DM साहब गाडी से ऑफीस जा रहे थे ; रोड किनारे तलाकशुदा पत्नी समोसे बेचती मिली फिर जो हुआ ….

एक छोटे से गांव में सचिन नाम का एक युवक रहता था। सचिन अनाथ था और अकेले अपने पुश्तैनी खेतों में पढ़ाई और खेती करता था। उसके पास एक करीबी दोस्त था, जो उसकी हर मुश्किल में मदद करता था। सचिन कॉलेज में पढ़ाई कर रहा था, जहां उसकी मुलाकात प्रीति से हुई। प्रीति एक अमीर परिवार की बेटी थी, और सचिन पर पहली नज़र में मोहित हो गई।

धीरे-धीरे प्रीति ने सचिन से प्यार का इजहार किया। सचिन ने अपने अनाथ होने और साधारण जीवन के कारण प्रीति को मना करने की कोशिश की, लेकिन प्रीति ने उसकी बातों की परवाह नहीं की और शादी करने का फैसला किया। प्रीति के पिता ने उनकी शादी को मंजूरी दे दी, और दोनों की शादी धूमधाम से हुई।

शादी के बाद, प्रीति सचिन के घर आई, लेकिन उसे वहां की साधारण जिंदगी पसंद नहीं आई। वह हमेशा सचिन को उसकी गरीबी के लिए टोकती रहती थी। सचिन ने प्रीति को पहले ही बता दिया था कि उनके पास सुख-सुविधाएं नहीं हैं, लेकिन प्रीति ने शादी के बाद भी शिकायतें करना जारी रखा।

एक साल के बाद, प्रीति अपने पिता से शिकायत करने लगी। उसके पिता ने उसे पैसे देने का प्रस्ताव रखा, लेकिन सचिन को यह बात बुरी लगी। उसने प्रीति से कहा कि उसे खुद मेहनत करके पैसे कमाने चाहिए। प्रीति को यह बात अच्छी नहीं लगी, और धीरे-धीरे उनके बीच झगड़े बढ़ने लगे।

आखिरकार, प्रीति अपने मायके चली गई और सचिन के खिलाफ तलाक का केस दर्ज करा दिया। सचिन को समझ में आ गया कि प्रीति अब उसकी परवाह नहीं करती। उसने reluctantly प्रीति को तलाक दे दिया और अकेले रहने लगा।

सचिन ने अपनी पढ़ाई पूरी की और यूपीएससी की परीक्षा दी। उसने कड़ी मेहनत की और कलेक्टर बन गया। एक दिन, जब वह अपनी पत्नी के साथ बाजार जा रहा था, उसने चौराहे पर प्रीति को देखा, जो चाय-समोसा बेच रही थी। सचिन ने गाड़ी रोकी और प्रीति के पास गया।

प्रीति ने सचिन को देखकर अपने चेहरे को छिपा लिया, लेकिन सचिन ने उसे पहचान लिया। उन्होंने प्रीति से पूछा कि उसकी जिंदगी कैसे चल रही है। प्रीति ने अपनी दुखभरी कहानी सुनाई, जिसमें बताया कि उसने प्रवीण से शादी की थी, लेकिन वह शराबी और जुआरी था। प्रीति ने उसे छोड़ दिया और अब वह खुद का गुजारा करने के लिए काम कर रही थी।

सचिन ने प्रीति को अपनी सफल जिंदगी के बारे में बताया और कहा कि अगर उसे कभी मदद की जरूरत हो तो वह बेझिझक उससे संपर्क कर सकती है।

सचिन की पत्नी ने प्रीति की मदद करने के लिए कहा, लेकिन सचिन ने उसे बताया कि वह पहले ही प्रीति को सहायता की पेशकश कर चुका है।

इस तरह, सचिन ने अपनी नई जिंदगी में खुश रहने की कोशिश की, जबकि प्रीति ने अपने जीवन को एक नई दिशा दी।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि प्यार और रिश्ते कभी-कभी मुश्किल होते हैं, लेकिन मेहनत और ईमानदारी से हर मुश्किल का सामना किया जा सकता है।

आपका क्या विचार है सचिन और प्रीति की कहानी के बारे में? कृपया अपने विचार कमेंट बॉक्स में साझा करें।

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