Haridwar के गंगा में विसर्जित हुई Dharmendra की अस्थियां VIP घाट पर भावुक दिखें सनी-बॉवी देओल! |N18V

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धर्मेंद्र की अस्थियां हरिद्वार के गंगा में विसर्जित, VIP घाट पर भावुक दिखे सनी और बॉबी देओल

हरिद्वार, उत्तराखंड – बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र का निधन भारतीय फिल्म उद्योग के लिए एक गहरा आघात रहा है। उनके जाने के बाद, उनके परिवार ने उनकी अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार के पवित्र गंगा नदी में किया। इस दौरान धर्मेंद्र के बेटे सनी देओल और बॉबी देओल बेहद भावुक नजर आए। VIP घाट पर हुए इस धार्मिक अनुष्ठान में परिवार के सदस्य और करीबी मित्र भी उपस्थित रहे।

धार्मिक विधि और पारिवारिक भावनाएँ

धर्मेंद्र जी की अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार के प्रसिद्ध VIP घाट पर किया गया, जो आमतौर पर बड़े नेताओं और नामचीन हस्तियों के लिए आरक्षित रहता है। सुबह के समय घाट पर विशेष पूजा-अर्चना की गई। पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ पूजा संपन्न करवाई। सनी देओल और बॉबी देओल दोनों ने अपने पिता की अस्थियों को गंगा में प्रवाहित करते समय भावुकता में आंखें नम कर लीं। परिवार के अन्य सदस्य भी इस मौके पर भावुक दिखे।

सनी देओल ने कहा, “पापा ने हमेशा हमें सच्चाई और इंसानियत का रास्ता दिखाया। आज उन्हें विदा करते हुए मन बहुत भारी है।” बॉबी देओल ने भी पिता के प्रति अपनी भावनाएँ व्यक्त करते हुए कहा, “पापा हमारे लिए ताकत का स्रोत थे। उनकी यादें हमेशा हमारे साथ रहेंगी।”

फिल्म जगत में शोक की लहर

धर्मेंद्र के निधन के बाद पूरी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई थी। कई फिल्मी सितारों ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी। अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी, शाहरुख खान, सलमान खान, और अन्य दिग्गज कलाकारों ने धर्मेंद्र के योगदान को याद किया और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। धर्मेंद्र ने अपने लंबे करियर में ‘शोले’, ‘चुपके चुपके’, ‘सत्यकाम’, ‘सीता और गीता’, ‘यमला पगला दीवाना’ जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में अभिनय किया।

हरिद्वार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम

धर्मेंद्र के अस्थि विसर्जन के मौके पर हरिद्वार में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। VIP घाट पर पुलिस और प्रशासन की टीम मुस्तैद रही। मीडिया को घाट के पास सीमित पहुंच दी गई थी ताकि परिवार की निजता बनी रहे। घाट पर मौजूद श्रद्धालुओं ने भी धर्मेंद्र के अंतिम संस्कार के दौरान शांति बनाए रखी।

धर्मेंद्र का जीवन और विरासत

धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर 1935 को पंजाब के लुधियाना जिले में हुआ था। उन्होंने 1960 के दशक में बॉलीवुड में कदम रखा और जल्द ही अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों में जगह बना ली। उनकी सादगी, मेहनत और अभिनय का अंदाज आज भी लाखों प्रशंसकों के लिए प्रेरणा है। धर्मेंद्र ने न सिर्फ एक सफल अभिनेता के रूप में बल्कि एक सफल निर्माता के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। उनकी फिल्मी विरासत को सनी देओल, बॉबी देओल और ईशा देओल आगे बढ़ा रहे हैं।

परिवार की भावनाएँ और श्रद्धांजलि

अस्थि विसर्जन के दौरान सनी और बॉबी देओल ने अपने पिता की यादों को साझा किया। सनी ने कहा, “पापा की मुस्कान और उनकी बातें हमेशा हमारे दिल में रहेंगी।” बॉबी ने कहा, “हम कोशिश करेंगे कि पापा के आदर्शों पर चलें और उनका नाम रोशन करें।”

हेमा मालिनी, धर्मेंद्र की पत्नी, इस मौके पर भावुक दिखीं। उन्होंने कहा, “धर्मेंद्र जी ने हमेशा परिवार को जोड़े रखा। उनकी कमी हमेशा महसूस होगी।”

गंगा में अस्थि विसर्जन का महत्व

हिंदू धर्म में गंगा नदी को पवित्र माना जाता है। मान्यता है कि गंगा में अस्थि विसर्जन से आत्मा को शांति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। धर्मेंद्र के परिवार ने इसी विश्वास के साथ उनकी अस्थियों का विसर्जन हरिद्वार में किया।

श्रद्धांजलि सभा और अंतिम संस्कार

धर्मेंद्र की अस्थियों के विसर्जन के बाद हरिद्वार में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया, जिसमें परिवार, रिश्तेदार और करीबी मित्रों ने भाग लिया। सभी ने धर्मेंद्र को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। सनी और बॉबी ने अपने पिता की पसंदीदा भजन गाकर माहौल को भावुक बना दिया।

फैंस की भावनाएँ

देशभर में धर्मेंद्र के फैंस ने सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी। कई जगहों पर उनकी याद में कैंडल मार्च और भजन संध्या का आयोजन किया गया। फैंस ने धर्मेंद्र की फिल्मों के डायलॉग और गाने शेयर कर उन्हें याद किया।

अंतिम संदेश

धर्मेंद्र का जाना भारतीय सिनेमा के लिए अपूरणीय क्षति है। उनके अभिनय, सादगी और इंसानियत की मिसाल हमेशा जीवित रहेगी। सनी और बॉबी देओल ने अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया है। हरिद्वार के गंगा में अस्थि विसर्जन के साथ धर्मेंद्र ने अपने जीवन की अंतिम यात्रा पूरी की, लेकिन उनकी यादें और आदर्श हमेशा देश के करोड़ों दिलों में जिंदा रहेंगे।

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