शादी में दूल्हे को मोटा कहकर दुल्हन ने तोड़ी शादी, झूठे दहेज मामले में फंसाने की धमकी, यूपी पुलिस का नाम लिया

.

उत्तर प्रदेश के बरेली शहर की यह कहानी है, जहाँ दो अमीर खानदानों की शादी बड़े धूमधाम से होने वाली थी। यह शादी दोनों परिवारों के लिए एक गर्व का विषय थी, लेकिन शादी के दिन अचानक ही ऐसा विवाद खड़ा हुआ कि दूल्हा और उसके परिवार की जिंदगी उलझन में पड़ गई।

शादी की तैयारी और माहौल

ज्योति और ऋषभ की शादी की तैयारियां जोरों पर थीं। दोनों परिवारों ने मिलकर शादी के लिए बड़े पैमाने पर इंतजाम किए थे। होटल में भव्य सजावट, मेहमानों की भीड़, संगीत और नाच-गाना सब कुछ था। ज्योति के पिता मुरली मनोहर ने अपनी बेटी की खुशी के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी थी। वहीं ऋषभ सक्सेना, जो एक सफल व्यापारी था, अपने खानदान का नाम रोशन करने को तैयार था।

इंगेजमेंट के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन धीरे-धीरे रिश्तों में दरारें आने लगीं। ज्योति के परिवार ने आरोप लगाया कि दूल्हे के परिवार ने उनसे भारी दहेज की मांग की। 3 लाख रुपए, सोने की अंगूठी, और बाद में 5 लाख रुपए की और मांग की गई। इस बीच गृहस्थी के सामान, गहनों और नकद की भी डिमांड की गई।

Shaadi में दूल्हे को Mota बोल Dulhan ने तोड़ी Shaadi, झूठे दहेज Case में  फंसा UP Police की दी धमकी

शादी के दिन का घटनाक्रम

शादी के दिन सब कुछ सामान्य लग रहा था। लेकिन जब बारात मंडप में पहुंची, तो दूल्हा अचानक से थका हुआ और नींद में दिखने लगा। उसने पानी पिया, लेकिन दूर से दुल्हन ने उसे मोटा और नशेड़ी बताया। उसने कहा कि वह इस लड़के से शादी नहीं कर सकती।

दुल्हन ने आरोप लगाए कि दूल्हे और उसके परिवार ने शादी से पहले भारी रकम मांगी। उसने कहा कि वह ऐसे लोभी और नशेड़ी इंसान से शादी नहीं करेगी, जो उसके माता-पिता की इज्जत नहीं करता।

झगड़ा और पुलिस की कार्रवाई

दुल्हन के आरोपों के बाद यूपी पुलिस ने दूल्हा और उसके परिवार को थाने ले जाकर पूछताछ की। मीडिया भी मौके पर पहुंच गई। दूल्हे ने सफाई दी कि उसने शराब नहीं पी थी, बस थकान के कारण नींद आ गई थी। उसने कहा कि उसे बार-बार बॉडी शेमिंग का सामना करना पड़ा, उसे मोटा कहा गया।

दूल्हे ने बताया कि लड़की वालों ने ₹50 लाख की मांग की थी, जिसमें एक नया घर भी शामिल था, जो सिर्फ लड़की के नाम होगा। उसने कहा कि शादी के दौरान उसे गाली-गलौज भी सुननी पड़ी और कई रिश्तेदारों के गहने जबरदस्ती छीन लिए गए।

दुल्हन का पक्ष

दुल्हन ज्योति ने कहा कि शादी से पहले दूल्हे ने ₹20 लाख और ब्रेज कार की मांग की। जब उनके पिता ने विरोध किया, तो दूल्हा गुस्से में आ गया। उसने उनके पिता और भाई को धमकाया। ज्योति ने कहा कि वह इस लालची इंसान से शादी नहीं करेगी और अपने परिवार की इज्जत बचाने के लिए शादी तोड़ रही है।

दोनों पक्षों की कहानी

दोनों पक्षों की कहानियों में विरोधाभास था। एक तरफ लड़की का आरोप था कि दूल्हा नशेड़ी और लोभी है, तो दूसरी तरफ दूल्हा कह रहा था कि लड़की और उसके परिवार ने भारी-भरकम मांगें कीं और शादी के दिन उसे अपमानित किया गया।

शादी के समय रात 2 बजे तक ऐसी मांगें करना और फिर शादी तोड़ देना दोनों पक्षों के लिए हैरानी की बात थी।

पुलिस की चुनौती

पुलिस के लिए यह मामला चुनौतीपूर्ण था। दोनों पक्षों के आरोप-प्रत्यारोप इतने गंभीर थे कि सच का पता लगाना मुश्किल था। पुलिस मामले की गहन जांच कर रही थी कि कहीं यह कोई साजिश तो नहीं।

सामाजिक और कानूनी पहलू

यह कहानी दहेज प्रथा की कड़वी सच्चाई को उजागर करती है। जहां एक तरफ दहेज की मांग और उससे उत्पन्न तनाव परिवारों को बर्बाद कर देता है, वहीं झूठे आरोपों से भी निर्दोष लोगों की जिंदगी तबाह हो जाती है।

कानून के तहत दहेज लेना और देना दोनों अपराध हैं, लेकिन अक्सर इसका दुरुपयोग भी होता है। इसलिए जरूरी है कि हर मामले की निष्पक्ष जांच हो और सच सामने आए।

निष्कर्ष

यह मामला हमें सोचने पर मजबूर करता है कि विवाह सिर्फ दो लोगों का नहीं बल्कि दो परिवारों का मिलन होता है। प्यार और सम्मान के बिना विवाह सफल नहीं हो सकता। दहेज जैसी कुप्रथा को खत्म करना समाज की जिम्मेदारी है।

साथ ही, झूठे आरोपों और बदनामी से बचने के लिए सभी पक्षों को समझदारी और संयम से काम लेना चाहिए।

आपकी राय क्या है? क्या आपको लगता है कि इस मामले में सच क्या हो सकता है? कृपया अपने विचार कमेंट में साझा करें।