After Dharmendra’s death, Esha Deol made a big revelation, lifting the veil from a buried secret,…

धर्मेंद्र की दो शादियों का सच: ईशा देओल की कहानी

प्रारंभ

नमस्कार दोस्तों! आज हम बात करेंगे उस जटिल रिश्ते की, जो बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र के जीवन में रहा। धर्मेंद्र, जिनका नाम सुनते ही एक मुस्कान चेहरे पर आ जाती है, ने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में कीं और लोगों के दिलों में राज किया। लेकिन जब बात उनके व्यक्तिगत जीवन की आती है, तो यह कहानी और भी दिलचस्प हो जाती है। हाल ही में, धर्मेंद्र के निधन के बाद उनकी बेटियों, खासकर ईशा देओल, ने अपने जीवन के कुछ अनकहे किस्से साझा किए हैं।

धर्मेंद्र का निधन

24 नवंबर 2025 को 89 साल की उम्र में धर्मेंद्र जी ने इस दुनिया को अलविदा कहा। उनके निधन ने न केवल फिल्म इंडस्ट्री को बल्कि उनके परिवार को भी गहरे सदमे में डाल दिया। धर्मेंद्र जी की तबीयत पिछले कुछ समय से खराब चल रही थी, और उनके अंतिम दिनों में उनकी इच्छा थी कि वे अपनी दूसरी पत्नी हेमा मालिनी से मिल सकें।

दो शादियों का सच

धर्मेंद्र जी की दो शादियों के बारे में तो सभी जानते हैं। उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर हैं, जिनसे उनके चार बच्चे हैं: सनी, बॉबी, अजीता और विजेता। दूसरी शादी उन्होंने हेमा मालिनी से की, जो उस समय की एक प्रसिद्ध अभिनेत्री थीं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ईशा देओल को अपने पिता की दो शादियों का सच कब पता चला?

ईशा का चौथी कक्षा का अनुभव

ईशा ने अपनी मां हेमा मालिनी की बायोपिक “हेमा मालिनी: बियॉन्ड द ड्रीम गर्ल” में बताया है कि उन्हें अपने पिता की दूसरी शादी के बारे में चौथी कक्षा में पता चला। एक दिन स्कूल में उनके क्लासमेट ने उनसे पूछा, “क्या तुम्हारी दो-दो मम्मियां हैं?” यह सुनकर ईशा हैरान रह गईं और उन्होंने तुरंत जवाब दिया, “मेरी तो एक ही मां है।” लेकिन इस सवाल ने उन्हें परेशान कर दिया और घर आते ही उन्होंने अपनी मां से इस बारे में बात की।

सच्चाई का सामना

ईशा ने बताया कि जब उन्होंने अपनी मां से पूछा, “क्या सच में मेरे पास दो मम्मियां हैं?” तब हेमा जी ने उन्हें सच्चाई बताने का फैसला किया। ईशा कहती हैं, “सोचिए, हम चौथी कक्षा में थे और हमें कुछ नहीं पता था।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी मां ने उन्हें यह बताने में बहुत संवेदनशीलता दिखाई।

ईशा ने बताया, “जैसे ही मैंने मां को बताया कि मेरी दोस्त यह सवाल पूछ रही थी, शायद उसी समय मां ने मुझे सच्चाई बताने का फैसला किया।” उस दिन ईशा को पता चला कि उनके पिता ने पहले से शादी की थी और उनका एक दूसरा परिवार था।

बिना शिकायत के स्वीकार

ईशा ने आगे कहा कि इस सच्चाई को जानने के बाद भी उन्होंने कभी अपने पिता के लिए कोई शिकायत महसूस नहीं की। उन्होंने कहा, “सच कहूं तो मुझे कभी बुरा नहीं लगा। आज तक मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता और इसका पूरा क्रेडिट मैं अपने माता-पिता को देती हूं जिन्होंने हमें कभी असहज महसूस नहीं होने दिया।”

ईशा ने यह भी बताया कि वह ऐसे माहौल में बड़ी हुईं जहां उनके पिता रात में घर पर नहीं रहते थे। उन्होंने कहा, “पापा हमारे साथ खाना तो खाते थे, लेकिन उसके बाद चले जाते थे। धीरे-धीरे यह हमारे लिए नॉर्मल हो गया।”

धर्मेंद्र का प्यार

धर्मेंद्र जी का जीवन हमेशा से जटिल रहा। एक तरफ उनकी पहली पत्नी और परिवार, दूसरी तरफ हेमा मालिनी और उनके बच्चे। दो परिवारों के बीच उनके दिल की बनावट ने उन्हें हमेशा भावुक रखा। लेकिन ईशा ने कभी भी अपने पिता के प्रति कोई नकारात्मक भावना नहीं रखी।

उनकी मां, हेमा मालिनी, ने हमेशा अपने पति का मान-सम्मान बनाए रखा। उन्होंने कभी भी अपने बच्चों को अपने पहले परिवार के बारे में नकारात्मक बातें नहीं बताईं। ईशा कहती हैं, “मेरे लिए यह सब सामान्य था। मैंने कभी नहीं सोचा कि मेरे पिता ने कुछ गलत किया।”

अंतिम संस्कार और शोक सभा

धर्मेंद्र जी के निधन के बाद, उनके अंतिम संस्कार में केवल उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर और उनके बेटे सनी और बॉबी शामिल हुए। दूसरी पत्नी हेमा मालिनी और उनकी बेटियां ईशा और अहाना इस शोक सभा में शामिल नहीं हुईं। यह निर्णय परिवार के लिए कठिन था, लेकिन उन्होंने इसे एक समझदारी भरा कदम माना।

हेमा ने अपने जूहू स्थित बंगले पर एक अलग प्रार्थना सभा रखी, जिसमें केवल करीबी लोग शामिल हुए। यह एक ऐसा पल था जब उन्होंने अपने दर्द को व्यक्त करने का मौका पाया।

मीडिया का रिएक्शन

धर्मेंद्र जी के निधन के बाद, बॉलीवुड के कई कलाकारों ने सोशल मीडिया पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। लेकिन परिवार द्वारा सब कुछ चुपचाप करने के फैसले ने सभी को हैरान किया। कुछ फैंस ने यह भी कहा कि धर्मेंद्र जी को वह सम्मान नहीं दिया गया जिसके वह हकदार थे।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र जी का जीवन एक प्रेरणा है। उन्होंने अपने जीवन में जो प्यार और सम्मान दिया, वह सभी के लिए एक मिसाल है। उनके जाने के बाद भी उनके चाहने वालों के दिलों में उनकी यादें हमेशा जिंदा रहेंगी।

ईशा देओल ने अपने पिता की दो शादियों के सच को स्वीकार किया और कभी भी अपने परिवार के प्रति कोई नकारात्मक भावना नहीं रखी। यह उनकी परिपक्वता और समझदारी को दर्शाता है।

धर्मेंद्र जी केवल एक अभिनेता नहीं थे, बल्कि वे सादगी, प्यार और परिवार की ताकत के प्रतीक थे। उनके जीवन के आखिरी क्षणों तक भी उन्होंने अपने बच्चों को साथ चलते देखा, और यही उनके लिए सबसे बड़ा सुकून था।

इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि रिश्ते कभी खत्म नहीं होते। भले ही वे एक छत के नीचे ना आ सकें, लेकिन प्यार और सम्मान हमेशा जीवित रहते हैं।

दोस्तों, अगर आपको भी धर्म जी के लिए आदर और प्यार है, तो इस वीडियो को लाइक जरूर करें। अपनी राय कमेंट करके बताएं कि आपको उनका कौन सा किरदार सबसे ज्यादा याद आता है।

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