Dharmendra Property News : Sunny ने बताया की क्या Hema Malini कीबेटियों मिलेगा हिस्सा ? SK 2

धर्मेंद्र की विरासत: संपत्ति का बंटवारा और परिवार की एकता

प्रारंभ

24 नवंबर को हिंदी सिनेमा ने अपने जाने-माने अभिनेता धर्मेंद्र को खो दिया। छह दशकों से ज्यादा समय तक बॉलीवुड पर राज करने वाले धर्मेंद्र ने अपने बेहतरीन अभिनय, करिश्माई व्यक्तित्व और बेमिसाल फिल्मी योगदान से इंडस्ट्री में एक अमिट छाप छोड़ी। उनका जाना ना केवल परिवार या दोस्तों के लिए, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैंस के लिए भी एक गहरा नुकसान है। धर्मेंद्र ने एक अभिनेता के तौर पर ही नहीं, बल्कि मिसाल बनाने वाले पेशेवर रवैये और सरल स्वभाव से भी लोगों को प्रेरित किया।

धर्मेंद्र के निधन के बाद अब इस बात पर चर्चा होने लगी है कि उनकी संपत्ति का बंटवारा कैसे होगा। क्या उनकी बेटियों ईशा और अहाना को इस संपत्ति में हिस्सा मिलेगा? इसी सवाल का जवाब देने का काम किया है धर्मेंद्र के बड़े बेटे सनी देओल ने।

परिवार की संरचना

धर्मेंद्र ने अपने जीवन में दो शादियां की थीं। उनकी पहली पत्नी थीं प्रकाश कौर, और दूसरी पत्नी थीं अभिनेत्री हेमा मालिनी। प्रकाश कौर से धर्मेंद्र के चार बच्चे हैं: सनी देओल, बॉबी देओल, अजीता देओल, और विजेता देओल। वहीं, हेमा मालिनी से उन्हें दो बेटियां हुईं, जिनमें अभिनेत्री ईशा देओल और अहाना देओल शामिल हैं।

संपत्ति का विवरण

धर्मेंद्र ने करीब चार दशकों तक बॉलीवुड पर एक छत्र राज किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, धर्मेंद्र के पास लगभग ₹450 करोड़ की संपत्ति है, जिसमें उनका लोनावला वाला फार्म हाउस भी शामिल है। यह फार्म हाउस 100 एकड़ से ज्यादा का है, और इसकी कीमत 100 करोड़ रुपये से ऊपर बताई जा रही है। इसके अलावा, धर्मेंद्र ने मुंबई और पंजाब में भी कई प्रॉपर्टी बनाई हैं, जिनमें उनके कई बंगलों और प्रॉपर्टीज भी शामिल हैं।

धर्मेंद्र ने अपनी बड़ी बेटी विजेता के नाम पर ‘विजेता फिल्म्स’ नाम का एक प्रोडक्शन हाउस भी शुरू किया था। साथ ही, उनके पास कई आलीशान गाड़ियां भी हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में बताई गई है।

संपत्ति के बंटवारे पर सवाल

धर्मेंद्र की संपत्ति के बंटवारे पर सवाल इस कारण उठ रहे हैं कि हिंदू कानून के तहत पहली पत्नी और उनके बच्चों को संपत्ति में प्राथमिक हक मिलता है। अगर धर्मेंद्र ने कोई वसीहत नहीं छोड़ी है, तो यह संपत्ति चार बच्चों के बीच बराबर तरीके से बंट सकती है। दूसरी शादी की वैधता और हेमा मालिनी के हिस्से का सवाल इस पूरे कानून के हिसाब से जटिल हो चुका है।

कानूनी जटिलताएं

धर्मेंद्र ने जब हेमा मालिनी से शादी की थी, तब कहा गया था कि उन्होंने पहली पत्नी प्रकाश कौर को तलाक नहीं दिया था। ऐसे में उनकी दूसरी शादी हिंदू मैरिज एक्ट के तहत वैध नहीं मानी जा सकती। इसका मतलब है कि दूसरी शादी से हुए बच्चे और पत्नी को संपत्ति में कानूनी हक नहीं मिल सकता है।

सनी देओल का बयान

सनी देओल ने इस मुद्दे पर स्पष्ट किया है कि उनकी बहनें ईशा और अहाना को संपत्ति में पूरा हिस्सा दिया जाएगा। उन्होंने कहा, “हम बिल्कुल नहीं चाहते कि ईशा और अहाना का हक मारा जाए। धर्मेंद्र की भी यही इच्छा थी कि सभी बच्चों को उनका हक बराबर मिले।”

देओल परिवार के करीबी सूत्रों ने यह भी बताया है कि भले ही परिवार में अनबन की खबरें हों, लेकिन सनी और बॉबी ईशा और अहाना के बीच संपत्ति और विरासत के विवाद को लेकर जो खबरें चल रही हैं, वे पूरी तरह से फर्जी हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐसा कोई भी विवाद नहीं है और उनके परिवार में कोई भी गरीब नहीं है।

शोक और एकता

इस वक्त पूरा परिवार शोक में है और इस बारे में सोचने की स्थिति में नहीं है। लेकिन यह तय है कि जैसा धर्मेंद्र चाहते थे, उसी तरह से ईशा और अहाना को उनकी संपत्ति का हक मिलेगा।

प्रेयर मीट का आयोजन

धर्मेंद्र के निधन के बाद उनके प्रार्थना सभा का आयोजन उनके घर पर किया गया था। इस आयोजन में पूरा परिवार शामिल था, लेकिन हेमा मालिनी और ईशा देओल इसमें शामिल नहीं हुई थीं। इसके बाद यह भी खबरें आई थीं कि धर्मेंद्र के लिए हेमा मालिनी ने अपने घर पर एक अलग प्रेयर मीट रखी थी।

हेमा मालिनी का बयान

संपत्ति के सवाल पर हेमा मालिनी ने भी जवाब दिया था और उन्होंने स्पष्ट किया था कि धर्मेंद्र के पैसों में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं है। उन्होंने कहा, “मेरे लिए धर्मेंद्र का प्यार और उनका साथ ही महत्वपूर्ण है, पैसा नहीं।” उनके इस बयान के बाद यह विवाद छिड़ गया था कि संपत्ति किस तरह से बंटवारे में जाएगी।

पुश्तैनी संपत्ति

धर्मेंद्र का जन्म पंजाब के नरसाली गांव में हुआ था। यूं तो वह एक्टिंग के लिए मुंबई आ गए थे, जहां उन्होंने अपनी आखिरी सांस ली। लेकिन एक्टर ने बचपन में जो तीन साल नरहाली में बिताए थे, उस घर की देखभाल करने वाले रिश्तेदारों को उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी दे दी है।

यह प्रॉपर्टी करोड़ों में है। जब उन्होंने अपने चाचा के बच्चों को यह प्रॉपर्टी दी थी, तो उस वक्त इसका मूल्य ढाई करोड़ था, लेकिन अब इसकी कीमत लगभग 5 करोड़ हो चुकी है। धर्मेंद्र का यह पुश्तैनी घर ढाई एकड़ में फैला हुआ है, और यहां धर्मेंद्र के चाचा का परिवार रहता है।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र की संपत्ति और उसके बंटवारे का मामला एक जटिल और संवेदनशील मुद्दा है। परिवार के सदस्यों को एकजुट रहकर इस मामले को सुलझाना होगा, ताकि धर्मेंद्र की इच्छाओं का सम्मान किया जा सके। उनके योगदान और यादों को हमेशा संजोकर रखना ही इस कठिन समय में सबसे महत्वपूर्ण है।

धर्मेंद्र का जीवन और करियर हमें यह सिखाते हैं कि रिश्तों की अहमियत क्या होती है। उनकी यादें और उनकी विरासत हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।

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