DM बनने के बाद झोपडी मे पहुँची पत्नी ; तलाक के बाद भी पत्नी होने का फर्ज निभाया फिर आगे ….
.
.
एक छोटे से गांव में राजवीर नाम का एक युवक रहता था, जो सरकारी डिपार्टमेंट में क्लर्क के तौर पर काम करता था। उसके माता-पिता पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन उन्होंने अपनी मेहनत से राजवीर को अच्छी शिक्षा दिलाई थी। राजवीर का सपना एक सफल व्यक्ति बनने का था, लेकिन उसकी जिंदगी में एक मोड़ तब आया जब उसकी शादी प्रिया नाम की एक लड़की से तय हुई। प्रिया एक शहर की निवासी थी और पढ़ाई में काफी होशियार थी।
प्रिया के माता-पिता राजवीर से शादी के लिए उसे प्रोत्साहित करते थे, यह सोचकर कि राजवीर सरकारी नौकरी करता है, इसलिए उसकी जिंदगी अच्छी रहेगी। लेकिन प्रिया की सोच कुछ और थी। उसने अपने माता-पिता से कहा कि वह शादी के बाद भी अपनी पढ़ाई जारी रखना चाहती है। प्रिया ने राजवीर से भी यही बात कही, और राजवीर ने सहमति दी। उन्होंने कहा, “मैं तुम्हारी पढ़ाई का समर्थन करूंगा। तुम अपनी पढ़ाई जारी रख सकती हो।”
शादी के बाद प्रिया गांव आई। राजवीर के माता-पिता ने उसे पढ़ाई करने से मना किया। उन्होंने कहा, “तुम्हारी शादी हो चुकी है, अब तुम्हें घर के कामकाज पर ध्यान देना चाहिए। तुम्हारे बच्चे भी होंगे, इसलिए पढ़ाई का क्या फायदा?” लेकिन प्रिया ने हार नहीं मानी। उसने कहा, “मैं घर के काम के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी करूंगी। दोनों चीजें साथ-साथ चल सकती हैं।”

लेकिन राजवीर के परिवार वाले प्रिया की इस सोच को नहीं समझ पाए। वे उसे लगातार टॉर्चर करते रहे और बार-बार ताने देते रहे। प्रिया ने राजवीर से कहा, “मैं पढ़ाई करना चाहती हूं, लेकिन तुम्हारे परिवार वाले मुझे रोक रहे हैं।” राजवीर ने कहा, “मैं तुम्हारी पढ़ाई का समर्थन करता हूं, लेकिन मेरे परिवार का क्या?”
समय बीतता गया और प्रिया को एहसास हुआ कि वह अपने सपनों को पूरा नहीं कर पा रही है। उसने राजवीर से तलाक की बात की, और आखिरकार, वह अपने मायके लौट गई। प्रिया ने ठान लिया कि वह यूपीएससी की तैयारी करेगी। उसने दिन-रात मेहनत की और भाग्यवश, वह यूपीएससी में चयनित हो गई।
दो साल बाद, प्रिया कलेक्टर बन गई और उसे उसी डिपार्टमेंट में पोस्टिंग मिली जहां राजवीर क्लर्क था। जब प्रिया ऑफिस पहुंची, तो उसने सफेद कार में बैठकर वहां की ओर बढ़ी। कार के आगे लिखा था “कलेक्टर” और उसके साथ दो गनर थे। जब वह ऑफिस में पहुंची, तो सभी लोग उसे गुलदस्ते देकर स्वागत करने लगे। राजवीर भी वहां मौजूद था, लेकिन उसने नजरें झुका लीं।
प्रिया ने ऑफिस में बैठते हुए राजवीर को देखा और सोचा, “यह मेरा पति था, और आज मैं इसकी सीनियर बनकर इसके ऑफिस में बैठी हूं।” उसने राजवीर से मिलने का फैसला किया। प्रिया ने अपने पर्सनल असिस्टेंट रॉकी को राजवीर के बारे में जानकारी लेने के लिए भेजा। रॉकी ने बताया कि राजवीर अकेला रह रहा है और उसके परिवार वाले उसके साथ नहीं हैं।
प्रिया को यह जानकर आश्चर्य हुआ। वह सोचने लगी, “क्या राजवीर ने अभी तक शादी नहीं की?” एक दिन, प्रिया ने ऑफिस में नितिन नामक एक अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की, जो भ्रष्टाचार में लिप्त था। नितिन का गुस्सा बढ़ गया और उसने राजवीर को धमकाया। राजवीर ने नितिन को धक्का देकर उसे चेतावनी दी।
इस घटना के बाद, ऑफिस में सभी लोग यह सोचने लगे कि क्या राजवीर और प्रिया के बीच कोई रिश्ता है। जब यह बात प्रिया तक पहुंची, तो उसने राजवीर को बुलाया और गुस्से में डांटा। राजवीर ने कहा, “मैं तुम्हारे लिए लड़ाई करूंगा। तुम मेरे दिल में हो।”
प्रिया की आंखों में आंसू आ गए। उसने सोचा, “अगर उस दिन तलाक के वक्त उसने ऐसा कहा होता तो शायद हम आज अलग नहीं होते।” अगले दिन, प्रिया ने कैबिनेट मंत्री के आगमन की तैयारियों में जुट गई। लेकिन जब उसे पता चला कि राजवीर ऑफिस नहीं आया है, तो उसने रॉकी को भेजकर पता करने के लिए कहा।
रॉकी ने बताया कि राजवीर अस्पताल में भर्ती है। प्रिया तुरंत अस्पताल पहुंची और राजवीर को ICU में देखकर भावुक हो गई। वह राजवीर के ठीक होने की प्रार्थना करने लगी। जब राजवीर होश में आया, तो प्रिया ने उससे अपनी भावनाएं साझा कीं।

प्रिया ने कहा, “मैंने तलाक के पेपर पर साइन नहीं किए थे। मैंने तुम्हारे लिए इंतजार किया। मैं तुम्हें आज भी प्यार करती हूं।” राजवीर ने कहा, “मैंने भी तुम्हें प्यार किया, लेकिन मैं तुम्हें दुख नहीं देना चाहता था। मैंने सोचा कि तुम्हारे लिए अलग होना बेहतर होगा।”
दोनों ने एक-दूसरे को गले लगाया और अपने दिल की बातें साझा कीं। प्रिया ने राजवीर को बताया कि नितिन के आदमियों ने उस पर हमला करवाया था। प्रिया ने नितिन को सस्पेंड कर दिया और राजवीर से कहा, “हम दोबारा एक हो रहे हैं। हमें शादी करनी होगी।”
राजवीर और प्रिया की शादी धूमधाम से हुई। यह एक ऐसी घटना थी जो न केवल उनके जीवन में बदलाव लाई, बल्कि यह भी दिखाया कि प्यार और शिक्षा का महत्व कितना बड़ा होता है। प्रिया ने साबित किया कि वह अपनी पढ़ाई और करियर को प्राथमिकता दे सकती है, और राजवीर ने यह दिखाया कि सच्चा प्यार कभी खत्म नहीं होता।
इस कहानी ने यह संदेश दिया कि हर लड़की को अपनी शिक्षा और सपनों का पीछा करने का हक है। यह भी दिखाया कि समाज में बदलाव लाने के लिए हमें एक-दूसरे का समर्थन करना चाहिए। हर लड़की अपनी क्षमता के अनुसार आगे बढ़ सकती है, और हम सभी को एक-दूसरे का साथ देना चाहिए।
अंत में, प्रिया और राजवीर ने अपने प्यार को फिर से जीते हुए एक नया जीवन शुरू किया। उनकी कहानी ने यह साबित कर दिया कि सच्चे प्यार और शिक्षा के बल पर हम किसी भी मुश्किल को पार कर सकते हैं।
यह कहानी आज भी प्रेरणा देती है कि हमें अपने सपनों का पीछा करना चाहिए और कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। चाहे कितनी भी मुश्किलें आएं, अगर हम सच्चे दिल से मेहनत करें, तो हम अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर सकते हैं।
दोस्तों, यह थी हमारी आज की कहानी। आप सभी को कैसी लगी, हमें जरूर बताएं। साथ ही, हमारे चैनल को सब्सक्राइब करना न भूलें। मिलते हैं अगली कहानी में। धन्यवाद!
News
मेरठ की IPS अफ़सर ने अस्पताल में मचाया बवाल— डॉक्टरों और पुलिस को दिया करारा जवाब! जानिए पूरी सच्चाई
मेरठ की IPS अफ़सर ने अस्पताल में मचाया बवाल— डॉक्टरों और पुलिस को दिया करारा जवाब! जानिए पूरी सच्चाई ….
तीसरी बार भी बेटी होने पर पत्नी को घर से निकाला… पर किस्मत ने जो खेल दिखाया, पति ने सोचा भी नहीं था…
तीसरी बार भी बेटी होने पर पत्नी को घर से निकाला… पर किस्मत ने जो खेल दिखाया, पति ने सोचा…
गरीब वेटर समझ कर प्रेमिका ने किया अपमान… लेकिन जब पता चला वह करोड़पति है 😲 उसके बाद क्या हुआ देखिए!
गरीब वेटर समझ कर प्रेमिका ने किया अपमान… लेकिन जब पता चला वह करोड़पति है 😲 उसके बाद क्या हुआ…
अमीरी के घमंड में लड़की ने उड़ाया मजाक, जब पता चला लड़का 500 करोड़ का मालिक है, रोने लगी
अमीरी के घमंड में लड़की ने उड़ाया मजाक, जब पता चला लड़का 500 करोड़ का मालिक है, रोने लगी ….
कोर्ट के अंदर एक भिखारन महिला आई जज साहब खड़े हो गए
कोर्ट के अंदर एक भिखारन महिला आई जज साहब खड़े हो गए . . एक बार की बात है, एक…
8 साल की बहन || 10 साल बाद अपने सगे भाइयों को राखी बांधने पहुंची तो सब रोने लगे
8 साल की बहन || 10 साल बाद अपने सगे भाइयों को राखी बांधने पहुंची तो सब रोने लगे ….
End of content
No more pages to load




