दुख की इस घड़ी में बड़ी खबर 😥 Hema Malini को हिस्सा मिलेगा या नहीं ? Deol Family Property Fight !

धर्मेंद्र की विरासत: संपत्ति का बंटवारा और परिवार के बीच खींचतान

प्रारंभ

बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन 24 नवंबर 2025 को हुआ, जिसने न केवल उनके प्रशंसकों बल्कि पूरे फिल्म उद्योग को गहरे सदमे में डाल दिया। अपने करियर में उन्होंने सफलता, शोहरत और धन दोनों कमाए, लेकिन उनकी सबसे बड़ी दौलत उनके परिवार में थी। धर्मेंद्र के निधन के बाद उनकी संपत्ति का बंटवारा और परिवार के बीच की गतिशीलता ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। इस लेख में हम धर्मेंद्र की संपत्ति, उसके बंटवारे की संभावनाएं और इससे जुड़े विवादों पर चर्चा करेंगे।

धर्मेंद्र की संपत्ति

धर्मेंद्र की संपत्ति का अनुमान लगभग 450 करोड़ रुपये के आसपास लगाया गया है। उनके पास मुंबई में एक आलीशान बंगला, लोनावाला में भव्य फार्महाउस, और कई अन्य निवेश हैं। इसके अलावा, उन्होंने फूड बिजनेस में भी इन्वेस्ट किया था, जिसमें उनकी रेस्टोरेंट चेन “गरम धर्म” शामिल है। यह चेन भारत के कई शहरों में चलती है और उनके सफल वेंचर्स में से एक मानी जाती है।

परिवार की संरचना

धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से उनके चार बच्चे हैं: सनी देओल, बॉबी देओल, अजीता देओल और विजेता देओल। बाद में उन्होंने दूसरी शादी हेमा मालिनी से की, जिनसे उनकी दो बेटियां हैं: ईशा देओल और अहाना देओल। यह परिवार की संरचना ही है जो संपत्ति के बंटवारे को लेकर सवाल उठाती है।

संपत्ति का बंटवारा: कानूनी दृष्टिकोण

कानून के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की दूसरी शादी हिंदू मैरिज एक्ट के तहत मान्य नहीं है, तो उस शादी से पैदा हुए बच्चे कानूनी रूप से वैध होते हैं और उन्हें अपने माता-पिता की संपत्ति पर अधिकार होता है। इसका मतलब है कि धर्मेंद्र की संपत्ति पर उनके सभी छह बच्चों का बराबर हक है।

हालांकि, अगर धर्मेंद्र की दूसरी शादी को कानूनी मान्यता नहीं मिलती, तो हेमा मालिनी को संपत्ति से कोई हिस्सा नहीं मिलेगा। इस स्थिति में, केवल उनके छह बच्चे—सनी, बॉबी, अजीता, विजेता, ईशा और अहाना—को संपत्ति में हिस्सेदारी मिलेगी।

वसीयत का सवाल

एक महत्वपूर्ण सवाल यह है कि क्या धर्मेंद्र ने अपनी मौत से पहले कोई वसीयत बनाई थी या नहीं। यदि वसीयत मौजूद है, तो मामला सीधा हो जाएगा और जो हिस्सा उसमें लिखा है, वही मिलेगा। लेकिन यदि वसीयत नहीं है, तो संपत्ति का बंटवारा बच्चों के बीच बराबर होगा।

अब तक की रिपोर्टों में यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि धर्मेंद्र ने कोई पब्लिकली रजिस्टर्ड वसीयत छोड़ी थी। कुछ सूत्रों का कहना है कि उन्होंने एक प्राइवेट वसीयत बनाई थी, लेकिन यह केवल चर्चा है और इसकी पुष्टि नहीं हुई है।

मीडिया में चल रही चर्चाएं

धर्मेंद्र की संपत्ति को लेकर सोशल मीडिया पर कई अटकलें और चर्चाएं चल रही हैं। कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि हेमा मालिनी को संपत्ति से बाहर कर दिया गया है, जबकि अन्य रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ईशा देओल ने अपना हिस्सा अलग मांग लिया है।

इन सबके बीच, सनी देओल और बॉबी देओल को बड़ा हिस्सा मिलने की संभावना भी जताई जा रही है, क्योंकि वे पहले परिवार के सदस्य हैं। लेकिन कानून के अनुसार, सभी बच्चों का हिस्सा बराबर होगा, चाहे वह पहले परिवार से हों या दूसरे परिवार से।

परिवार की स्थिति

धर्मेंद्र के निधन के बाद, परिवार की स्थिति बेहद संवेदनशील है। एक तरफ धर्मेंद्र का पहला परिवार है, जिसमें प्रकाश कौर और उनके बच्चे शामिल हैं, और दूसरी तरफ हेमा मालिनी और उनकी बेटियां हैं। दोनों परिवारों के बीच संवाद की कमी और संपत्ति के बंटवारे को लेकर चल रही चर्चाएं स्थिति को और भी जटिल बना रही हैं।

सनी देओल ने यह स्पष्ट किया है कि वह अपनी सौतेली बहनों को पिता की संपत्ति से दूर नहीं रखना चाहते हैं और उनके बराबरी का हिस्सा मिलने के पक्ष में हैं। यह संकेत देता है कि परिवार में एकजुटता की संभावना है, लेकिन इसके लिए संवाद और समझदारी की आवश्यकता है।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र का निधन एक युग का अंत है, लेकिन उनकी संपत्ति और परिवार के बीच की गतिशीलता इस बात का संकेत देती है कि परिवार की खुशियों के लिए सब कुछ दांव पर लगाया जा सकता है।

इस समय, यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या परिवार अपनी समस्याओं का समाधान कर पाता है और क्या धर्मेंद्र की संपत्ति का बंटवारा शांति और सहमति से होता है।

धर्मेंद्र की यादें हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी और हम आशा करते हैं कि उनका परिवार एकजुटता के साथ आगे बढ़े।

इस कठिन समय में, यह जरूरी है कि परिवार एकजुट रहे और धर्मेंद्र की इच्छाओं का सम्मान करें। उनकी कहानी हमें यह सिखाती है कि जीवन में रिश्तों की अहमियत क्या होती है।

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