सलमान खान की पहल: क्या देओल परिवार में सुलह हो पाएगी?

मुंबई, 26 नवंबर:
धर्मेंद्र जी के निधन के बाद जिस तरह से हेमा मालिनी और उनकी बेटियों के साथ अंतिम संस्कार में व्यवहार हुआ, उसने बॉलीवुड और फैंस को झकझोर दिया। लेकिन अब सबकी निगाहें सलमान खान पर थीं—क्या वह इस बँटे हुए परिवार को जोड़ पाएंगे?

सलमान की रात भर की बेचैनी

सलमान खान के घर में उस रात एक अजीब सा सन्नाटा था। हेमा मालिनी की बातों ने उन्हें अंदर तक हिला दिया था। वह जानते थे कि यह मामला सिर्फ़ रस्मों या अधिकार का नहीं, बल्कि दिलों के घाव और बरसों पुरानी नाराज़गी का था।

सलमान ने रातभर सोचा—किस तरह सनी और बॉबी से बात की जाए? किस तरह उन्हें ये समझाया जाए कि पिता के जाने के बाद, परिवार की एकता ही सबसे ज़रूरी है?

अगली सुबह: पहली कोशिश

सुबह होते ही सलमान ने सनी देओल को कॉल किया।
“भाई, जो हुआ वो ठीक नहीं था। हेमा जी और उनकी बेटियों का भी उतना ही हक है जितना तुम्हारा।”

सनी चुप थे। उनके मन में माँ का दर्द, पुरानी यादें और गुस्सा था। लेकिन सलमान की बातों में एक दोस्त का प्यार और समझदारी थी।

सलमान ने कहा—
“धर्मेंद्र जी सबका प्यार थे। उनकी आख़िरी विदाई में किसी को दूर रखना, उनकी आत्मा को दुखी करेगा। चलो, आगे की रस्मों में सबको साथ रखें।”

बॉबी देओल भी बातचीत में शामिल हुए। उन्होंने अपने दर्द का इज़हार किया, लेकिन सलमान की बातों ने उनके मन को थोड़ा नरम किया।

परिवार की बैठक: सुलह की शुरुआत

सलमान की पहल पर देओल परिवार में एक छोटी बैठक हुई। सनी, बॉबी, प्रकाश कौर, हेमा मालिनी, ईशा, अहाना—सब एक जगह बैठे।

सलमान ने सबको समझाया कि धर्मेंद्र जी हमेशा परिवार को जोड़ना चाहते थे। आज अगर उनके बच्चे एक-दूसरे से दूर रहें, तो यह उनके जीवन के संघर्ष को व्यर्थ कर देगा।

प्रकाश कौर ने धीरे से कहा—
“मुझे दर्द है, लेकिन मैं धर्मेंद्र जी के लिए यह कदम उठाने को तैयार हूँ।”

हेमा मालिनी की आँखों में उम्मीद थी। ईशा और अहाना ने अपने पिता को आख़िरी बार ठीक से अलविदा कहने की इच्छा जताई।

सनी और बॉबी का फ़ैसला

कुछ देर की चुप्पी के बाद, सनी ने कहा—
“हमारे दिल में बहुत दर्द है, लेकिन पापा की आत्मा के लिए हम आगे की रस्मों में सबको शामिल करेंगे।”

बॉबी ने भी हामी भरी।
“अब पुरानी बातें भूलकर, पापा के लिए एक परिवार बनते हैं।”

मीडिया और फैंस की प्रतिक्रिया

जैसे ही यह खबर बाहर आई कि हेमा मालिनी और उनकी बेटियाँ आगामी रस्मों में शामिल होंगी, सोशल मीडिया पर खुशी की लहर दौड़ गई।
लोगों ने सलमान खान की तारीफ़ की—
“सलमान ने जो किया, वह सच में दिल जीतने वाला है।”
“धर्मेंद्र जी की आत्मा को अब शांति मिलेगी।”

क्या रिश्ता हमेशा के लिए जुड़ पाएगा?

सलमान खान की पहल ने देओल परिवार को एक मंच पर लाने की कोशिश की है। हेमा मालिनी, ईशा, अहाना अब अपने पिता को पूरे सम्मान के साथ विदाई दे सकेंगी।
लेकिन क्या यह सुलह स्थायी रहेगी? क्या पुरानी नाराज़गी पूरी तरह मिट जाएगी?

यह सवाल अभी बाकी है। लेकिन सलमान खान ने जो पुल बनाया, उसने साबित कर दिया कि सही वक्त पर सही इंसान ही रिश्तों को जोड़ सकता है।