दुबई में एक भारतीय लड़के ने एक अरब इंजीनियर की गलतियां पकड़ लीं और उसे इसके बारे में बताया, फिर जो हुआ…

नई दिल्ली की चकाचौंध के बीच यह कहानी एक साधारण किसान की है, जो हमें सिखाती है कि इंसान को कभी उसके पहनावे या बाहरी रूप से नहीं आँकना चाहिए।

दोपहर का समय था। एक पचास वर्षीय किसान, जिसकी त्वचा खेतों की धूप में झुलस चुकी थी, पुराने भूरे कुर्ते और घिसे सैंडल पहने, शहर के एक पाँच सितारा होटल में दाख़िल हुआ। लॉबी में मौजूद लोग उसे हैरानी से देख रहे थे। सबको यही लगा कि यह आदमी यहाँ का नहीं है।

किसान सीधे रिसेप्शन डेस्क पर पहुँचा और सरल स्वर में कहा,
– “बेटा, मुझे एक रात के लिए कमरा चाहिए।”

रिसेप्शनिस्ट ने उसे सिर से पैर तक देखा और उपेक्षा भरे स्वर में बोली,
– “चाचाजी, यहाँ के किराए बहुत महँगे हैं। आप बस अड्डे के पास मोटल में रुक जाइए।”

पास खड़े लोग हँसने लगे। किसी ने कहा, “लगता है यह किसान रास्ता भटक आया है।”
लेकिन किसान शांत था। उसने मुस्कुराकर दोहराया,
– “मुझे पता है, लेकिन मैं यहीं ठहरना चाहता हूँ।”

रिसेप्शनिस्ट ने अब लगभग डाँटते हुए कहा,
– “यहाँ सिर्फ़ बड़े लोग आते हैं, आप दूसरी जगह जाइए।”

इतना सुनकर किसान ने धीरे से अपनी जेब से एक नया चमचमाता स्मार्टफ़ोन निकाला और कॉल लगाया। पूरी लॉबी में सन्नाटा छा गया जब उसकी आवाज़ गूँजी,
– “नमस्ते, मैं होटल की लॉबी में हूँ। यहाँ के लोग मुझे कमरा देने से मना कर रहे हैं। आप नीचे आ जाइए।”

कुछ ही मिनटों बाद लिफ़्ट से होटल का युवा निदेशक उतरा। उसने किसान को देखते ही झुककर आदर से कहा,
– “बापूजी, आपने बताया क्यों नहीं कि आप आ रहे हैं? यह होटल तो आपके उपकार से ही खड़ा है।”

यह सुनते ही सब हैरान रह गए। वही साधारण किसान, जिसे अभी तक तिरस्कृत किया जा रहा था, दरअसल उस परिवार का उपकारक था जिसने कठिन समय में मालिक के पिता की मदद की थी।

निदेशक ने रिसेप्शनिस्ट को डाँटते हुए कहा,
– “अब से ये हमारे सबसे सम्मानित मेहमान रहेंगे। इनका सम्मान करना ही हमारी प्राथमिकता होगी।”

किसान मुस्कुराया और बोला,
– “गलती सब से होती है। बस याद रखो, किसी को उसके कपड़ों या हालात से मत आँको। असली इज़्ज़त इंसानियत से होती है।”

उसकी बात लॉबी में गूँज उठी। रिसेप्शनिस्ट की आँखों में आँसू थे, और उसने दिल से माफ़ी माँगी।

उस रात होटल के हर कर्मचारी और मेहमान ने एक सबक सीखा –
असली महानता दिखावे में नहीं, बल्कि कर्मों और दिल में होती है।

Play video :