रेखा को पति अमिताभ बच्चन के साथ अस्पताल से छुट्टी मिली

बॉलीवुड की सदाबहार अदाकारा रेखा एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। पिछले कई दिनों से वह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही थीं और अस्पताल में भर्ती थीं। डॉक्टरों के अनुसार, उन्हें निमोनिया का एक तेज़ अटैक आया था, जिसकी वजह से उनकी हालत नाज़ुक हो गई थी। उम्र से जुड़ी परेशानियों ने भी उनकी तकलीफ़ को बढ़ा दिया था। हालाँकि अब उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और वे अपने घर लौट आई हैं। लेकिन इस दौरान जो घटनाएँ सामने आईं, उसने एक बार फिर तीन दशकों पुराने विवाद को ताज़ा कर दिया है—रेखा, अमिताभ बच्चन और जया बच्चन के रिश्तों की उलझन।

रेखा के अस्पताल में भर्ती होने की ख़बर मिलते ही सबसे पहले जो शख़्स उनकी खैरियत पूछने पहुँचे, वे थे अमिताभ बच्चन। यह बात सभी को हैरान करने वाली थी कि ऐसे वक़्त में जब रेखा के परिवार से कोई भी उनके पास मौजूद नहीं था, अमिताभ ने उनका साथ दिया और घंटों अस्पताल में उनके साथ रहे। यह दृश्य देखकर उनके चाहने वालों ने एक बार फिर वही सवाल उठाना शुरू कर दिया कि क्या वक़्त के इस पड़ाव पर भी अमिताभ और रेखा का रिश्ता सिर्फ़ दोस्ती से बढ़कर है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अमिताभ बच्चन ने साफ़ कहा कि वे रेखा को अकेला नहीं छोड़ सकते क्योंकि उनकी हालत नाज़ुक है और उन्हें निरंतर देखभाल की ज़रूरत है। डॉक्टरों ने भी यही सलाह दी थी कि रेखा को लंबे समय तक निगरानी में रखा जाए और उन्हें हमेशा किसी भरोसेमंद इंसान का साथ मिलना चाहिए। यही कारण था कि बिग बी ने खुद यह ज़िम्मेदारी उठाई।

लेकिन यह फ़ैसला उनके घर में सबको पसंद नहीं आया। ख़ासकर जया बच्चन इस बात से बेहद नाराज़ बताई जा रही हैं। जया और अमिताभ की शादी के शुरुआती दिनों से ही रेखा का नाम दोनों के रिश्तों में दख़ल के तौर पर देखा जाता रहा है। फ़िल्मी गलियारों में यह क़िस्सा अक्सर सुनने को मिलता है कि अमिताभ और रेखा के बीच गहरा रिश्ता रहा है, जिसने बच्चन परिवार की निजी ज़िंदगी को कई बार झकझोर दिया।

जया बच्चन का यह मानना है कि अब जब उम्र का यह पड़ाव चल रहा है, तो रेखा के कारण उनकी ज़िंदगी में किसी तरह की अशांति नहीं आनी चाहिए। वह यह नहीं चाहतीं कि अतीत की कोई परछाई उनके वैवाहिक जीवन को फिर से प्रभावित करे। लेकिन वहीं, कई लोगों का कहना है कि अमिताभ बच्चन जैसे शख़्स को रेखा जैसी औरत का साथ ही शोभा देता है।

मीडिया ने जब अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रेखा से सवाल किया कि जया बच्चन को लेकर उनकी क्या राय है, तो उन्होंने साफ़ लहजे में कहा कि जया एक “बदतमीज़ औरत” हैं और अमिताभ जैसी शख़्सियत उनके लायक नहीं हैं। उन्होंने अमिताभ की जमकर तारीफ़ करते हुए कहा कि कठिन समय में वे हमेशा उनके साथ खड़े रहे और यही उनका असली स्वभाव है। रेखा की इस टिप्पणी ने पूरे विवाद को और गहरा कर दिया।

यह पहली बार नहीं है जब इन तीनों का नाम एक साथ सुर्ख़ियों में आया हो। 70 और 80 के दशक में जब रेखा और अमिताभ ने साथ में कई सुपरहिट फ़िल्में दीं, तब से ही उनके रिश्तों की कहानियाँ चर्चाओं का हिस्सा बनी रहीं। कहा जाता है कि ‘सिलसिला’ फ़िल्म की कहानी कहीं न कहीं उनकी असली ज़िंदगी से प्रेरित थी। उस दौर में भी जया और अमिताभ के रिश्ते तनाव से गुज़रे थे, हालाँकि समय के साथ उन्होंने अपनी शादी को संभाला।

अब इतने वर्षों बाद भी वही किस्से फिर से दोहराए जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर लोग दो हिस्सों में बँट गए हैं। एक वर्ग का कहना है कि अमिताभ और रेखा का रिश्ता इतना गहरा और सच्चा है कि वह समय के साथ भी नहीं टूटा, जबकि दूसरे का मानना है कि अमिताभ को अपने परिवार और पत्नी जया के साथ खड़ा होना चाहिए।

रेखा के प्रशंसकों के लिए राहत की बात यह है कि वह अब धीरे-धीरे स्वस्थ हो रही हैं। लेकिन उनकी हालत अभी भी पूरी तरह स्थिर नहीं मानी जा रही। डॉक्टरों ने सख़्त हिदायत दी है कि उन्हें तनाव से दूर रखा जाए और आरामदायक माहौल में रखा जाए। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में उनकी देखभाल कौन करता है—क्या अमिताभ बच्चन खुले तौर पर उनके साथ नज़र आएँगे, या फिर परिवारिक दबाव में वे दूरी बना लेंगे।

इस घटना ने एक बार फिर उस सदी पुराने प्रेम त्रिकोण की याद दिला दी है, जिसके बारे में आज भी लोग उतने ही उत्सुक हैं। रेखा की बेबाक़ी, अमिताभ का संजीदापन और जया का आत्मसम्मान—ये तीनों पहलू मिलकर एक ऐसी कहानी बनाते हैं जो शायद भारतीय सिनेमा के इतिहास में हमेशा जीवित रहेगी।

अभी के लिए रेखा के लिए सबसे बड़ी चुनौती उनका स्वास्थ्य है। चाहने वाले यही दुआ कर रहे हैं कि वह जल्द पूरी तरह से ठीक हो जाएँ। लेकिन उनकी ज़िंदगी के इस कठिन समय में जो भी घटनाएँ घटीं, उन्होंने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि रेखा और अमिताभ का रिश्ता भले ही सार्वजनिक रूप से कभी स्वीकारा न गया हो, मगर यह बंधन आज भी उतना ही मज़बूत है जितना कभी हुआ करता था।

Play video :