दर्द के बाद की उम्मीद: क्या देओल परिवार में कभी आएगा मेल?

मुंबई, 26 नवंबर:
धर्मेंद्र जी के अंतिम संस्कार में हेमा मालिनी और उनकी बेटी ईशा देओल के साथ जो हुआ, उसने पूरे बॉलीवुड और उनके फैंस को गहरे सदमे में डाल दिया। लेकिन क्या यह घटना देओल परिवार के रिश्तों में हमेशा के लिए दीवार बन जाएगी, या कहीं से कोई उम्मीद की किरण निकल सकती है?

हेमा मालिनी की चुप्पी और परिवार का दर्द

अंतिम संस्कार के दो मिनट बाद ही हेमा मालिनी और ईशा देओल वहाँ से चले गए, लेकिन उनके दिल में सवाल और दर्द रह गया। हेमा जी ने मीडिया से कोई शिकायत नहीं की, लेकिन उनकी आँखों में आंसू और चेहरे पर मायूसी सब बयां कर रही थी।

ईशा देओल ने सोशल मीडिया पर एक इमोशनल पोस्ट लिखी:
“पापा… आपने हमेशा हमें प्यार दिया। आज आख़िरी बार आपको देखना चाहती थी, लेकिन हालात ने हमें दूर कर दिया। आपकी कमी हमेशा महसूस होगी।”

बॉलीवुड का रिएक्शन: समर्थन और सवाल

बॉलीवुड के कई सितारे हेमा मालिनी के पक्ष में सामने आए। जया बच्चन, शत्रुघ्न सिन्हा और रेखा ने खुलकर कहा:
“एक पत्नी और बेटी को अंतिम विदाई से दूर रखना सही नहीं था। परिवार को अपने गिले-शिकवे भूलकर एकजुट होना चाहिए।”

सोशल मीडिया पर भी #JusticeForHemaMalini ट्रेंड करने लगा। फैंस ने देओल परिवार से अपील की कि वे पुरानी नाराजगी छोड़कर रिश्तों को जोड़ें।

प्रकाश कौर और सनी-बॉबी का पक्ष

देओल परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि सनी और बॉबी अभी भी अपनी माँ के दर्द को नहीं भूल पाए हैं। प्रकाश कौर भी मीडिया से दूर रहीं, लेकिन उन्होंने अपने बच्चों को समझाया कि धर्मेंद्र जी की आत्मा की शांति के लिए परिवार में मेल ज़रूरी है।

क्या मेल संभव है?

ऐसी घटनाओं के बाद अक्सर परिवारों में दूरी बढ़ जाती है, लेकिन धर्मेंद्र जी की आख़िरी इच्छा थी कि पूरा परिवार एक हो।
कुछ सूत्रों के अनुसार, धर्मेंद्र जी की डायरी में लिखा था:
“मेरी आख़िरी ख्वाहिश है कि मेरे दोनों परिवार एक साथ बैठें, बात करें और पुरानी नाराजगी खत्म करें।”

अब सारा दारोमदार सनी देओल और बॉबी देओल पर है—क्या वे अपने पिता की इच्छा का सम्मान करेंगे? क्या वे हेमा मालिनी और उनकी बेटियों को परिवार में जगह देंगे?

आगे क्या?

हेमा मालिनी ने अपने दर्द को शब्दों में नहीं, बल्कि चुप्पी में बयां किया।
ईशा और अहाना अपने पिता की यादों में खो गईं।
सनी और बॉबी के दिल में अभी भी गुस्सा और दर्द है, लेकिन धर्मेंद्र जी की आख़िरी इच्छा उनके मन को बदल सकती है।

अगर देओल परिवार आगे की रस्मों में हेमा मालिनी और उनकी बेटियों को बुलाता है, तो यह एक नई शुरुआत होगी।
अगर नहीं, तो यह बँटवारा और गहरा हो जाएगा।

(दोस्तों, आपको क्या लगता है—क्या देओल परिवार में कभी मेल हो पाएगा? क्या धर्मेंद्र जी की आख़िरी इच्छा पूरी होगी? अपनी राय नीचे कमेंट में ज़रूर लिखें!)