जरीन खान: एक प्रेरणादायक जीवन की कहानी

मुंबई की हलचल भरी सुबह थी, जब बॉलीवुड की मशहूर हस्ती जरीन खान ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। उनके जाने की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री ही नहीं, बल्कि उनके परिवार और चाहने वालों के दिलों को गहरे शोक में डाल दिया। जरीन खान, जो ऋतिक रोशन की एक्स-सास और संजय खान की पत्नी थीं, सिर्फ एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि एक मजबूत, संस्कारी और प्रेरणादायक महिला थीं।

उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार किया गया, जिससे लोगों के मन में कई सवाल उठे। दरअसल, जरीन खान का जन्म बेंगलुरु के एक पारसी-हिंदू परिवार में हुआ था। शादी से पहले वे अपने मूल संस्कारों को जीती थीं। यही उनकी अंतिम इच्छा थी कि विदाई भी उन्हीं संस्कारों के अनुसार हो।

7 नवंबर की सुबह करीब 9 बजे जरीन को कार्डियक अरेस्ट आया और वे अपने घर पर ही दुनिया छोड़ गईं। डॉक्टर्स को बुलाया गया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। परिवार के सभी सदस्य, सुजैन खान और जायद खान, उनकी आखिरी घड़ी में उनके पास थे। उनके जाने की खबर फैलते ही बॉलीवुड के कई बड़े सितारे श्रद्धांजलि देने उनके घर पहुंचे—ऋतिक रोशन, सबा आज़ाद, जया बच्चन, जैकी श्रॉफ, बॉबी देओल, मधुर भंडारकर, ईशा देओल, रकुलप्रीत सिंह और कई अन्य।

जरीन खान का जीवन संघर्षों और उपलब्धियों से भरा रहा। उनका जन्म 12 जुलाई 1944 को हुआ था। बचपन से ही वे क्रिएटिव और कला प्रेमी थीं। स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने मॉडलिंग और फिल्मों में कदम रखा। 1963 में “तेरे घर के सामने” फिल्म से डेब्यू किया। हालांकि उनका रोल छोटा था, लेकिन उनकी सुंदरता और स्क्रीन प्रेजेंस ने सबका ध्यान खींचा।

फिल्मों में काम करने के दौरान उनकी मुलाकात अभिनेता संजय खान से हुई। यह मुलाकात किसी फिल्म पार्टी में नहीं, बल्कि एक बस स्टॉप पर हुई थी। पहली नजर में ही दोनों एक-दूसरे को पसंद करने लगे। दोस्ती प्यार में बदली और 1966 में दोनों ने शादी कर ली। शादी के बाद जरीन ने फिल्मों को अलविदा कह दिया और परिवार को संभालने में खुद को समर्पित कर दिया। उन्होंने अपने चार बच्चों को प्यार से पाला—सुजैन खान, जो बाद में ऋतिक रोशन की पत्नी बनीं, और जायद खान, जो बॉलीवुड अभिनेता हैं।

जरीन खान सिर्फ एक गृहिणी नहीं थीं, वे एक टैलेंटेड डिजाइनर और बिजनेस वूमन भी थीं। उन्होंने इंटीरियर डिजाइनिंग में भी काम किया और कई मशहूर घरों का डिजाइन तैयार किया। खाना पकाने का शौक उन्हें इतना था कि उन्होंने एक कुकबुक भी लिखी थी। उनके घर की खुशबू, उनके बच्चों के लिए उनके स्नेह और उनकी हंसमुखता सबको याद रहेगी।

जरीन खान ने हमेशा अपने परिवार को प्राथमिकता दी। वे अपनी बेटी सुजैन और दामाद ऋतिक रोशन को बहुत मानती थीं। भले ही सुजैन और ऋतिक का तलाक हो गया, लेकिन परिवार के रिश्तों में कभी कड़वाहट नहीं आई। जरीन ने अपने बच्चों को स्वतंत्र और शिक्षित बनाया।

उनकी जिंदगी में कई उतार-चढ़ाव आए। एक समय संजय खान और जीनत अमान के रिश्तों को लेकर मीडिया में चर्चा हुई, लेकिन जरीन ने धैर्य और समझदारी से परिवार को संभाला। उन्होंने हमेशा सकारात्मक रहना चुना और माना कि जितना प्यार बांटोगे, उतना ही सुकून मिलेगा।

2025 की शुरुआत में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी थी, लेकिन परिवार को उम्मीद थी कि वे ठीक हो जाएंगी। उन्होंने अपना 81वां जन्मदिन धूमधाम से मनाया था। सुजैन खान ने अपनी मां को अपनी सबसे मजबूत दीवार बताया था। लेकिन किसे पता था कि कुछ महीनों बाद वही बेटी अपनी मां को खो देगी।

जरीन खान के जाने के बाद बॉलीवुड में शोक की लहर दौड़ गई। शबाना आज़मी, जैकी श्रॉफ, ईशा देओल जैसे कलाकारों ने उन्हें याद करते हुए कहा कि जरीन खान जैसी गरिमामयी और सौम्य महिला की जगह कोई नहीं ले सकता। संजय खान ने कहा, “मैंने अपनी जिंदगी का सबसे बड़ा हिस्सा खो दिया है। उन्होंने मुझे जीवन दिया, सहारा दिया और आज मैं अकेला महसूस कर रहा हूं।”

जरीन खान की कहानी आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा है। उन्होंने सिखाया कि सादगी ही सबसे बड़ा आभूषण है और प्यार ही सबसे बड़ा धन। वे चली गईं, लेकिन उनका जीवन हर महिला के लिए मिसाल है कि कैसे ग्लैमर और परिवार दोनों को साथ लेकर जिया जा सकता है।

उनकी मुस्कान, उनका स्नेह, उनकी सकारात्मकता हमेशा लोगों के दिलों में जिंदा रहेगी। पूरा बॉलीवुड उन्हें सलाम कर रहा है।

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