चंदौसी में एक जूता व्यवसायी की पत्नी ने बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर पति की हत्या की और शव के टु*कड़े कर गंगा में बहा दिए।

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धोखे और हत्या का खेल

उत्तर प्रदेश के चंदौसी में एक जूतों का व्यापारी, राहुल, अपनी पत्नी रूबी और दो बच्चों के साथ एक सामान्य जीवन जी रहा था। राहुल ने हाल ही में अपना कारोबार शुरू किया था और वह अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित भविष्य बनाने की कोशिश कर रहा था। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि उसकी पत्नी की जिंदगी में एक ऐसा राज छिपा है, जो उसकी खुशहाल जिंदगी को बर्बाद कर देगा।

एक सामान्य दिन

18 नवंबर 2025 की शाम का समय था। राहुल ने अपनी पत्नी को बताया कि उसे कुछ जरूरी काम से बाहर जाना है और वह अगले दिन वापस आएगा। उसने बच्चों का ख्याल रखने के लिए कहा और घर के दरवाजे ठीक से बंद करने की सलाह दी। राहुल ने सोचा कि वह अपनी पत्नी की गतिविधियों पर नजर रखेगा, इसलिए वह घर के एक कोने में छिप गया।

रात का समय आया, और जैसे ही सब लोग सो गए, रूबी ने अपने प्रेमी गौरव को बुलाया। वह दोनों एक कमरे में चले गए और आपत्तिजनक स्थिति में थे। राहुल ने छिपकर सब देखा और उसकी आंखों के सामने एक ऐसा दृश्य था, जिसकी उसने कभी कल्पना नहीं की थी। गुस्से से भरा हुआ, राहुल ने अपनी पत्नी को चेतावनी दी कि वह उसे सबके सामने बेनकाब करेगा।

हत्या का खौफनाक प्लान

रूबी और गौरव ने मिलकर राहुल को खत्म करने का फैसला किया। दोनों ने योजना बनाई कि राहुल को मारकर उसके शरीर को टुकड़ों में काटकर ठिकाने लगा देंगे। रात के अंधेरे में, जब राहुल सो रहा था, उन्होंने अपने इरादे को पूरा करने का फैसला किया। गौरव ने लोहे की रॉड से राहुल पर हमला किया और उसे बुरी तरह पीट दिया। जब राहुल बेहोश हो गया, तब रूबी ने एक हथौड़ा उठाया और उसके सिर पर वार किया।

राहुल की हत्या के बाद, दोनों ने उसके शव को टुकड़ों में काटने का काम शुरू किया। उन्होंने ग्राइंडर मशीन का इस्तेमाल किया और उसके शरीर को छह हिस्सों में काट दिया। फिर, उन्होंने उन टुकड़ों को प्लास्टिक बैग में भरकर गंगा नदी में फेंकने का फैसला किया।

पुलिस की जांच

इस बीच, चंदौसी में एक राहगीर ने गंदे नाले में एक मानव धड़ देखा और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच की और पाया कि यह एक हत्या का मामला है। जब पुलिस ने शव के कुछ हिस्से खोजे, तो उन्हें एक बैग मिला जिसमें राहुल की पहचान के लिए आवश्यक चीजें थीं, जैसे कि उसकी टी-शर्ट और अंडरवियर।

पुलिस ने रूबी की गुमशुदगी की रिपोर्ट के बारे में जानकारी जुटाई और उसे थाने बुलाया। जब रूबी अपने पति के धड़ को पहचानने आई, तो उसने साफ-साफ इंकार कर दिया कि यह उसका पति नहीं है। लेकिन पुलिस ने उसके मोबाइल फोन की जांच की और पाया कि उसमें कई तस्वीरें थीं, जिनमें वह अपने पति के साथ थी।

सच का खुलासा

जब पुलिस ने रूबी के मोबाइल में तस्वीरें देखीं, तो उन्होंने उसे फिर से पूछताछ के लिए बुलाया। इस बार, रूबी घबरा गई और उसने सही जवाब नहीं दिए। पुलिस ने उसकी सीडीआर (कॉल डिटेल रिकॉर्ड) निकाली और देखा कि वह कई लड़कों से बात कर रही थी, जिनमें से एक गौरव था। पुलिस ने गौरव को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ की।

गौरव ने सब कुछ बता दिया कि कैसे उन्होंने राहुल को मारा और उसके शरीर को काटकर फेंक दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और मामले की जांच शुरू की।

समाज पर प्रभाव

इस घटना ने चंदौसी के समाज को हिला कर रख दिया। लोग इस बात पर चर्चा करने लगे कि कैसे एक महिला ने अपने पति की हत्या की और उसके बाद उसके शरीर को ठिकाने लगाने का इतना खौफनाक काम किया। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी थी कि प्रेम और विश्वास के नाम पर धोखा देने वाले लोग कितने खतरनाक हो सकते हैं।

रूबी और गौरव को जेल में डाल दिया गया, लेकिन अब सवाल यह था कि उनके बच्चों का क्या होगा। क्या उनके दादा-दादी उन्हें अपने पास रखेंगे, या फिर उनके पिता के परिवार वाले उनकी परवरिश करेंगे? यह सब सोचते-सोचते पुलिस ने मामले को खत्म करने का निर्णय लिया।

निष्कर्ष

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि कभी-कभी प्यार और विश्वास के नाम पर धोखा देने वाले लोग कितने खतरनाक हो सकते हैं। हमें अपने रिश्तों में ईमानदारी और विश्वास बनाए रखने की आवश्यकता है। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि धोखे का परिणाम हमेशा भयानक होता है।

इस तरह की घटनाओं से हमें जागरूक रहना चाहिए और यह समझना चाहिए कि रिश्तों में विश्वास और ईमानदारी कितनी महत्वपूर्ण होती है।

इस कहानी का उद्देश्य किसी को परेशान करना या दुखी करना नहीं है, बल्कि हमें सचेत करना है कि हमें अपने रिश्तों में सतर्क रहना चाहिए।

जय हिंद।