Sunny Deol ने Hema Malini से देर रात अचानक की मुलाकात, सौतेली मां-बेटे में एक घंटे क्या बातचीत हुई?

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धर्मेंद्र के निधन के बाद देओल परिवार में आई नई शुरुआत: सनी देओल और हेमा मालिनी की मुलाकात का सच

बॉलीवुड के हीमैन धर्मेंद्र के निधन के बाद उनका परिवार लगातार सुर्खियों में बना हुआ है। उनके अंतिम संस्कार, प्रेयर मीट और परिवार के आपसी संबंधों को लेकर मीडिया और सोशल मीडिया पर कई सवाल उठाए गए। खासतौर पर धर्मेंद्र के दोनों परिवार – पहली पत्नी प्रकाश कौर के बेटे सनी-बॉबी और दूसरी पत्नी हेमा मालिनी की बेटियां ईशा-अहाना – के बीच रिश्तों की खींचतान ने लोगों की जिज्ञासा बढ़ा दी। इसी बीच एक बड़ी खबर ने सबका ध्यान खींचा: धर्मेंद्र के बड़े बेटे सनी देओल ने अपनी सौतेली मां हेमा मालिनी से देर रात मुलाकात की। आखिर इस मुलाकात के मायने क्या हैं? क्या देओल परिवार में बर्फ पिघल रही है या यह सिर्फ एक औपचारिकता थी?

धर्मेंद्र के निधन के बाद परिवार में हलचल

धर्मेंद्र के निधन के बाद सबसे पहले चर्चा उनके अंतिम संस्कार को लेकर हुई। परिवार ने अंतिम संस्कार बेहद निजी तरीके से किया, जिससे फैंस और मीडिया को आखिरी दर्शन का मौका नहीं मिला। इसके बाद प्रेयर मीट को लेकर भी विवाद हुआ, जब दोनों परिवारों ने अलग-अलग शोक सभाएं रखीं। इस बात ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर देओल परिवार और हेमा मालिनी के बीच अनबन है या नहीं।

सनी देओल की हेमा मालिनी से मुलाकात

इसी माहौल के बीच 1 दिसंबर की रात को सनी देओल ने अचानक हेमा मालिनी के जूहू स्थित बंगले ‘अवैध’ पर पहुंचकर सबको चौंका दिया। यह मुलाकात पहले से तय नहीं थी। सनी अपने परिवार के करीबी भरत तख्तानी (ईशा देओल के पति) के साथ पहुंचे। इस मुलाकात को पूरी तरह निजी और व्यक्तिगत बताया गया। सूत्रों के अनुसार, दोनों परिवारों के बीच बातचीत पहले की तुलना में अब ज्यादा सहज हो गई है, और सनी देओल इस मुश्किल समय में हेमा मालिनी से व्यक्तिगत संवेदना व्यक्त करने पहुंचे थे।

मुलाकात का माहौल और चर्चा

इस मुलाकात में सनी देओल, हेमा मालिनी और ईशा देओल मौजूद थे। बातचीत पूरी तरह शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। सोशल मीडिया पर इस मुलाकात की खबर फैलते ही फैंस ने खुशी जताई और इसे रिश्तों की नई शुरुआत, परिवार के बीच पिघलती दीवार और धर्मेंद्र जी की विरासत का असर बताया। हालांकि कुछ लोग इसे प्रॉपर्टी के बंटवारे से जोड़ने लगे।

कई यूजर्स ने सवाल उठाए कि क्या सनी देओल अपनी सौतेली मां से बंटवारे की बात करने गए हैं? वहीं कुछ ने यह भी कहा कि सनी और बॉबी ने हेमा और उनकी बेटियों को श्मशान घाट में भी जाने नहीं दिया था। धर्मेंद्र के अंतिम समय में हेमा मालिनी और उनकी बेटियों को उनके घर जाते हुए नहीं देखा गया, जिससे परिवार में दूरी की खबरें और तेज हो गईं।

धर्मेंद्र और उनके दोनों परिवार

धर्मेंद्र का परिवार बॉलीवुड के सबसे चर्चित परिवारों में रहा है। उनकी पहली शादी प्रकाश कौर से 1954 में हुई थी, जब वे फिल्मों में आए भी नहीं थे। इस शादी से उनके चार बच्चे हुए – सनी, बॉबी, अजीता और विजेता। 1980 में धर्मेंद्र ने अभिनेत्री हेमा मालिनी से शादी की, जिससे उनकी दो बेटियां – ईशा और अहाना – हैं। धर्मेंद्र की कुल 13 नाती-पोते हैं।

धर्मेंद्र ने हेमा मालिनी से शादी के लिए इस्लाम कबूला था ताकि उन्हें पहली पत्नी को तलाक न देना पड़े। हालांकि धर्मेंद्र ने सार्वजनिक रूप से धर्म परिवर्तन की बात से इंकार किया। उनकी दूसरी शादी को लेकर कानूनी समस्याएं भी सामने आईं, क्योंकि हिंदू मैरिज एक्ट के तहत बिना पहली पत्नी को तलाक दिए दूसरी शादी गैरकानूनी थी।

रिश्तों में दरार और बदलाव

धर्मेंद्र की दूसरी शादी के बाद उनके पहले परिवार पर गहरा असर पड़ा। सनी और बॉबी ने शुरू में इस रिश्ते को स्वीकारने में कठिनाई महसूस की, लेकिन वक्त के साथ दोनों ने अपने पिता के फैसले को समझा और रिश्तों में आई दरार को कम करने की कोशिश की। हेमा मालिनी ने कभी धर्मेंद्र के पहले घर में कदम नहीं रखा और हमेशा अपनी सीमाओं का सम्मान किया। सनी और बॉबी ने भी हेमा और उनकी बेटियों से दूरी बनाए रखी।

ईशा और अहाना की शादी में उनके सगे भाई सनी और बॉबी मौजूद नहीं थे। इससे परिवार में दूरी की खबरें और मजबूत हो गईं। हालांकि सनी की फिल्म ‘गदर 2’ की स्पेशल स्क्रीनिंग में पहली बार दोनों परिवार एक साथ नजर आए थे, जिससे लगा था कि पुरानी बर्फ पिघल रही है। लेकिन धर्मेंद्र के निधन के बाद दोनों परिवारों ने अलग-अलग प्रार्थना सभाएं रखीं, जिससे दूरी बरकरार रही।

प्रॉपर्टी विवाद और धर्मेंद्र की इच्छा

धर्मेंद्र के निधन के बाद उनकी संपत्ति को लेकर भी सवाल उठे। क्या हेमा मालिनी और उनकी बेटियों को संपत्ति में हिस्सा मिलेगा? देओल परिवार के करीबी सूत्रों ने बताया कि सनी देओल बिल्कुल नहीं चाहते कि ईशा और अहाना का हक मारा जाए। धर्मेंद्र की भी यही इच्छा थी कि उनके सभी बच्चों को बराबरी से उनका हक मिले।

धर्मेंद्र ने अपने जीवन में दोनों परिवारों से बेहद प्यार किया और हमेशा दोनों पत्नियों को एक समान दर्जा दिया। वे अपने बच्चों के बीच किसी भी तरह का भेदभाव नहीं चाहते थे।

मुलाकात का महत्व: रिश्तों की नई शुरुआत?

सनी देओल और हेमा मालिनी की मुलाकात को कई लोग परिवार में नई शुरुआत के तौर पर देख रहे हैं। यह मुलाकात भले ही निजी थी, लेकिन इसका संदेश बड़ा है। इससे साबित होता है कि परिवार के बीच की दीवारें धीरे-धीरे पिघल रही हैं और धर्मेंद्र की विरासत सबको जोड़ रही है।

इस मुलाकात के बाद सोशल मीडिया पर फैंस ने खुशी जताई और उम्मीद की कि दोनों परिवार भविष्य में एक साथ आएंगे। धर्मेंद्र के निधन ने भले ही परिवार को झटका दिया हो, लेकिन उनके बच्चों के बीच रिश्तों में सुधार की उम्मीद जग गई है।

निष्कर्ष

धर्मेंद्र का जीवन और उनका परिवार बॉलीवुड की सबसे चर्चित कहानियों में से एक है। उनके निधन के बाद परिवार में आई हलचल, सनी देओल और हेमा मालिनी की मुलाकात, प्रॉपर्टी विवाद और रिश्तों में आई नई शुरुआत – ये सब दर्शाता है कि परिवार में भले ही मतभेद रहे हों, लेकिन धर्मेंद्र की विरासत सबको जोड़ने का काम कर रही है।

सनी देओल और हेमा मालिनी की मुलाकात ने यह साबित कर दिया कि रिश्तों में बदलाव संभव है और परिवार के सभी सदस्य भावनात्मक रूप से एक-दूसरे के करीब आ सकते हैं। धर्मेंद्र ने अपने जीवन में दोनों परिवारों को बराबर प्यार दिया और यही उनकी सबसे बड़ी विरासत है।

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