ढोंगी बाबा ने किया नई दुल्हन को अपने वश मे जिसके बाद हुआ लड़की के साथ ऐसा हादसा |

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कहानी: ढोंगी बाबा की साजिश – नई दुल्हन के साथ हुआ दर्दनाक हादसा

गांव में आजकल एक नया माहौल था। हर तरफ शादी-ब्याह की बातें हो रही थीं। इसी माहौल में एक साधारण परिवार की बेटी राधिका की शादी तय हुई। राधिका सुंदर, सुशील और पढ़ी-लिखी थी। उसके माता-पिता ने बड़े अरमानों से उसकी शादी विनय नामक युवक से कर दी। शादी के बाद राधिका अपने नए घर में आ गई, ससुराल में सबका व्यवहार अच्छा था, लेकिन एक अजीब सा डर हमेशा उसके मन में रहता था।

विनय की मां, यानी राधिका की सास, गांव के मशहूर बाबा के बहुत भक्त थीं। इस बाबा का नाम था बाबा अमरनाथ। गांव के लोग उसे बहुत मानते थे, लेकिन कुछ लोग कहते थे कि वह ढोंगी है, तंत्र-मंत्र के नाम पर लोगों को डराता है और अपने फायदे के लिए उनका इस्तेमाल करता है। लेकिन विनय की मां को बाबा पर बहुत भरोसा था।

शादी के कुछ ही दिनों बाद राधिका को रात-रात भर डरावने सपने आने लगे। कभी-कभी उसे लगता जैसे कोई उसके कमरे में है, कोई उसकी सांसों पर बोझ बन गया है। उसने यह बात विनय को बताई, लेकिन विनय ने कहा, “तुम्हें नया माहौल है, सब ठीक हो जाएगा।” लेकिन राधिका का डर बढ़ता गया।

एक दिन विनय की मां ने बाबा अमरनाथ को घर बुलाया। बाबा ने आते ही घर का माहौल बदल दिया। उसने अपने साथ कुछ अजीब चीजें लाईं – राख, नींबू, काले धागे और कुछ मंत्रों की किताबें। उसने घर के हर कोने में कुछ बुदबुदाते हुए घूमना शुरू किया। राधिका को बाबा की आंखों में एक अजीब सी चमक दिखी, जैसे वह उसे घूर रहा हो।

बाबा ने कहा, “इस घर में किसी बुरी आत्मा का साया है, खासकर नई दुल्हन पर। अगर जल्दी उपाय नहीं किया गया तो बड़ा हादसा हो सकता है।” विनय की मां डर गईं, बोलीं, “बाबा, जो भी करना हो, कर लो। मेरी बहू को बचा लो।” बाबा ने राधिका को अपने सामने बैठाया और उसके सिर पर हाथ फेरने लगा। उसने आंखें बंद करके कुछ मंत्र पढ़े और बोला, “बहू, तुम्हें मेरे बताए अनुसार पूजा करनी होगी, तभी तुम सुरक्षित रहोगी।”

राधिका डर गई, लेकिन सास के दबाव में उसने बाबा की बात मान ली। बाबा ने कहा, “हर रात 12 बजे मेरे बताये हुए मंत्र का जाप करना, और पूजा वाले कमरे में अकेले बैठना।” राधिका ने जैसे-तैसे हिम्मत जुटाई और बाबा के कहे अनुसार पूजा करने लगी।

कुछ दिनों बाद बाबा ने कहा, “अब तुम्हें तंत्र विद्या की अंतिम क्रिया करनी होगी। इसके लिए तुम्हें मेरे आश्रम में आना पड़ेगा।” विनय की मां ने राधिका को जबरन बाबा के आश्रम भेज दिया। आश्रम गांव के बाहर सुनसान जगह पर था। वहां बाबा के अलावा कुछ सेवक और शिष्य रहते थे।

राधिका को बाबा ने एक कमरे में बैठाया, चारों तरफ अजीब चीजें रखीं। बाबा ने कहा, “अब मैं तुम्हारे ऊपर तंत्र-मंत्र की रक्षा कवच डालूंगा, ताकि कोई भी बुरी आत्मा तुम्हारे पास न आए।” राधिका ने डरते-डरते सिर झुका लिया। बाबा ने आंखें बंद कीं, मंत्र पढ़ने लगा, और धीरे-धीरे राधिका के पास आ गया।

राधिका को महसूस हुआ कि बाबा उसे अजीब नजरों से देख रहा है। अचानक बाबा ने उसका हाथ पकड़ लिया और कहा, “अगर तुम्हें अपनी जान बचानी है तो मेरी बात माननी होगी।” राधिका घबरा गई, उसने बाबा का हाथ छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन बाबा ने उसे मजबूती से पकड़ लिया। बाबा ने उसके सिर पर राख लगाई, उसके गले में काला धागा बांधने लगा।

राधिका ने जोर से चिल्लाया, “मुझे छोड़ दो!” लेकिन बाबा ने उसकी आवाज दबाने की कोशिश की। तभी बाहर से किसी ने दरवाजा खटखटाया – विनय आ गया था। विनय ने दरवाजा तोड़ दिया, अंदर आया और बाबा को रंगे हाथों पकड़ लिया। विनय ने बाबा को धक्का दिया और राधिका को बाहर ले आया।

राधिका रो रही थी, उसका डर अब और बढ़ गया था। विनय ने तुरंत पुलिस को फोन किया। पुलिस आई, बाबा को गिरफ्तार कर लिया गया। जांच में पता चला कि बाबा अमरनाथ तंत्र-मंत्र की आड़ में कई महिलाओं का शोषण कर चुका था। उसके आश्रम से कई और महिलाओं की शिकायतें मिलीं।

गांव में खबर फैल गई – बाबा ढोंगी निकला! गांव वाले हैरान थे कि जिसे वे भगवान मानते थे, वह असल में एक अपराधी था। राधिका ने अपनी सास से कहा, “माँजी, कभी किसी पर बिना सोचे-समझे विश्वास मत करना।” विनय की मां को अपनी गलती का एहसास हुआ, उन्होंने राधिका से माफी मांगी।

पुलिस की जांच में बाबा के कई और गुनाह सामने आए। कोर्ट ने उसे सख्त सजा सुनाई। राधिका ने हिम्मत दिखाई और बाकी महिलाओं को भी जागरूक किया कि ऐसे ढोंगी बाबाओं से बचें। गांव की महिलाओं ने मिलकर एक समिति बनाई, ताकि कोई भी महिला ऐसी घटनाओं का शिकार न हो।

राधिका ने अपनी जिंदगी को फिर से पटरी पर लाया। विनय ने उसका साथ दिया और दोनों ने मिलकर गांव में जागरूकता अभियान चलाया। अब गांव में कोई भी बाबा या तांत्रिक बिना जांच के नहीं आ सकता था। महिलाएं एकजुट हो गईं, और सबको समझ आ गया कि अंधविश्वास से बड़ा कोई खतरा नहीं।

सीख:
कभी भी किसी ढोंगी बाबा या तांत्रिक के झांसे में न आएं। अपने डर और परेशानी का हल वैज्ञानिक तरीके से खोजें, परिवार से बात करें, कानून का सहारा लें। अंधविश्वास और डर के कारण कई बार लोग शोषण का शिकार हो जाते हैं। हर महिला को चाहिए कि वह खुद की सुरक्षा के लिए जागरूक रहे और जरूरत पड़ने पर आवाज उठाए।

राधिका की कहानी गांव की हर लड़की के लिए एक सबक बन गई। आज राधिका न सिर्फ अपने घर की, बल्कि पूरे गांव की महिलाओं की आवाज बन चुकी थी। उसने दिखा दिया कि हिम्मत और सच की ताकत के आगे कोई भी ढोंगी ज्यादा दिन टिक नहीं सकता।

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