरू कर दी , फिर जो हुआ

यह कहानी है आरिफ खान की, एक होनहार भारतीय इंजीनियर की, जिसने दुबई की चमचमाती दुनिया में कदम रखा था बड़े सपनों के साथ। आरिफ की काबिलियत इतनी शानदार थी कि वह जल्द ही अपनी कंपनी में चमकने लगा। पर अफजल खान नाम के एक सीनियर मैनेजर की जलन और साजिशों ने उसकी जिंदगी को तहस-नहस कर दिया।

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आरिफ ने दुबई के मरीना बीच पर एक बड़े होटल के प्रोजेक्ट पर काम करते हुए एक खतरनाक डिजाइन की गलती पकड़ी, जिससे हजारों लोगों की जान खतरे में पड़ सकती थी। उसने इसे मैनेजमेंट को बताया, लेकिन अफजल ने इस गलती को छुपाने के लिए झूठे सबूत बनाए और आरिफ को बेवजह दोषी ठहराकर नौकरी से निकाल दिया।

नौकरी जाने के बाद आरिफ अकेला और बेसहारा हो गया। उसने कई जगह नौकरी ढूंढी, पर कोई मदद नहीं मिली। पर उसकी उम्मीद का दीपक बुझा नहीं। उसने शेख अलहादी को फोन किया, जो उस प्रोजेक्ट के निवेशक और एक दयालु अरब शेख थे। शेख ने उसकी बेगुनाही पर भरोसा किया और उसे अपनी कंपनी में सीनियर इंजीनियर की नौकरी दी।

आरिफ ने उस अवसर को भुनाते हुए अपनी खुद की कंपनी ‘अल अमीन कंस्ट्रक्शंस’ शुरू की, जो ईमानदारी और गुणवत्ता के लिए जानी गई। कुछ ही वर्षों में उसकी कंपनी दुबई की सबसे भरोसेमंद कंपनियों में से एक बन गई और उसने गल्फ रॉयल जैसी बड़ी कंपनी को टक्कर दी।

अंत में, जब दुबई में एक बड़ा साइंस म्यूजियम बनाने का टेंडर निकला, तो आरिफ की कंपनी को ही मौका मिला। गल्फ रॉयल के मालिकों ने अपनी पुरानी गलती स्वीकार की और आरिफ से माफी मांगी। आरिफ ने विनम्रता से कहा कि उनकी हार ही उनकी सबसे बड़ी जीत थी।

यह कहानी हमें सिखाती है कि चाहे कितनी भी साजिशें हों, अगर आपकी काबिलियत और नियत मजबूत है, तो आप अपनी मंजिल तक पहुंच सकते हैं। कठिनाइयों से हार मत मानिए, क्योंकि सफलता आपके हौसलों का इंतजार करती है।

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