पवित्र रिश्ता फेम अभिनेत्री अंकिता लोखंडे का कैंसर से निधन, उनके प्रशंसकों के लिए बेहद दुखद खबर!

टेलीविजन और मराठी मनोरंजन जगत में शोक की लहर दौड़ गई जब 31 अगस्त को लोकप्रिय अभिनेत्री प्रिय मराठी ने मात्र 38 वर्ष की आयु में कैंसर से जूझते हुए इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनकी मुस्कान, उनकी सादगी और उनके अभिनय ने लाखों दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी। उनकी असमय मृत्यु ने न केवल उनके परिवार को बल्कि उनके प्रशंसकों और पूरी टीवी इंडस्ट्री को गहरा आघात पहुँचाया है।

अभिनय की शुरुआत और पहचान

प्रिय मराठी का नाम छोटे पर्दे के उन चेहरों में शुमार है जिन्होंने अपनी सादगी और अभिनय से दर्शकों को तुरंत अपना दीवाना बना लिया। उन्हें सबसे ज्यादा लोकप्रियता “पवित्र रिश्ता” से मिली, जो भारतीय टेलीविजन के इतिहास में सबसे लोकप्रिय धारावाहिकों में से एक रहा। इस शो में उनके साथ दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत और अभिनेत्री अंकिता लोखंडे भी नज़र आई थीं। प्रिय ने इस सीरियल में “वर्षा” का किरदार निभाया था, जिसे दर्शकों ने दिल से अपनाया।

इसके अलावा उन्होंने “साथ निभाना साथिया” में भावनी राठौड़ का यादगार किरदार निभाया। यह धारावाहिक हिंदी टीवी का एक बड़ा हिट शो साबित हुआ और प्रिय की लोकप्रियता को और भी बढ़ा गया। इन भूमिकाओं ने प्रिय को टेलीविजन दर्शकों के बीच एक मजबूत पहचान दिलाई।

मराठी टीवी की प्रिय कलाकार

प्रिय मराठी ने केवल हिंदी धारावाहिकों में ही नहीं बल्कि मराठी टेलीविजन जगत में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने कई मराठी सीरियल्स और नाटकों में काम किया और एक सशक्त अभिनेत्री के रूप में खुद को साबित किया। उनका अभिनय हमेशा स्वाभाविक और दिल से जुड़ा हुआ माना जाता रहा।

कैंसर से लंबी लड़ाई

प्रिय मराठी की असमय मृत्यु का कारण कैंसर बताया जा रहा है। हालाँकि, वह किस प्रकार के कैंसर से जूझ रही थीं, इसकी आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है। उनकी बीमारी को लेकर उनके परिवार की ओर से भी कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रिय ने काफी समय तक इलाज कराया और बहादुरी से बीमारी का सामना किया।

लेकिन दुखद यह रहा कि बीमारी ने अंततः उन्हें हमसे छीन लिया। उनका निधन मुंबई के मीरा रोड स्थित आवास पर हुआ।

निजी जीवन

प्रिय मराठी का निजी जीवन भी कला और संस्कृति से जुड़ा रहा। उनकी शादी अभिनेता शांतनु मोगी से हुई थी, जो मराठी टीवी इंडस्ट्री के जाने-माने नाम हैं। शांतनु ने लोकप्रिय शो “सरजा रक्षक संभाजी” में छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमिका निभाई थी। इस जोड़ी को इंडस्ट्री का बेहद सम्मानित और प्रतिभाशाली दंपत्ति माना जाता है।

प्रशंसकों और इंडस्ट्री की प्रतिक्रिया

प्रिय मराठी की असमय मृत्यु की खबर से उनके प्रशंसक और टीवी जगत सदमे में हैं। सोशल मीडिया पर लगातार उनके लिए श्रद्धांजलि संदेश आ रहे हैं। एक यूज़र ने लिखा— “यह बिल्कुल अविश्वसनीय है। प्रिय इतनी प्रतिभाशाली और सच्ची इंसान थीं। उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ा नुकसान है।”

दूसरे प्रशंसक ने लिखा— “एक चमकता सितारा बहुत जल्दी बुझ गया। प्रिय, तुम्हारी मुस्कान और तुम्हारा अभिनय हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेगा।”

कई सह-अभिनेता और सहकर्मी भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने दुख को व्यक्त कर रहे हैं। इंडस्ट्री में प्रिय की छवि एक मेहनती, विनम्र और बेहद सकारात्मक व्यक्तित्व की रही।

योगदान और विरासत

प्रिय मराठी ने अपने छोटे लेकिन प्रभावशाली करियर में यह साबित कर दिया कि सच्ची कला उम्र या समय की मोहताज नहीं होती। उनकी भूमिकाएँ, उनके डायलॉग्स और उनका स्वाभाविक अभिनय आने वाले समय में भी नए कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत बने रहेंगे।

उनकी कला केवल स्क्रीन तक ही सीमित नहीं थी, बल्कि उनकी मुस्कान और उनका व्यवहार उनके साथ काम करने वाले हर व्यक्ति के दिल में हमेशा बस गया।

निष्कर्ष

प्रिय मराठी का निधन भारतीय टेलीविजन और मराठी मनोरंजन उद्योग के लिए अपूरणीय क्षति है। उनका जीवन भले ही छोटा रहा हो, लेकिन उसमें भरी हुई कला, समर्पण और प्रेम ने उन्हें अमर बना दिया है।

आज जब हम उन्हें याद करते हैं, तो उनकी वही छवि सामने आती है— एक कलाकार, जो हमेशा अपनी मुस्कान और अपने अभिनय से लोगों के दिलों को छू जाती थीं।

प्रिय मराठी भले ही इस दुनिया से चली गई हों, लेकिन उनकी कला, उनकी मुस्कान और उनका योगदान हमेशा अमर रहेगा। उनके प्रशंसक और चाहने वाले हमेशा उन्हें श्रद्धांजलि देते रहेंगे और उनकी यादों को संजोए रखेंगे।

प्रिय मराठी— एक सितारा, जो भले ही बहुत जल्दी चला गया, लेकिन जिसकी रोशनी हमेशा कायम रहेगी।

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