दुल्हन के साथ हुआ बहुत बड़ा हादसा/दूल्हे ने दुल्हन के साथ किया कारनामा/

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कानपुर के दबंग सरपंच का काला सच: दुल्हन के साथ हुआ बड़ा हादसा और परिवार का बिखराव

उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के एक छोटे से गांव कल्याणपुर की कहानी है यह। इस गांव का दबंग सरपंच यशपाल सिंह अपने 37 एकड़ जमीन और दबदबे के कारण पूरे इलाके में जाना जाता था। लेकिन यशपाल सिंह के दो चेहरे थे—एक ऐसा जो गांव वालों को दिखता था और दूसरा जो छुपा हुआ था, एक काला चेहरा जिसमें छल, दुराचार और अत्याचार छिपा था।

दुल्हन के साथ हुआ बहुत बड़ा हादसा/दूल्हे ने दुल्हन के साथ किया कारनामा/

दबंग सरपंच का काला चेहरा

यशपाल सिंह अपने पद का दुरुपयोग कर गांव की भोली-भाली महिलाओं को अपनी बैठक में बुलाता था और उनके साथ गलत काम करता था। बाद में वह उन्हें कुछ पैसे देकर घर भेज देता था ताकि कोई आवाज न उठाए। गांव के लोग उसके इस काले चेहरे से अनजान थे और केवल उसके अच्छे व्यवहार को जानते थे।

परिवार में उसकी इकलौती बेटी अक्षरा और एक बेटा योगेश था, जो दो साल पहले विदेश जा चुका था। यशपाल ने अपनी बेटी अक्षरा की शादी जल्दी से जल्दी करवा देने की योजना बनाई और उसे पुलिस दरोगा अर्जुन के साथ जोड़ा। दोनों की शादी 10 नवंबर 2025 को तय हुई थी।

अंजू की कहानी: दबंग सरपंच की हवस का शिकार

10 सितंबर 2025 की सुबह यशपाल सिंह अपनी बैठक में बैठा था, तभी उसकी नजर एक खूबसूरत लड़की अंजू पर पड़ी जो मंदिर की ओर जा रही थी। यशपाल ने उसे अपने जाल में फंसाने की योजना बनाई। मंदिर के बाहर उसने अंजू को अपने घर पर अपने भाई तरशेम को भेजने को कहा।

तरशेम ने जब यशपाल की बैठक में काम करना शुरू किया तो वह धीरे-धीरे यशपाल के जाल में फंस गया। यशपाल ने तरशेम की बहन अंजू के साथ भी गलत काम किया और उसे धमकी दी कि अगर उसने किसी को बताया तो वह जान से मार दिया जाएगा। अंजू डर गई और चुप रहने लगी।

तरशेम की साजिश और अक्षरा की त्रासदी

तरशेम ने अपनी बहन अक्षरा को भी परेशान करना शुरू कर दिया। उसने उसे अश्लील वीडियो भेजे और धमकाया कि यदि वह खेत में नहीं आई तो वीडियो वायरल कर देगा। अक्षरा मजबूर होकर तरशेम के कहने पर खेत में गई, जहां तरशेम ने उसके साथ गलत काम किया।

अक्षरा ने अपने पिता यशपाल को यह सब नहीं बताया, क्योंकि उसे डर था कि यह बात गांव में फैल जाएगी और उसकी शादी खराब हो जाएगी। 10 नवंबर 2025 को अक्षरा की शादी धूमधाम से हुई, लेकिन शादी के बाद भी वह परेशान और उदास रहती थी।

अर्जुन का गुस्सा और हत्या

अर्जुन ने जब तरशेम द्वारा भेजे गए अश्लील वीडियो देखे तो वह गुस्से में आ गया। उसने अक्षरा से पूछा कि क्या वह सच में शादी से पहले कई लड़कों के साथ थी। अक्षरा ने इन आरोपों से इनकार किया, लेकिन अर्जुन ने उस पर विश्वास नहीं किया।

गुस्से में अर्जुन ने रात को अपनी पत्नी अक्षरा को गोली मार दी। पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी, पुलिस ने अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की जांच और सरपंच की गिरफ्तारी

पुलिस ने तरशेम को भी गिरफ्तार किया। तरशेम ने अपनी बहन के साथ हुई दरिंदगी की पूरी कहानी पुलिस को बताई। पुलिस ने यशपाल सरपंच तक पहुंचकर उसे भी गिरफ्तार कर लिया। यशपाल ने अपने जुर्म कबूल कर लिए।

सामाजिक चेतना और न्याय की मांग

इस घटना ने पूरे गांव और आसपास के इलाकों में हड़कंप मचा दिया। लोग पुलिस की कार्रवाई की मांग करने लगे। छात्र और महिला संगठन सड़क पर उतर आए।

निष्कर्ष: समाज के लिए एक चेतावनी

यह कहानी हमें याद दिलाती है कि दबंगों के खिलाफ आवाज उठाना कितना जरूरी है। परिवार के अंदर छुपे काले राज़ कैसे पूरे समाज को प्रभावित कर सकते हैं।

यशपाल सिंह की करतूतों ने एक परिवार को बर्बाद कर दिया, लेकिन न्याय ने अंततः अपनी जीत दर्ज की।

इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है कि समाज में जागरूकता और एकजुटता ही ऐसे काले अध्यायों को खत्म कर सकती है।

समाप्त।