“जब बहू ने ससुर पर इल्ज़ाम लगाया… तो सामने आया ऐसा सच जिसने सबको हैरान कर दिया

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जब बहू ने ससुर पर इल्ज़ाम लगाया – एक सच जिसने सबको हैरान कर दिया

मुंबई के एक पॉश इलाके में कैलाश नामक बुजुर्ग अपने बेटे अर्जुन और बहू प्रिया के साथ रहते थे। अर्जुन को न्यूयॉर्क में अच्छी नौकरी मिल गई थी, इसलिए उसने अपनी पत्नी प्रिया को पिता के हवाले कर दिया—“बाबूजी, प्रिया का ख्याल रखना, वो बहुत भावुक है।” कैलाश ने मुस्कुराकर जवाब दिया, “बेटा, चिंता मत करो। मैं उसे अपनी बेटी की तरह प्यार दूंगा।”

अर्जुन के जाने के बाद घर में सिर्फ कैलाश और प्रिया रह गए। शुरू में सब कुछ सामान्य था। प्रिया घर का काम करती, कैलाश को चाय देती, उनकी दवाइयों का ध्यान रखती। लेकिन धीरे-धीरे कैलाश के व्यवहार में बदलाव आने लगा। वह प्रिया के पास बैठने, उससे बातें करने, उसका दुपट्टा उतारने जैसी बातें करने लगा। प्रिया को यह सब अजीब लगा, लेकिन उसने कभी खुलकर विरोध नहीं किया।

एक दिन कैलाश ने प्रिया से कहा, “बहू, इन दिनों बहुत अकेला महसूस करता हूं। चाहता हूं कोई मेरी तन्हाई बांटे, मुझे खुश रखे। मुझे लगता है, मुझे दोबारा शादी कर लेनी चाहिए।” प्रिया ने झिझकते हुए जवाब दिया, “बाबूजी, मैं आपका ख्याल रखने के लिए ही तो हूं। आपको दूसरी शादी की ज़रूरत नहीं।” कैलाश मुस्कुराया, लेकिन उसके व्यवहार में अजीब सी बेचैनी थी।

समय बीतता गया। प्रिया ने महसूस किया कि कैलाश अक्सर उसे छुपकर देखता, उसके कमरे के पास मंडराता, कभी-कभी उसके काम करते वक्त अजीब बातें करता। एक रात कैलाश प्रिया के कमरे में गया। प्रिया आईने के सामने थी, अचानक कैलाश अंदर आ गया। उसका पैर फिसला और वह प्रिया की बाहों में गिर गया। प्रिया घबरा गई, लेकिन कैलाश ने बहाना बनाया कि वह दवा लेने आया था।

प्रिया का मन बेचैन हो गया। उसने अपने पति अर्जुन को वीडियो कॉल पर सब कुछ बताना चाहा, लेकिन डर के कारण बात टाल गई। अर्जुन भी पत्नी की आवाज़ में बदलाव महसूस कर रहा था, लेकिन दूर देश में होने के कारण कुछ कर नहीं सकता था।

एक दिन प्रिया ने देखा कि कैलाश घर में किसी महिला से हंसते हुए बातें कर रहा है। पूछने पर कैलाश ने कहा, “मैं दोबारा शादी करना चाहता हूं। ये महिला मेरी शादी के लिए लड़की ढूंढ रही है।” प्रिया को चिंता हुई—कहीं कैलाश की शादी हो गई तो उसकी जायदाद नई पत्नी के नाम हो जाएगी और प्रिया के हाथ खाली रह जाएंगे। इसी डर में प्रिया ने कैलाश को खुश करने की कोशिशें बढ़ा दीं—सिर की मालिश, खास खाना, बातें, मुस्कान।

लेकिन कैलाश अब प्रिया से दूर रहने लगा। उसकी आंखों में रहस्य और गुस्सा था। प्रिया को लगा जैसे उसकी सारी मेहनत बेकार जा रही है। एक रात प्रिया के कमरे से दर्दनाक सिसकियों की आवाज आई। कैलाश दौड़कर गया और देखा कि प्रिया रो रही है। प्रिया ने रोते-रोते कहा, “बाबूजी, आपने मेरी इज्जत लूट ली है, मैं गर्भवती हूं, सब आपकी वजह से हुआ है।” कैलाश हैरान रह गया। उसने कहा, “बहू, ये कैसे हो सकता है? मैंने ऐसा कुछ नहीं किया।”

प्रिया ने जोर देकर कहा, “कल रात आप मेरे कमरे में आए थे, सब कुछ किया। अब आप बेगुनाह बनने का नाटक कर रहे हैं।” प्रिया ने अपने पति अर्जुन को फोन किया और सारी बात बताई। उसने अर्जुन को एक वीडियो भी भेजी जिसमें वह कैलाश के साथ कमरे में थी, सिर उसके सीने पर रखा था। अर्जुन का दिल टूट गया। उसने तुरंत मुंबई लौटने का फैसला किया।

अगली सुबह कैलाश घर में अपनी नई पत्नी के साथ दाखिल हुआ। प्रिया ने देखा तो गुस्से से लाल हो गई। उसने कैलाश को कमरे में बुलाया और कहा, “पिताजी, आपने मुझे धोखा दिया है। अब मैं सबको सच बताऊंगी।”

कैलाश ने शांत स्वर में कहा, “बहू, मैंने शादी इसलिए की है कि घर का सारा काम मेरी पत्नी करेगी। अब तुम आराम करो।” प्रिया को लगा जैसे उसकी चालाकी कामयाब हो गई—अब घर का काम नई पत्नी करेगी, और जायदाद उसकी मुट्ठी में रहेगी। लेकिन कैलाश अब उससे पूरी तरह दूर रहने लगा था।

कुछ दिनों बाद अर्जुन घर लौट आया। उसने प्रिया से सच्चाई पूछी, लेकिन प्रिया ने कैलाश पर आरोप लगाए। अर्जुन ने अपने पिता से भी सवाल किए। कैलाश ने अर्जुन को एक पुराना खत और कुछ तस्वीरें दीं, जिनमें प्रिया अजीब जगहों पर, रंग-बिरंगे कपड़ों में मुस्कुरा रही थी। कैलाश ने बताया कि उसने घर में एक गुप्त कैमरा लगाया था, जिसमें प्रिया रात को एक युवक के साथ कमरे में थी। वीडियो में दोनों पलंग पर लेटे थे, दुपट्टा हवा में उड़ रहा था।

अर्जुन को सच्चाई समझ आ गई—प्रिया ने ससुर पर झूठा इल्ज़ाम लगाया था, ताकि जायदाद पर कब्जा कर सके। असल में वह ससुर के साथ नहीं, बल्कि अपने आशिक के साथ संबंध बना रही थी। कैलाश ने यह सब जानबूझकर किया ताकि प्रिया की सच्चाई सबके सामने आ जाए।

अर्जुन ने गुस्से में प्रिया को घर से निकाल दिया। कैलाश ने कहा, “बेटा, यह धोखा था। भगवान का शुक्र है कि हमारी आंख खुल गई। अब इस औरत को अपने रास्ते जाने दो।”

प्रिया का सच सामने आ गया। उसकी चालाकी, लालच और झूठ ने उसे बर्बाद कर दिया। घरवालों ने उसे हमेशा के लिए घर से निकाल दिया। कैलाश की नई पत्नी ने घर की जिम्मेदारी संभाली और अर्जुन ने अपनी जिंदगी को फिर से शुरू किया।

सीख:
झूठ, लालच और धोखे से कभी जीत नहीं मिलती। सच कितना भी छुपा हो, एक दिन सामने आ ही जाता है। परिवार में विश्वास, प्यार और ईमानदारी सबसे जरूरी है। अगर आपको यह कहानी पसंद आई हो, तो कमेंट में जरूर लिखें।