DM साहब अपने गांव त्यौहार मनाने जा रहे थे… तलाकशुदा पत्नी सड़क पर भीख मांगती मिली, फिर जो हुआ…
.
.
त्यौहार का सच : डीएम साहब और उनकी बीती ज़िन्दगी
होली का त्यौहार नज़दीक था। पूरे प्रदेश में रंग और उमंग की लहरें दौड़ रही थीं। गाँव–गाँव में ढोलक बज रही थी, बच्चे गलियों में रंग और पिचकारी लेकर दौड़ रहे थे, बाज़ारों में मिठाइयों की खुशबू घुली हुई थी। हर ओर उल्लास का माहौल था। लेकिन इसी हंसी–खुशी के बीच एक ऐसी घटना घटी जिसने एक ज़िले के जिलाधिकारी (डीएम) साहब की ज़िन्दगी को गहरे तक झकझोर दिया।
डीएम साहब ने इस बार तय किया कि वे सरकारी तामझाम और लाल-पीली बत्ती वाली गाड़ी के बिना, बिल्कुल साधारण कपड़ों में और अपनी पुरानी मोटरसाइकिल पर गाँव जाएंगे। वे अपने बचपन के दिनों को याद करना चाहते थे। हवा का झोंका चेहरे को छू रहा था, रास्ते में लोग रंग–गुलाल खरीद रहे थे, लेकिन अचानक उनकी नज़र सड़क किनारे बैठे एक चेहरे पर पड़ी—एक ऐसा चेहरा जिसे वे जीवन भर भूल नहीं पाए थे।
वह कोई और नहीं बल्कि उनकी तलाकशुदा पत्नी थी। फटे पुराने कपड़ों में, थके हुए चेहरे और काँपते हाथों से कटोरा आगे बढ़ाए भीख माँग रही थी। यह दृश्य देखकर उनके दिल को गहरी चोट पहुँची। वही औरत, जिसने कभी उनकी गरीबी पर ताने कसे थे, उनके संघर्ष में साथ छोड़ दिया था, आज सड़क पर बेसहारा बैठी थी।
अतीत की परछाइयाँ
उनकी आँखों के सामने कॉलेज के दिन घूम गए। तब वे साधारण छात्र थे लेकिन सपनों से भरे हुए। उस लड़की से उनका प्यार हुआ, उन्होंने उसे पढ़ाया, आगे बढ़ाया, यहाँ तक कि अध्यापिका की नौकरी दिलाने के लिए अपने दिन–रात एक कर दिए। शादी के बाद उन्हें लगा था कि यह रिश्ता उम्रभर साथ चलेगा।
लेकिन जैसे ही पत्नी को स्थायी नौकरी मिली, उसकी महत्वाकांक्षाएँ बदलने लगीं। कुछ ही समय बाद उसने किसी और व्यक्ति के साथ नया जीवन शुरू करने का निर्णय लिया। डीएम साहब टूट गए थे, पर उन्होंने हार नहीं मानी। वे दिन–रात मेहनत करते रहे और अंततः आईएएस परीक्षा पास करके डीएम बने।
वर्तमान का सामना
सड़क किनारे बैठी वही स्त्री अब लाचार, शर्मिंदा और टूटी हुई दिख रही थी। उसकी आँखों से आँसू बह रहे थे। उसने काँपती आवाज़ में कहा –
“मैंने बहुत बड़ी गलती की। मुझे लगा था कि पैसा ही सब कुछ है, लेकिन जिसने तुम्हारे लिए तुम्हें छोड़ा था, उसी ने मुझे धोखा दे दिया। आज मेरे पास न घर है, न सम्मान।”
डीएम साहब चुपचाप सुनते रहे। उनके भीतर दुख, गुस्सा और दया तीनों भाव एक साथ उमड़ रहे थे। उन्होंने धीरे से कहा –
“मैंने कभी बदला लेने की नहीं सोची। मैंने सिर्फ़ यह ठाना था कि इतना काबिल बनूँगा कि मुझे किसी सहारे की ज़रूरत न पड़े। और देखो, आज मैं यहाँ हूँ। लेकिन तुम?”
महिला रो पड़ी। उसने हाथ जोड़कर माफी माँगी।
निर्णय का क्षण
डीएम साहब ने जेब से पैसे निकाले लेकिन तुरंत हाथ पीछे खींच लिया।
“मैं तुम्हें भीख में पैसे नहीं दूँगा। अगर सचमुच नई ज़िन्दगी शुरू करनी है तो मेहनत करनी होगी। मैं तुम्हारी मदद ज़रूर करूँगा, लेकिन शर्त यह है कि तुम खुद को बदलने का संकल्प लो।”
उनके आदेश पर अधिकारियों ने महिला के पुनर्वास की व्यवस्था की। लोग आश्चर्यचकित थे कि एक व्यक्ति, जिसे पत्नी ने सबसे गहरा धोखा दिया था, वही आज उसकी मदद कर रहा है।
न्याय और साहस
आगे रास्ते में जब गुंडों का एक झुंड राहगीरों से जबरन वसूली कर रहा था, तो डीएम साहब ने अपनी पहचान बताई। पुलिस बुलाकर उन्होंने उन सभी को गिरफ्तार कराया। लोगों ने राहत की सांस ली और मन में सोचा – “हमारे जिले का रखवाला सचमुच न्यायप्रिय है।”
जीवन का सबक
गाँव पहुँचकर डीएम साहब ने परिवार के साथ होली खेली। लेकिन उनके मन में पूरी यात्रा की घटनाएँ गूँज रही थीं। उन्हें एहसास हुआ कि जीवन में मेहनत और ईमानदारी से बढ़कर कुछ नहीं। जो इंसान स्वार्थ और लालच में रिश्तों को तोड़ता है, समय का पहिया उसे कभी न कभी उसी मोड़ पर लाकर खड़ा कर देता है जहाँ पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचता।
उनकी पत्नी अब पछतावे की मूर्ति बन चुकी थी। मगर डीएम साहब ने अपने अतीत को पीछे छोड़ दिया। उन्होंने समझ लिया कि बदले से बड़ा बदला सफलता है।
अंतिम संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि—
कभी भी परिस्थितियों पर घमंड मत करो।
रिश्तों की असली नींव विश्वास और त्याग है, स्वार्थ नहीं।
मेहनत और ईमानदारी का रास्ता कठिन ज़रूर है, लेकिन मंज़िल वही है।
और सबसे बड़ा सबक—समय का चक्र सबको न्याय देता है।
.
play video:
News
जब IPS मैडम के पिता शोरूम में गाड़ी खरीदने गए.. तो मैनेजर ने उन्हें भिखारी समझकर पीटा! फिर जो हुआ…
जब IPS मैडम के पिता शोरूम में गाड़ी खरीदने गए.. तो मैनेजर ने उन्हें भिखारी समझकर पीटा! फिर जो हुआ……
होटल मालिक को बुजुर्ग भिखारी समझकर मैनेजर ने धक्के मारकर बाहर निकाला, फिर जो हुआ
होटल मालिक को बुजुर्ग भिखारी समझकर मैनेजर ने धक्के मारकर बाहर निकाला, फिर जो हुआ सुबह के ठीक 11:00 बजे,…
खोई हुई बेटी स्टेशन पर जूते पोलिश करते हुए मिली | फिर बच्ची ने अपने पिता से कहा जो इंसानियत रो पड़े
खोई हुई बेटी स्टेशन पर जूते पोलिश करते हुए मिली | फिर बच्ची ने अपने पिता से कहा जो इंसानियत…
गरीब वेटर को अमीर लड़की ने थप्पड़ मारा लेकिनअगले दिन होटल के बाहर जो हुआ, उसने
गरीब वेटर को अमीर लड़की ने थप्पड़ मारा लेकिनअगले दिन होटल के बाहर जो हुआ, उसने दोस्तों, जिंदगी अक्सर ऐसे…
गाड़ी मत चलाओ! बेघर लड़के ने अरबपति की जान बचाई – आपकी पत्नी ने ब्रेक काट दिए थे!
गाड़ी मत चलाओ! बेघर लड़के ने अरबपति की जान बचाई – आपकी पत्नी ने ब्रेक काट दिए थे! शाम का…
अरबपति ने भिखारी को गाने पर मजबूर किया, उसकी आवाज़ सुनकर सब दंग रह गए!
अरबपति ने भिखारी को गाने पर मजबूर किया, उसकी आवाज़ सुनकर सब दंग रह गए! शहर की शाम रंगीन थी।…
End of content
No more pages to load