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बेटे की जिद्द पर एक अजनबी औरत को पत्नी बना लाया… और उस रात जो हुआ… इंसानियत रो पड़ी
बेटे की जिद्द पर एक अजनबी औरत को पत्नी बना लाया… और उस रात जो हुआ… इंसानियत रो पड़ी दोस्तों,…
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कोर्ट में एक भिखारी आया, और जज खड़ा हो गया| Heart touching Story |
कहानी: वाराणसी कचहरी के बाबा कोर्ट में सन्नाटा था। सब अपनी-अपनी जगह पर बैठे थे। तभी दरवाजा खुला और एक…
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लड़की ने भिखारी समझ खाना खिलाया, लेकिन बदले में भिखारी ने जो किया,पूरी इंसानियत कांप गई
लड़की ने भिखारी समझ खाना खिलाया, लेकिन बदले में भिखारी ने जो किया,पूरी इंसानियत कांप गई दोस्तों, कभी सोचा है…
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15 साल की बेटी ने अपाहिज जज से कहा की मेरे पिता को छोड़ दें, मै आपको कुछ ऐसा बताउंगी कि आप चलने
कहानी: एक बेटी, एक जज और इंसाफ का चमत्कार क्या होता है जब इंसाफ की आंखों पर बंधी पट्टी इतनी…
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गाँव की नर्स ने विदेशी महिला की जान बचाई , और फिर गाँव में हुआ कमाल!
गाँव की नर्स ने विदेशी महिला की जान बचाई , और फिर गाँव में हुआ कमाल! एक छोटे से भारतीय…
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प्रिया की शादी को तीन साल हो चुके थे। शादी के दिन से ही वह खुद को दुनिया की सबसे खुशकिस्मत औरत समझती थी। उसका पति, अरुण, एक सज्जन व्यक्ति था। वह नियमित रूप से काम पर जाता था, शांत और विचारशील था। सब कहते थे, “प्रिया बहुत खुशकिस्मत है कि उसे ऐसा पति मिला है।” लेकिन शादी के कुछ ही हफ्ते बाद, प्रिया को कुछ असामान्य एहसास हुआ। शादी के बाद की दिनचर्या हर रात, जब प्रिया सो जाती थी, अरुण धीरे-धीरे बिस्तर से उठता और दबे पाँव कमरे से बाहर निकलकर अपनी माँ, सविता, के कमरे की ओर चला जाता। प्रिया ने शुरुआत में खुद को यह समझाया कि उसका पति बस अपनी बुजुर्ग माँ से मिलने गया है, क्योंकि वह अकेली थीं। लेकिन हर रात, चाहे बारिश हो, हवा हो, या दिल्ली की ठंडी रातें हों, वह अपनी माँ के पास चला जाता। प्रिया ने एक बार पूछा, “क्या तुम हमेशा अपनी माँ के पास जाते हो?” अरुण हल्के से मुस्कुराया और कहा, “माँ को रात में अकेले रहने में डर लगता है, चिंता मत करो।”
प्रिया की शादी को तीन साल हो चुके थे। शादी के दिन से ही वह खुद को दुनिया की सबसे…
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बरसात में भीगे DM के पिता को बैंक से धक्के देकर निकाला लेकिन फ़िर जो dm ने किया
बारिश की शाम और इंसानियत का इम्तिहान बारिश लगातार हो रही थी। सड़क पर पानी की पतली धार बह रही…
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फुटपाथ पर बैठे बुजुर्ग को पुलिस ने भगाया… लेकिन जब उनकी असलियत पता चली, पूरा थाना सलाम करने लगा!”
कहानी: इंसानियत की असली पहचान दिल्ली की तपती दोपहर थी। फुटपाथ पर चलते लोग अपनी परछाइयां खोज रहे थे। उसी…
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महिला ने अनजान घायल बुजुर्ग की मदद की तो नौकरी खो दी… अगले दिन जो मिला उसने
इंसानियत का इनाम शाम के करीब सात बजे थे। मुंबई की सड़कों पर ट्रैफिक का शोर, गाड़ियों की रोशनी और…
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गरीब माँ ने बेटे को सड़क पर छोड़ दिया, कुछ साल बाद जो हुआ सबको रुला गया
मजबूरी में बेटे को सड़क पर छोड़ गई गरीब मां, सालों बाद जो हुआ उसने सबका दिल छू लिया बारिश…








