बुलडोज़र ने तोड़ा आर्मी अफसर का घर, फिर अफसर ने ऐसा कदम उठाया कि हर कोई हैरान रह गया!

दो जुड़वा बहनें, आर्मी ऑफिसर और एक जमींदार की क्रूरता: पढ़िए दिल दहला देने वाली कहानी

गांव की गलियों में हलचल मची थी। सुबह-सुबह एक जमींदार बुलडोजर लेकर लक्ष्मी देवी के घर पर आ धमका। वह उनका घर गिराने पर तुला था। लक्ष्मी देवी, जो अपनी दोनों बेटियों को अकेले पाल-पोसकर बड़ा किया था, रो-रोकर मिन्नतें करती रही। लेकिन जमींदार ने उनकी एक न सुनी। कुछ ही देर में उनका घर खंडहर बन चुका था। भीड़ तमाशा देखती रही, लेकिन किसी ने मदद करने की हिम्मत नहीं की।

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लक्ष्मी देवी की दोनों बेटियां, संगीता और अक्षिता, आर्मी ऑफिसर थीं। उन्हें इस हादसे की खबर तब लगी जब एक नौजवान ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो देखकर बहनों का खून खौल उठा। वे तुरंत छुट्टी लेकर अपने गांव पहुंचीं। वहां उन्होंने अपनी मां को गले लगाया और वादा किया कि अब उनकी मां को न्याय मिलेगा।

दोनों बहनें थाने पहुंचीं। थानेदार पहले तो जमींदार के खिलाफ रिपोर्ट लिखने से हिचकिचाया, लेकिन जब बहनों ने अपना आर्मी आईडी कार्ड दिखाया और सख्त लहजे में बात की, तो थानेदार को मजबूर होकर एफआईआर दर्ज करनी पड़ी।

शाम ढल रही थी जब पुलिस जीप जमींदार की हवेली पर पहुंची। जमींदार ने पुलिस और बहनों को देखकर ठहाका लगाया, लेकिन बहनों ने उसकी आंखों में आंख डालकर कहा, “अब तेरा राज खत्म हो चुका है। तूने हमारी मां को रुलाया, उनका घर उजाड़ा और गांव वालों का शोषण किया। अब तुझे तेरे गुनाह की सजा मिलेगी।”

पुलिस ने जमींदार को गिरफ्तार कर लिया। अगले दिन मामला एसडीएम ऑफिस पहुंचा। वायरल वीडियो और गांव वालों की गवाही के आधार पर जमींदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई हुई। उसे 10 साल की सजा सुनाई गई और उसकी संपत्ति को पीड़ित परिवारों में बांट दिया गया।

लक्ष्मी देवी ने अपनी बेटियों को गले लगाते हुए कहा, “तुम दोनों मेरी असली ताकत हो। अगर तुम ना होतीं, तो मैं यह लड़ाई कभी नहीं लड़ पाती।” बहनों ने जवाब दिया, “नहीं मां, यह आपकी हिम्मत थी जिसने हमें ताकत दी। अब कोई भी गरीब हमारी तरह पीड़ित नहीं होगा।”

गांव में अब डर नहीं, बल्कि बराबरी और हिम्मत का माहौल बस गया। लक्ष्मी देवी की आंखों में खुशी के आंसू थे। सच ही कहा जाता है, बेटियां भगवान का सबसे बड़ा वरदान होती हैं।