Hema Malini on Dharmendra Last Wish: धर्मेंद्र की आखिरी वो ख्वाहिश जो पूरी ना हो पाई

धर्मेंद्र: अंतिम विदाई और अधूरी ख्वाहिशें

प्रारंभ

बॉलीवुड के ही मैन कहे जाने वाले धर्मेंद्र का निधन भारतीय सिनेमा के लिए एक अपूरणीय क्षति है। उनकी पत्नी, प्रसिद्ध अभिनेत्री हेमा मालिनी ने हाल ही में इस बारे में बात की है कि क्यों धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार जल्दी किया गया। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र अपनी पूरी जिंदगी में कभी भी नहीं चाहते थे कि कोई उन्हें कमजोर या बीमार देखे। यह एक ऐसा फैसला था जो परिवार के लिए बेहद कठिन था, लेकिन उनकी इच्छा के अनुसार किया गया।

अंतिम संस्कार की जल्दी

धर्मेंद्र की पत्नी हेमा मालिनी ने कहा कि उनके अंतिम दिनों में उनकी हालत बहुत खराब थी, और यह देखना परिवार के लिए भी मुश्किल था। उन्होंने साझा किया कि धर्मेंद्र ने अपने करीबी रिश्तेदारों से भी अपना दर्द छिपाया। हेमा ने कहा, “हम भी उन्हें उस हालत में देखना मुश्किल से बर्दाश्त कर सकते थे।” उनका यह निर्णय, जो कि जल्दी अंतिम संस्कार करने का था, केवल परिवार के सदस्यों के लिए ही नहीं, बल्कि उनके फैंस के लिए भी एक दुखद पल था।

फैंस की निराशा

धर्मेंद्र के फैंस को इस बात का मलाल है कि वे अपने प्रिय अभिनेता के अंतिम दर्शन नहीं कर पाए। परिवार ने अंतिम संस्कार जल्दी कर दिया था, जिससे उनके चाहने वाले उन्हें अलविदा कहने का मौका नहीं पा सके। हेमा मालिनी ने कहा कि उन्हें बहुत दुख है कि फैंस को अंतिम समय में धर्मेंद्र को देखने का अवसर नहीं मिला।

धर्मेंद्र की अधूरी ख्वाहिशें

हेमा मालिनी ने यह भी बताया कि धर्मेंद्र की एक अधूरी ख्वाहिश थी। उन्होंने कहा, “काश मैं दो महीने पहले उसी दिन खेत पर होती जब धर्मेंद्र के साथ थी।” वह हमेशा धर्मेंद्र से पूछती थीं कि वह अपनी खूबसूरत कविताएं और आर्टिकल क्यों नहीं पब्लिश करते। धर्मेंद्र हमेशा कहते थे, “अभी नहीं, पहले मुझे कुछ कविताएं खत्म करने दो।” लेकिन समय ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी।

कविताओं का शौक

कम ही लोग जानते हैं कि धर्मेंद्र को कविताएं लिखने का शौक था। वह उर्दू में शायरी भी करते थे और चाहते थे कि उनकी रचनाएं लोगों तक पहुंचें। धर्मेंद्र ने खुद स्वीकार किया था कि वह अपनी कविताएं लिखते हैं और उन्हें संगीत या वीडियो के रूप में पिक्चराइज करना चाहते थे। उनका सपना था कि उनकी रचनाएं केवल डायरी के पन्नों तक सीमित न रहें, बल्कि लोगों के दिलों में भी जगह बनाएं।

भावनाओं का संग्रह

धर्मेंद्र की कविताएं कभी पब्लिश नहीं हुईं, लेकिन उनके परिवार के सदस्यों का यह मानना है कि भविष्य में उनकी कुछ रचनाओं को संजोकर फैंस के सामने लाया जा सकता है। इससे उनके शब्द, उनकी भावनाएं और उनका अधूरा सपना उनकी अदाकारी की तरह हमेशा के लिए जीवित रह सकेगा।

हेमा का दर्द

हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र की यादों को साझा करते हुए कहा कि वह उनके साथ बिताए पलों को हमेशा संजोकर रखेंगी। उनके लिए धर्मेंद्र केवल एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक साथी और एक सच्चे दोस्त थे। उन्होंने कहा, “धर्मेंद्र मेरे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा थे, और उनकी यादें हमेशा मेरे साथ रहेंगी।”

परिवार का समर्थन

धर्मेंद्र का परिवार, जिसमें उनके बच्चे सनी देओल, बॉबी देओल, ईशा और अहाना शामिल हैं, इस कठिन समय में एकजुट होकर खड़ा है। वे सभी अपने पिता की यादों को संजोने और उनकी विरासत को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र का निधन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि उनके फैंस के लिए भी एक बड़ा सदमा है। उनकी यादें, उनके शब्द, और उनकी कविताएं हमेशा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी। हेमा मालिनी और उनके बच्चों का यह प्रयास होगा कि धर्मेंद्र की रचनाएं और उनकी अदाकारी हमेशा लोगों के बीच जीवित रहें।

धर्मेंद्र ने हमें यह सिखाया कि जीवन में रिश्तों की अहमियत क्या होती है। उनका जीवन और उनकी कहानियां हमें प्रेरित करती रहेंगी। इस दुखद समय में, हमें यह समझना चाहिए कि जीवन कितना अनमोल है और हमें अपने प्रियजनों के साथ बिताए हर पल का महत्व समझना चाहिए।

धर्मेंद्र, आप हमेशा हमारे दिलों में रहेंगे। आपकी कविताएं, आपकी यादें, और आपका योगदान हमें हमेशा प्रेरित करते रहेंगे।

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