जब आर्मी जवान ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई, तो जो हुआ सबको हैरान कर दिया!

दरोगा गुप्ता सिंह दरोगा बाजार में दुकानदारों से वसूली कर रहा था। उसके पास मोटी रजिस्टर जैसी डायरी थी जिसमें वह नाम लिखता और पैसे अपनी जेब में डालता। ठेले वाले डर और गुस्से से भरे थे, लेकिन किसी में हिम्मत नहीं थी कुछ कहने की। गुप्ता सिंह के साथ दो कांस्टेबल भी थे जो ठेले वालों पर दबाव बना रहे थे।

.

.

.

इसी बीच आर्मी जवान रोहन छुट्टी पर अपने गांव से फल-सब्जियां लेने आया था। उसने देखा कि कैसे एक बुजुर्ग सब्जी वाले से दरोगा पैसे ले रहा है। रोहन का गुस्सा बढ़ गया और उसने मन बना लिया कि अब इस दरोगा को सबक सिखाना है।

अगले दिन रोहन ने खुद एक ठेला किराए पर लिया और सब्जियां भरकर उसी बाजार में खड़ा हो गया। जैसे ही दरोगा गुप्ता सिंह आया, उसने रोहन से पैसे मांगे। रोहन ने साफ मना कर दिया। गुस्साए दरोगा ने रोहन को थप्पड़ मार दिया, जिससे ठेला हिल गया और सब्जियां गिर गईं। भीड़ सन्न रह गई, लेकिन कोई बीच में नहीं आया।

रोहन ने हार नहीं मानी। अगले दिन वह थाने गया और गुप्ता सिंह की शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की। लेकिन एसएओ साहब ने रिपोर्ट लिखने के लिए रिश्वत मांगी। रोहन ने साफ कहा कि वह रिश्वत नहीं देगा। एसएचओ ने धमकी दी कि यहां वही होगा जो वे चाहेंगे।

जब रोहन थाने से बाहर निकला, तो दो पुलिस वाले उसके पीछे आए और उसे मारने लगे। रोहन ने हिम्मत दिखाते हुए एक कांस्टेबल को धक्का दिया। भीड़ में लोग उसकी हिम्मत की तारीफ करने लगे। तभी गुप्ता सिंह आया और रोहन को थप्पड़ मारा, कहा कि यह शहर उनका है।

रोहन ने ठाना कि अब वह अकेला नहीं लड़ेगा। उसने अपने बचपन के दोस्त पत्रकार अमित, वकील सुरेश और आर्मी साथी रवि को बुलाया। तीनों ने मिलकर डीएम मैडम को फोन किया और थाने पहुंच गए।

डीएम मैडम ने थाने में जाकर मामले की जांच की। वीडियो देखकर उन्होंने तुरंत एसएचओ और दरोगा गुप्ता सिंह को सस्पेंड कर दिया। उन्होंने साफ कहा, “यह थाना है या अड्डा? जनता से रिश्वत लेना और मारपीट करना बंद करो!”

सीख:
सच्चाई और हिम्मत के आगे कोई भी भ्रष्टाचार टिक नहीं सकता। एक इंसान की हिम्मत पूरे सिस्टम को बदल सकती है। अगर हम सब मिलकर गलत के खिलाफ आवाज उठाएं, तो समाज में बदलाव जरूर आएगा।

अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो वीडियो को लाइक करें, शेयर करें और हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें।
मिलते हैं अगली कहानी में!