हेमा मालिनी ने धर्मेंद्र की कई करोड़ की संपत्ति क्यों ठुकराई? 🤔 अनकही सच्चाई

.

Hema Malini ने क्यों ठुकराई धर्मेंद्र की करोड़ों की संपत्ति?

परिचय

हिंदी सिनेमा की सबसे प्रतिष्ठित और प्यारी अभिनेत्री, हेमा मालिनी, और उनके जीवन साथी धर्मेंद्र, दोनों ही अपने व्यक्तिगत जीवन के कारण हमेशा चर्चा में रहे हैं। जहां धर्मेंद्र की फिल्मों ने उन्हें “हीमैन” का दर्जा दिलवाया, वहीं हेमा मालिनी को उनकी अदाकारी और नृत्य के लिए “ड्रीम गर्ल” के तौर पर पहचाना गया। इन दोनों के रिश्ते ने भी एक नई दिशा ली जब उन्होंने 1980 में शादी की, बावजूद इसके कि धर्मेंद्र पहले से शादीशुदा थे और उनके चार बच्चे थे।

अब, जब धर्मेंद्र का निधन हो चुका है और उनकी संपत्ति को लेकर विभिन्न सवाल उठ रहे हैं, तो हेमा मालिनी का यह बयान कि “मुझे उनकी प्रॉपर्टी या पैसा नहीं चाहिए,” लोगों के बीच हलचल मचाने का कारण बन चुका है। क्या वाकई हेमा ने धर्मेंद्र की संपत्ति को ठुकरा दिया? या फिर इस बात के पीछे कुछ और कारण हैं?


Hema Malini का रुख और सिद्धांत

हेमा मालिनी ने हमेशा अपनी ज़िंदगी में रिश्तों को प्राथमिकता दी है। धर्मेंद्र से शादी करते वक्त, उन्हें उनकी संपत्ति, पैसों या किसी अन्य भौतिक चीज़ की कोई चाहत नहीं थी। हेमा ने खुद स्वीकार किया था कि उन्हें सिर्फ और सिर्फ धर्मेंद्र का प्यार और साथ चाहिए था, न कि उनकी संपत्ति या पैसों का हिस्सा।

Why Hema Malini Refused Dharmendra's Multi-Crore Property: The Untold Truth  - YouTube

उन्होंने यह भी बताया था कि शादी के बाद, वह और धर्मेंद्र अलग‑अलग घरों में रहते थे, ताकि किसी भी परिवार की जिंदगी में उथल‑पुथल न हो। उनके अनुसार, यह निर्णय एक शांतिपूर्ण और सामंजस्यपूर्ण रिश्ते के लिए जरूरी था। हेमा ने कभी धर्मेंद्र की मदद लेने से इंकार नहीं किया, बल्कि उन्हें अपने सिद्धांतों के तहत अपनी पहचान बनानी थी।

इसी तरह, जब उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था, तब भी उन्होंने धर्मेंद्र से मदद नहीं ली, बल्कि बी‑ग्रेड फिल्मों में काम करके खुद को संभाला। इस बिंदु पर भी उनके द्वारा संपत्ति की कोई मांग नहीं की गई।


धर्मेंद्र की संपत्ति और विवाद

धर्मेंद्र की संपत्ति का अनुमान ₹400–450 करोड़ के बीच लगाया जा रहा है। इसमें मुंबई का आलीशान बंगला, लोनावला का फार्म हाउस, फिल्म स्टूडियोज, प्रोडक्शन कंपनियां, और अन्य संपत्तियां शामिल हैं। धर्मेंद्र के पास दो परिवार थे: एक अपनी पहली पत्नी प्रकाश कौर से और दूसरा हेमा मालिनी से।

धर्मेंद्र के निधन के बाद, यह सवाल उठने लगा कि उनकी संपत्ति का बंटवारा कैसे होगा। कानूनी तौर पर, क्योंकि धर्मेंद्र की पहली शादी अभी वैध थी, उनकी संपत्ति का आधा हिस्सा उनके पहले परिवार को मिल सकता है। लेकिन इस बीच हेमा मालिनी ने जो बयान दिया, वह उनके सिद्धांतों और रिश्तों की अहमियत को ही स्पष्ट करता है।


कानूनी दृष्टिकोण: क्या हेमा को संपत्ति का हिस्सा मिलेगा?

कानूनी तौर पर, धर्मेंद्र की संपत्ति को उनकी पत्नी प्रकाश कौर और उनके बच्चों के बीच बांटा जाएगा। चूंकि यह संपत्ति धर्मेंद्र की अपनी मेहनत और कमाई से अर्जित की गई थी, इसलिए उसकी बंटवारे में मुख्य रूप से उनके जीवित बच्चों का ही हिस्सा होगा। इसके अलावा, क्योंकि धर्मेंद्र की पहली शादी अभी भी वैध थी, इसलिए हेमा मालिनी को धर्मेंद्र की संपत्ति में कोई कानूनी हिस्सा नहीं मिलता।

हालांकि, ऐसा कहना भी पूरी तरह सही नहीं होगा कि उन्हें कुछ नहीं मिलेगा। क्योंकि धर्मेंद्र और हेमा के बीच एक निजी समझौता हो सकता है, जो कभी सार्वजनिक नहीं किया गया। उनकी जीवनशैली और रिश्ते के बारे में जो जानकारी सामने आई है, उससे यह स्पष्ट है कि उन्होंने कभी धर्मेंद्र की संपत्ति पर दावेदारी नहीं की, बल्कि उन्हें हमेशा उनसे प्यार और समर्थन की आवश्यकता रही।


सार्वजनिक बयान और आलोचना

धर्मेंद्र के निधन के बाद, एक बार फिर हेमा का यह बयान वायरल हो गया कि उन्हें उनकी संपत्ति में कोई दिलचस्पी नहीं है। यह बयान उनके सिद्धांतों को स्पष्ट करता है कि उनका उद्देश्य सिर्फ रिश्तों की सच्चाई और इमानदारी में था, न कि भौतिक चीजों में। इस बयान को सोशल मीडिया पर बहुत से लोगों ने सराहा, और उनकी निष्ठा को उच्च सम्मान दिया।

हालांकि, कुछ लोग यह सवाल भी उठा रहे हैं कि क्या किसी और महिला के स्थान पर होती, तो क्या वह भी इसी तरह का फैसला लेती? क्या कोई और औरत संपत्ति का हिस्सा छोड़ने के बाद यही निर्णय लेती? यह सवाल समाज में एक बहस का कारण बन गया है, खासकर जब बहुत सी महिलाएं पैसे और संपत्ति को प्राथमिकता देती हैं।


निष्कर्ष

हेमा मालिनी का जीवन एक उदाहरण है कि रिश्ते और पैसा दोनों अलग‑अलग चीजें हैं। वह एक समय में अपने सिद्धांतों और सम्मान के कारण अपने परिवार की खुशहाली में विश्वास करती थीं, न कि भौतिक लाभों में। धर्मेंद्र के साथ उनका रिश्ता हमेशा गहरे प्यार और समझ का रहा। उन्होंने कभी भी धर्मेंद्र की संपत्ति पर दावेदारी नहीं की, और न ही उन्होंने कभी इसे अपना अधिकार समझा।

इस सब के बीच, यह बात अब और स्पष्ट हो गई है कि हेमा मालिनी ने कभी भी करोड़ों की दौलत के लिए रिश्ते से समझौता नहीं किया। उनका असली उद्देश्य एक मजबूत और इमानदार रिश्ते की ओर था।