ट्रेन में भीख माँग रही लड़की को 15 हज़ार रुपये दे दिये लड़का ने पहली नज़र में ऐसा प्यार हुआ कि फिर

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पहली नज़र का प्यार: निखिल और प्राची की कहानी

प्रस्तावना

यह कहानी है एक ऐसे लड़के की, जिसने पहली नज़र में एक लड़की को देखकर उसे अपना सब कुछ दे दिया। यह कहानी हमें सिखाती है कि सच्चा प्यार किसी भी परिस्थिति में पनप सकता है। आइए, जानते हैं निखिल और प्राची की दिल को छू लेने वाली कहानी।

निखिल की तैयारी

कहानी की शुरुआत पटना से होती है, जहां निखिल कुमार नाम का एक लड़का नीट की परीक्षा की तैयारी कर रहा था। पिछले दो सालों से वह अपने शहर पटना में कोचिंग कर रहा था, लेकिन उसका परीक्षा में सफल होना संभव नहीं हो पा रहा था। उसने सोचा कि क्यों न कोटा जाकर वहां की कोचिंग में दाखिला लिया जाए, क्योंकि वहां के संस्थान काफी अच्छे जाने जाते थे।

निखिल ने कोटा में अपना एडमिशन करवा लिया और वहीं रहकर तैयारी शुरू कर दी। होली की छुट्टियां मनाने के बाद, वह अपने घर से वापस कोटा के लिए रवाना होता है। ट्रेन में बैठते ही वह नई उम्मीदों और सपनों के साथ यात्रा करता है।

ट्रेन में एक अनोखी मुलाकात

जब ट्रेन आरा से निकलती है, निखिल देखता है कि एक लड़की ट्रेन के डिब्बे में भीख मांग रही है। लड़की देखने में बहुत मासूम और खूबसूरत थी। उसने साधारण सा सूट सलवार पहन रखा था और वह भीख मांग रही थी। कुछ लोग उसे ₹5 देते हैं, तो कुछ ₹10। लेकिन निखिल को उस लड़की पर दया आती है।

जब वह लड़की निखिल के पास आती है और उससे भीख मांगती है, तो निखिल अपनी जेब में हाथ डालता है। उसके हाथ में केवल ₹5 का सिक्का होता है, जिसे वह उस लड़की के हाथ पर रख देता है। दोनों की आंखें मिलती हैं, और निखिल को लगता है कि जैसे वह लड़की उसकी आत्मा को देख रही हो।

प्राची का नाम और उसकी कहानी

लड़की का नाम प्राची है। निखिल उसे देखते हुए सोचता है कि वह कितनी सुंदर है। प्राची को भी निखिल की आंखों में कुछ खास नजर आता है, लेकिन वह अपनी नजरें झुका लेती है और आगे बढ़ जाती है।

प्राची एक गरीब परिवार से है। उसके पिता मजदूरी करते थे, लेकिन एक दुर्घटना में उनका पैर कट गया था, जिसके कारण वह काम नहीं कर पा रहे थे। प्राची को अपने परिवार का खर्च चलाने के लिए भीख मांगने पर मजबूर होना पड़ा।

निखिल का प्यार जागृत होना

निखिल अपने दिल में प्राची के लिए एक विशेष स्थान महसूस करता है। वह सोचता है कि उसे फिर से उस लड़की से मिलना चाहिए। अगले स्टेशन पर उतरते ही निखिल उस लड़की को खोजने की कोशिश करता है, लेकिन वह कहीं नहीं मिलती।

कुछ दिन बीतते हैं, और निखिल को प्राची का ख्याल नहीं छोड़ता। एक रात, वह सपने में प्राची को देखता है, जैसे वह उससे कुछ कहना चाहती हो। निखिल बेचैन हो जाता है और अपने दोस्त से इस बारे में बात करता है।

उसका दोस्त उसे सलाह देता है कि वह उसी ट्रेन में चढ़ जाए, जिसमें प्राची मिली थी। निखिल अगले दिन पटना से कोटा जाने वाली ट्रेन में चढ़ जाता है, लेकिन प्राची उसे नहीं मिलती।

आरा स्टेशन पर पुनर्मिलन

निखिल को समझ में आता है कि प्राची आरा स्टेशन पर उतरी थी। वह आरा स्टेशन पर पहुंचता है और वहां सभी आने वाली ट्रेनों में चढ़ता है। आखिरकार, एक ट्रेन के जनरल डिब्बे में प्राची उसे दिखाई देती है।

प्राची उसे देखकर मुस्कुराती है, लेकिन निखिल के लिए यह मुश्किल होता है कि वह उसके पास जाकर बात कर सके। ट्रेन के रुकने पर, प्राची उतर जाती है और निखिल उसके पीछे-पीछे चलता है।

प्राची का घर

प्राची अपने गांव में पहुंच जाती है, और निखिल भी उसके पीछे छिपकर उसके घर तक पहुंच जाता है। प्राची का घर एक कच्चा मकान है, जहां उसकी मां खाना बना रही है। प्राची अपने परिवार के हालात बताती है और यह भी कहती है कि वह भीख मांगने के लिए मजबूर है।

निखिल प्राची की स्थिति को देखकर दुखी होता है और सोचता है कि उसे प्राची की मदद करनी चाहिए। वह प्राची से अपनी भावनाएं साझा करने का निर्णय लेता है।

निखिल का प्रस्ताव

एक रात, जब निखिल प्राची के घर जाता है, तो वह उसे बताता है कि उसने उसे पहली नजर में पसंद किया है। प्राची थोड़ी आश्चर्यचकित होती है, लेकिन उसे निखिल की ईमानदारी और प्यार का एहसास होता है।

निखिल प्राची से कहता है, “मैं तुमसे शादी करना चाहता हूं।” प्राची थोड़ी चौंक जाती है, लेकिन उसके दिल में निखिल के लिए प्यार बढ़ने लगता है।

परिवारों की स्वीकृति

निखिल प्राची के परिवार से मिलने जाता है और उन्हें अपनी भावनाओं के बारे में बताता है। प्राची की मां निखिल को देखकर खुश होती है और उनकी शादी की बात स्वीकार कर लेती है।

निखिल के माता-पिता भी प्राची के लिए सहमत होते हैं। वे दोनों परिवारों के बीच एक सच्चे रिश्ते की शुरुआत होती है।

शादी और नई जिंदगी

शादी के बाद, निखिल और प्राची कोटा में एक साथ रहने लगते हैं। निखिल अपनी पढ़ाई के साथ-साथ प्राची की देखभाल भी करता है। प्राची भी निखिल के साथ पढ़ाई में मदद करती है।

दोनों की जिंदगी में खुशियां लौट आती हैं। वे एक-दूसरे के साथ हर मुश्किल का सामना करते हैं।

निष्कर्ष

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती। निखिल और प्राची की यह प्रेम कहानी हमें यह संदेश देती है कि सच्चा प्यार किसी भी परिस्थिति में पनप सकता है।

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