महिला दरोगा खाना खाने होटल पहुंची; वहीं पर तलाकशुदा पति बर्तन धो रहा था; फिर जो हुआ…
शुरुआत
उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर में माधव और मेघना नाम का एक जोड़ा रहता था। माधव एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता था, जहां वह महीने के 15,000-18,000 रुपये कमाता था। वह अपने जीवन से संतुष्ट था और अपनी पत्नी मेघना से बहुत प्यार करता था। दूसरी ओर, मेघना एक महत्वाकांक्षी महिला थी। उसका सपना था कि वह एक दिन सरकारी नौकरी करे और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाए।
मेघना के घर की स्थिति ठीक नहीं थी। वह हमेशा सोचती थी कि अगर उसे एक अच्छी सरकारी नौकरी मिल जाए, तो वह अपने परिवार की जिंदगी बदल सकती है। एक दिन, जब माधव और मेघना अपने कमरे में बैठे थे, मेघना ने माधव से कहा:
“मेरा सपना है कि मैं पढ़ाई पूरी करके सरकारी नौकरी करूं। मैं अपनी जिंदगी में कुछ बड़ा करना चाहती हूं।”
माधव ने मुस्कुराते हुए कहा:
“तुम्हारा सपना पूरा होगा। मैं तुम्हें हर संभव मदद करूंगा। तुम पढ़ाई शुरू करो, बाकी सब मैं संभाल लूंगा।”
मेघना की मेहनत और सफलता
माधव ने अपनी पत्नी के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। वह अपने खर्चों में कटौती करके मेघना की पढ़ाई का खर्चा उठाने लगा। मेघना ने भी पूरी लगन से पढ़ाई की। कुछ समय बाद, पुलिस विभाग में सब-इंस्पेक्टर की भर्ती निकली। मेघना ने फॉर्म भरा और परीक्षा दी।
कड़ी मेहनत और लगन के बाद, मेघना का सिलेक्शन सब-इंस्पेक्टर के पद पर हो गया। यह खबर सुनकर माधव और मेघना दोनों बहुत खुश हुए। मेघना ने कहा:
“यह सब आपकी वजह से हुआ है। अगर आप मेरा साथ न देते, तो मैं यह कभी नहीं कर पाती।”
माधव ने गर्व से कहा:
“यह तुम्हारी मेहनत का नतीजा है। मुझे तुम पर गर्व है।”
सफलता के बाद बदलाव
मेघना की नौकरी लगने के बाद, उनके जीवन में बदलाव आने लगे। अब मेघना की जिम्मेदारियां बढ़ गई थीं। वह ज्यादा समय अपनी ड्यूटी पर बिताने लगी। घर पर रिश्तेदार और पुलिस विभाग के लोग आने लगे। सभी मेघना को बधाई देने आते और उसकी तारीफ करते।
लेकिन माधव को यह बदलाव खटकने लगा। जब भी कोई मेघना से मिलने आता, वह सिर्फ उसी से बात करता। माधव को नजरअंदाज कर दिया जाता। इससे माधव के दिल में एक हीन भावना घर करने लगी। वह सोचने लगा कि उसकी पत्नी की सफलता के आगे उसकी कोई अहमियत नहीं रही।
गलतफहमी और दूरियां
माधव के मन में यह बात बैठ गई कि अब मेघना को उसकी जरूरत नहीं है। उसने सोचा कि उसकी पत्नी अब उससे बेहतर जिंदगी जी सकती है। एक दिन, उसने मेघना से कहा:
“तुम अब एक बड़ी अफसर बन गई हो। मेरी तुम्हारे जीवन में कोई जगह नहीं बची है।”
मेघना ने चौंककर जवाब दिया:
“आप ऐसा क्यों कह रहे हैं? यह सब आपकी वजह से ही तो हुआ है।”
लेकिन माधव ने उसकी बात नहीं मानी। धीरे-धीरे, उनके बीच झगड़े बढ़ने लगे। माधव ने तलाक लेने का फैसला कर लिया। मेघना ने उसे रोकने की बहुत कोशिश की, लेकिन माधव ने उसकी एक न सुनी।
तलाक और अलगाव
तलाक के बाद, मेघना ने खुद को अपनी नौकरी में व्यस्त कर लिया। वह अपने दर्द को छुपाकर अपनी ड्यूटी करती रही। दूसरी ओर, माधव ने शहर छोड़ दिया और एक नए शहर में नौकरी की तलाश करने लगा।
माधव को नई नौकरी ढूंढने में बहुत मुश्किलें आईं। कुछ समय तक उसने एक कंपनी में काम किया, लेकिन बाद में वह नौकरी भी छूट गई। आर्थिक तंगी के कारण, माधव को एक होटल में बर्तन धोने का काम करना पड़ा।
फिर से मुलाकात
दो साल बाद, मेघना का ट्रांसफर उसी शहर में हो गया, जहां माधव रह रहा था। एक दिन, मेघना किसी केस की जांच के लिए अपने सिपाही और ड्राइवर के साथ बाहर गई। रास्ते में उसे भूख लगी, तो उसने ड्राइवर से कहा कि किसी होटल पर गाड़ी रोक दे।
जब मेघना होटल के अंदर गई, तो उसने देखा कि एक आदमी झूठे बर्तन धो रहा है। जैसे ही उसने उस आदमी का चेहरा देखा, उसके होश उड़ गए। वह आदमी और कोई नहीं, बल्कि माधव था।
मेघना दौड़कर माधव के पास गई और उसे गले लगाकर फूट-फूटकर रोने लगी। होटल में बैठे सभी लोग यह देखकर हैरान रह गए।
सच्चाई का खुलासा
मेघना ने माधव से पूछा:
“तुम यहां बर्तन क्यों धो रहे हो? तुम्हारे साथ क्या हुआ?”
माधव ने अपनी सारी कहानी बताई। उसने कहा कि नौकरी छूटने के बाद, उसे कहीं और काम नहीं मिला। मजबूरी में उसने बर्तन धोने का काम शुरू कर दिया।
मेघना ने यह सब सुनकर कहा:
“तुमने मुझे क्यों नहीं बताया? मैं तुम्हारी मदद करती।”
माधव ने सिर झुकाकर कहा:
“मुझे लगा कि अब तुम्हें मेरी जरूरत नहीं है।”
नई शुरुआत
मेघना ने माधव से कहा:
“तुम्हारी यह सोच गलत थी। मैं आज भी तुमसे उतना ही प्यार करती हूं, जितना पहले करती थी। तुम मेरे जीवन का हिस्सा हो और हमेशा रहोगे।”
मेघना माधव को अपने साथ ले गई। उसने उससे दोबारा शादी की। दोनों ने एक नई जिंदगी की शुरुआत की।
संदेश
यह कहानी हमें सिखाती है कि रिश्तों में प्यार के साथ-साथ विश्वास और संवाद भी जरूरी है। गलतफहमियां रिश्तों को तोड़ सकती हैं, लेकिन अगर दोनों पक्ष अपनी गलतियों को समझें और उन्हें सुधारने की कोशिश करें, तो हर रिश्ता बचाया जा सकता है।
News
आज की रात मेरे साथ जो मरज़ी करलो | कल मेरी ला*श को मेरे मायके पहुँचा देना
आज की रात मेरे साथ जो मरज़ी करलो | कल मेरी ला*श को मेरे मायके पहुँचा देना . . सीमा…
जिस हॉस्पिटल में पति डॉक्टर था, उसी में तलाकशुदा प्रेग्नेंट पत्नी भर्ती थी, फिर पति ने जो किया…
जिस हॉस्पिटल में पति डॉक्टर था, उसी में तलाकशुदा प्रेग्नेंट पत्नी भर्ती थी, फिर पति ने जो किया… . ….
तलाकशुदा पत्नी जब ट्रैन मेें मिली एक ही कंबल मे में रात का सफ़र बहुत ही प्यारी कहानी
तलाकशुदा पत्नी जब ट्रैन मेें मिली एक ही कंबल मे में रात का सफ़र बहुत ही प्यारी कहानी पहली मुलाकात…
20 एक्सपर्ट फेल हुए, बेचारी सफाई वाली ने 1 मिनट में हल कर दिया, फिर CEO ने जो किया वो अविश्वसनीय
20 एक्सपर्ट फेल हुए, बेचारी सफाई वाली ने 1 मिनट में हल कर दिया, फिर CEO ने जो किया वो…
बुजुर्ग महिला स्टेशन में गिर गयी, उसे उठाने गयी लड़की तो ट्रैन छूट गयी, ऑफिस पहुंची तो नौकरी भी गयी
बुजुर्ग महिला स्टेशन में गिर गयी, उसे उठाने गयी लड़की तो ट्रैन छूट गयी, ऑफिस पहुंची तो नौकरी भी गयी…
क्यों एक मोची के सामने झुक गई IPS मैडम….
क्यों एक मोची के सामने झुक गई IPS मैडम…. “अंशिका की जिद और परिवार का पुनर्मिलन” यह कहानी एक ऐसी…
End of content
No more pages to load